NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 8 Civilising the “Native”, Educating the Nation (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 8 Civilising the “Native”, Educating the Nation (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 8 (Hindi Medium) 1
NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 8 (Hindi Medium) 2
उत्तर
NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 8 (Hindi Medium) 3

प्रश्न 2.

निम्नलिखित में से सही या गलत बताएँ :
(क) जेम्स मिल प्राच्यवादियों के घोर आलोचक थे।
उत्तर
सही,

(ख) 1854 के शिक्षा संबंधी डिस्पैच में इस बात पर जोर दिया गया था कि भारत में उच्च शिक्षा का माध्यम अंग्रेज़ी होना चाहिए।
उत्तर
सही,

(ग) महात्मा गांधी मानते थे कि साक्षरता बढ़ाना ही शिक्षा का सबसे महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है।
उत्तर
गलत,

(घ) रवीन्द्रनाथ टैगोर को लगता था कि बच्चों पर सख्त अनुशासन होना चाहिए।
उत्तर
गलत

आइए विचार करें

प्रश्न 3.
विलियम जोन्स को भारतीय इतिहास, दर्शन और कानून का अध्ययन क्यों ज़रूरी दिखाई देता था?
उत्तर
भारतीय इतिहास, दर्शन और कानून का अध्ययन

  1. भारत को समझने के लिए प्राचीन काल में लिखे गए यहाँ के पवित्र और कानूनी ग्रंथों को खोजना व समझना जरूरी था।
  2. हिंदुओं और मुसलमानों के असली विचारों व कानूनों को इन्हीं रचनाओं के माध्यम से ही समझा जा सकता है।
  3. विलियम जोन्स का मानना था कि इस कार्य से न केवल अंग्रेजों को भारतीय संस्कृति से सीखने में मदद मिलेगी बल्कि भारतीयों को भी अपनी विरासत को दोबारा अपनाने और अतीत के लुप्त वैभव को समझने में मदद देगी।

प्रश्न 4.
जेम्स मिल और टॉमस मैकॉले ऐसा क्यों सोचते थे कि भारत में यूरोपीय शिक्षा अनिवार्य है?
उत्तर
जेम्स मिल और मैकॉले की सोच

  1. भारतीयों के विचारों को अंग्रेजी के अध्ययन से रूढ़िवादी विचारों वाले लोगों से अलग किया जा सकता। | है, क्योंकि वे अपनी भाषा में अधिक वैज्ञानिक व तकनीकी सफलताएँ प्राप्त नहीं कर सकते।
  2. इनके अनुसार पूर्वी साहित्य अंगभीर और सतही तथा त्रुटियों से भरा हुआ व अवैज्ञानिक है।
  3. इनके अनुसार अंग्रेज़ी के ज्ञान से भारतीयों को दुनिया की श्रेष्ठतम साहित्यिक कृतियों को पढ़ने का मौका मिलेगा। वे पश्चिमी विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में हुए विकास से अवगत हो पाएँगे।

प्रश्न 5.
महात्मा गांधी बच्चों को हस्तकलाएँ क्यों सिखाना चाहते थे?
उत्तर
बच्चों को हस्तकलाएँ सिखाना

  1. पश्चिमी शिक्षा मौखिक ज्ञान के स्थान पर केवल पढ़ने और लिखने पर केंद्रित है उसमें पाठ्यपुस्तकों पर जोर दिया जाता है और जीवन अनुभवों तथा व्यावहारिक ज्ञान की उपेक्षा की जाती है।
  2. गांधी जी का तर्क था कि शिक्षा से व्यक्ति का दिमाग और आत्मा विकसित होनी चाहिए। केवल साक्षरता यानी पढ़ने और लिखने की क्षमता पा लेना ही शिक्षा नहीं होती।
  3. दिमाग और आत्मा विकसित करने के लिए हाथ से काम करना पड़ता है, हुनर सीखने पड़ते हैं और | यह जानना पड़ता है कि विभिन्न चीजें किस तरह काम करती हैं।

प्रश्न 6.
महात्मा गांधी ऐसा क्यों सोचते थे कि अंग्रेज़ी शिक्षा ने भारतीयों को गुलाम बना लिया है?
उत्तर
भारतीयों को गुलाम बनाना

  1. औपनिवेशिक शिक्षा ने भारतीयों के मस्तिष्क में हीनता का भाव पैदा कर दिया है। यहाँ के लोग पश्चिमी सभ्यता को श्रेष्ठतर मानने लगे हैं। अपनी संस्कृति के प्रति उनका गौरव भाव नष्ट हो गया है।
  2. पश्चिमी शिक्षा में विष भरा है, यह पापपूर्ण है, इसने भारतीयों को दास बना दिया है, इसने लोगों पर बुरा प्रभाव डाला है।
  3. पश्चिमी शिक्षा ग्रहण करने वाले भारतीय ब्रिटिश शासन को पसंद करते हैं तथा पश्चिम से आने वाली हर चीज की प्रशंसा करते हैं।
  4.  विदेशी भाषा बोलने वाले, स्थानीय संस्कृति से घृणा करने वाले भारतीय अपनी जनता से जुड़ने के तौर-तरीके भूल चुके हैं।

आइए करके देखें।

प्रश्न 7.
अपने घर के बुजुर्गों से पता करें कि स्कूल में उन्होंने कौन-कौन सी चीजें पढ़ी थीं?
उत्तर
यह कार्य छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 8.
अपने स्कूल या आसपास के किसी अन्य स्कूल के इतिहास का पता लगाएँ। उ
उत्तर
यह कार्य छात्र स्वयं करें।

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 9 Women, Caste and Reform (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 9 Women, Caste and Reform (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
निम्नलिखित लोगों ने किन सामाजिक विचारों का समर्थन और प्रसार किया :
राममोहन रॉय
दयानंद सरस्वती
वीरेशलिंगम पंतुलु
ज्योतिराव फुले
पंडिता रमाबाई
पेरियार
मुमताज़ अली
ईश्वरचंद्र विद्यासागर
उत्तर
NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 9 (Hindi Medium) 1

प्रश्न 2.

निम्नलिखित में से सही या गलत बताएँ :
(क) जब अंग्रेजों ने बंगाल पर कब्जा किया तो उन्होंने विवाह, गोद लेने, संपत्ति उत्तराधिकार आदि के बारे में नए कानून बना दिए।
उत्तर
सही,

(ख) समाज सुधारकों को सामाजिक तौर-तरीकों में सुधार के लिए प्राचीन ग्रंथों से दूर रहना पड़ता था।
उत्तर
गलत,

(ग) सुधारकों को देश के सभी लोगों का पूरा समर्थन मिलता था।
उत्तर
गलत,

(घ) बाल विवाह निषेध अधिनियम 1829 में पारित किया गया था।
उत्तर
सही।

आइए विचार करें

प्रश्न 3.
प्राचीन ग्रंथों के ज्ञान से सुधारकों को नए कानून बनवाने में किस तरह मदद मिली?
उत्तर
कानून बनाने में मदद

  1. संचार के नए तरीके विकसित हो गए थे।
  2. पहली बार किताबें, अखबार, पत्रिकाएँ, पर्चे और पुस्तिकाएँ छप रही थीं, ये चीजें पुराने साधनों के मुकाबले सस्ती थीं, इसलिए ज्यादा लोगों की पहुँच में भी थी।
  3. नए शहरों में हर प्रकार के सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक और धार्मिक मुद्दों पर चर्चाएँ आम जनता तक पहुँचीं।

प्रश्न 4.
लड़कियों को स्कूल न भेजने के पीछे लोगों के पास कौन-कौन से कारण होते थे?
उत्तर
लोगों के कारण

  1. स्कूल जाने से लड़कियाँ घरों से दूर भागने लगेंगी। इससे वे अपना पारंपरिक घरेलू काम नहीं कर पाएँगी।
  2. लड़कियों को स्कूल जाने के लिए सार्वजनिक स्थानों से होकर जाना पड़ता है जो उनके लिए ठीक नहीं है।
  3. लड़कियों के आचरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और वे बिगड़ जाएँगी।

प्रश्न 5.
ईसाई प्रचारकों की बहुत सारे लोग क्यों आलोचना करते थे? क्या कुछ लोगों ने उनका समर्थन भी | किया होगा? यदि हाँ तो किस कारण?
उत्तर
आलोचना का कारण

  1. भारतीय संस्कृति को नष्ट कर पाश्चात्य संस्कृति को भारतीयों पर लाद देंगे।
  2. जनजातीय समूहों तथा निम्न जाति के लोगों का धर्म परिवर्तन कर देंगे।

समर्थन के कारण

  1. ये स्त्री-शिक्षा तथा पुरुषों के समानता के अधिकार के पक्षधर थे।
  2. जनजातीय लोगों तथा निम्न जाति के लोगों के लिए स्कूलों की स्थापना की।

प्रश्न 6.
अंग्रेजों के काल में ऐसे लोगों के लिए कौन से नए अवसर पैदा हुए जो “निम्न” मानी जाने वाली
जातियों से संबंधित थे?
उत्तर
नए अवसर-

  1. उन्नीसवीं सदी में ईसाई प्रचारक आदिवासी समुदायों और निचली” जातियों के बच्चों के लिए स्कूल खोलने लगे थे।
  2. शहरों में रोजगार के नए-नए अवसर सामने आ रहे थे; जैसे-मकान, पार्क, सड़कें, नालियाँ, बाग, मिलें, रेलवे लाइन, स्टेशन आदि के निर्माण के लिए मजदूरों की आवश्यकता थी। इन कामों के लिए शहर जाने वालों में से बहुत सारे ‘निम्न जातियों के लोग थे।
  3.  बहुत सारे लोग असम, मॉरीशस, त्रिनीदाद और इंडोनेशिया आदि स्थानों पर बाग़ानों में काम करने के | लिए भी जा रहे थे।

प्रश्न 7.
ज्योतिराव और अन्य सुधारकों ने समाज में जातीय असमानताओं की आलोचना को किस तरह सही ठहराया?
उत्तर
आलोचनाओं को उचित बताना-

  1. ज्योतिराव फुले ने ब्राह्मणों की इस बात को गलत ठहराया कि आर्य होने के कारण वे अन्य लोगों से
    श्रेष्ठ हैं। फुले का तर्क था कि आर्य उपमहाद्वीप के बाहर से आए थे उन्होंने यहाँ के मूल निवासियों को हरा कर गुलाम बना लिया तथा पराजित जनता को निम्न जाति वाला मानने लगे।
  2. पेरियार ने हिंदू वेद पुराणों की आलोचना की उनका मानना था कि ब्राह्मणों ने निचली जातियों पर अपनी सत्ता तथा महिलाओं पर पुरुषों का प्रभुत्व स्थापित करने के लिए इन पुस्तकों का सहारा लिया है।
  3. हरिदास ठाकुर ने भी जाति व्यवस्था सही ठहराने वाले ब्राह्मणवादी ग्रंथों पर सवाल उठाया।
  4. अम्बेडकर ने भी मंदिर प्रवेश आंदोलन’ के द्वारा समकालीन समाज में उच्च’ जातीय संरचना पर सवाल उठाए। वह इस आंदोलन के द्वारा पूरे देश को दिखाना चाहते थे कि समाज में जातीय पूर्वाग्रहों की जकड़ कितनी मजबूत है।

प्रश्न 8.
फुले ने अपनी पुस्तक गुलामगीरी को गुलामों की आज़ादी के लिए चल रहे अमेरिकी आंदोलन को समर्पित क्यों किया?
उत्तर
अमेरिकी आंदोलन को समर्पित

  1. 1873 में फुले ने गुलामगीरी (गुलामी) नामक एक पुस्तक लिखी।
  2. फुले के पुस्तक लिखने से 10 वर्ष पूर्व अमेरिका में गृहयुद्ध के फलस्वरूप दास प्रथा का अंत हो। चुका था।
  3. फुले ने भारत की “निम्न जातियों और अमरीका के काले गुलामों की दुर्दशा को एक-दूसरे से जोड़कर देखा। इसलिए फुले ने अपनी पुस्तक को उन सभी अमेरिकियों को समर्पित किया, जिन्होंने गुलामों को मुक्ति दिलाने के लिए संघर्ष किया था।

प्रश्न 9.
मंदिर प्रवेश आंदोलन के ज़रिए अंबेडकर क्या हासिल करना चाहते थे?
उत्तर
मंदिर प्रवेश आंदोलन

  1. अंबेडकर एक महार परिवार में पैदा हुए थे, इसलिए उन्होंने बचपन से जातीय भेदभाव और पूर्वाग्रह को नजदीक से देखा था।
  2. समकालीन समाज में उच्च’ जातीय सत्ता संरचना के कारण निम्न जातियों के साथ असमानता, बुरा व्यवहार तथा भेदभाव हो रहा था।
  3. 1927 में 1935 के बीच अंबेडकर ने मंदिरों में प्रवेश के लिए तीन मंदिर प्रवेश’ आंदोलन चलाए।
  4. जिसके माध्यम से वह देश को दिखाना चाहते थे कि समाज में जातीय पूर्वाग्रहों की जकड़ कितनी मजबूत है, लेकिन लगातार विरोध करने पर इसको कमजोर किया जा सकता है।

प्रश्न 10.
ज्योतिराव फुले और रामास्वामी नायकर राष्ट्रीय आंदोलन की आलोचना क्यों करते थे? क्या उनकी आलोचना से राष्ट्रीय संघर्ष में किसी तरह की मदद मिली?
उत्तर
राष्ट्रीय संघर्ष में मदद

  1. फुले ने जाति व्यवस्था की अपनी आलोचना को सभी प्रकार क़ी गैर बराबरी से जोड़ दिया था, वह “उच्च जाति महिलाओं की दुर्दशा, मजदूरों की मुसीबतों और निम्न जातियों के अपमानपूर्ण हालात के बारे में गहरे तौर पर चिंतित थे।
  2. पेरियार की दलीलों और आंदोलन से उच्च जातीय राष्ट्रवादी नेताओं के बीच कुछ आत्ममंथन और आत्मालोचना की प्रक्रिया शुरू हुई।
  3. इनकी आलोचना से समाज में समानता का भाव आया। जातीय बंधन ढीले पड़े, छुआछूत की भावना कम हुई, जिससे राष्ट्रीय आंदोलन में एकता का भाव पैदा हुआ।

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 10 The Changing World of Visual  (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 10 The Changing World of Visual  (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
रिक्त स्थान भरें :
(क) जिस कला शैली में चीजों को गौर से देखकर उनकी यथावत तसवीर बनाई जाती है, उसे ………………… कहा जाता है।
(ख) जिन चित्रों में भारतीय भूदृश्यों को अनूठा, अनछुआ दिखाया जाता था, उनकी शैली को …………….. कहा जाता है।
(ग) जिस चित्रशैली में भारत में रहने वाले यूरोपीयों के सामाजिक जीवन को दर्शाया जाता था, उन्हें …………… कहा जाता था।
(घ) जिन चित्रों में ब्रिटिश साम्राज्यवादी इतिहास और उनकी विजय के दृश्य दिखाए जाते थे, उन्हें ………………. कहा जाता है।
उत्तर
(क) यथार्थपरक,
(ख) मनोहरी,
(ग) रूप-चित्रण,
(घ) इतिहास की चित्रकारी।

प्रश्न 2.
बताएँ कि निम्नलिखित में से कौन-कौन सी विधाएँ और शैलियाँ अंग्रेजों के जरिए भारत में आईं :
(क) तैल चित्र
(ख) लघु चित्र ।
(ग) आदमकद छायाचित्र
(घ) परिप्रेक्ष्य विधा का प्रयोग
(च) भित्ति चित्र उत्तर
उत्तर
(क) तैल चित्र,
(घ) परिप्रेक्ष्य विधा का प्रयोग।

प्रश्न 3.
इस अध्याय में दिए गए किसी एक ऐसे चित्र का अपने शब्दों में वर्णन करें, जिसमें दिखाया गया है कि अंग्रेज़ भारतीयों से ज्यादा ताकतवर थे। कलाकार ने यह बात किस तरह दिखाई है?
उत्तर
पाठ्यपुस्तक में दिया गया चित्र 5 (पृष्ठ 126) में भारतीयों को अंग्रेजों को चाय पेश करते हुए तथा अंग्रेजों का सामान ले जाते हुए दिखाया गया है।

प्रश्न 4.
ख़र्रा चित्रकार और कुम्हार कलाकार कालीघाट क्यों आए? उन्होंने नए विषयों पर चित्र बनाना क्यों शुरू किया?
उत्तर
कालीघाट आना

  1. यह एक ऐसा समय था, जब वाणिज्यिक तथा प्रशासनिक केंद्रों के रूप में शहरों का विस्तार हो रहा था।
  2. औपनिवेशिक अधिकारी इन शहरों में आकर रह रहे थे, जहाँ नए-नए औपनिवेशिक कार्यालय तथा बाज़ार खुल रहे थे और नई सड़कों व इमारतों का निर्माण हो रहा था।
  3. शहर में नए-नए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे थे, जिसके कारण ग्रामीण कलाकार भी नए ग्राहकों तथा नए संरक्षकों की उम्मीद में शहरों में आकर बसने लगे।
  4. कलाकारों ने नई विषय वस्तुओं पर चित्रकारी की नई शैली विकसित की, क्योंकि मूल्य-मान्यताएँ, रुचियाँ, सामाजिक कायदे-कानून और रीति-रिवाज़ आदि बहुत तेजी से बदल रहे थे।

प्रश्न 5.
राजा रवि वर्मा के चित्रों को राष्ट्रवादी भावना वाले चित्र कैसे कहा जा सकता है?
उत्तर
राष्ट्रवादी भावना

  1. राजा रवि वर्मा आरंभिक चित्रकारों में से थे, जिन्होंने आधुनिक और राष्ट्रीय कला शैली विकसित की।
  2. उन्होंने तैल चित्रकारी और यथार्थपरक जीवन अध्ययन की पश्चिमी कला पर महारत हासिल की, परंतु भारतीय पुराणों के चित्र बनाए। उन्होंने रामायण और महाभारत के अनगिनत दृश्यों को किरमिच पर उतारा।
  3. 1880 के दशक में राजा रवि वर्मा के पौराणिक चित्र भारतीय राजे-रजवाड़ों और कला संग्राहकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हो चुके थे।
  4. राजाओं ने अपने महलों की दीवारें राजा रवि वर्मा के चित्रों से भर रखी थी।

आइए विचार करें

प्रश्न 6.
भारत में ब्रिटिश इतिहास के चित्रों में साम्राज्यवादी विजेताओं के रवैये को किस तरह दर्शाया जाता था?
उत्तर
उत्तर

  1. साम्राज्यवादी कला की एक और श्रेणी ‘इतिहास की चित्रकारी” थी। इस शैली के चित्रों में ब्रिटिश शाही इतिहास की विभिन्न घटनाओं को नाटकीय रूप में चित्रित किया जाता था।
  2. ये चित्रकार यात्रियों के विवरणों और रेखाचित्रों के आधार पर ब्रिटिश जनता को दिखाने के लिए भारत में ब्रिटिश कार्यवाइयों की सुंदर छवि तैयार करने का प्रयास करते थे।
  3. इन तसवीरों में अंग्रेजों का यशगान होता था। इन चित्रों के केंद्र में उनकी सत्ता, उनकी विजय और उनकी श्रेष्ठता होती थी।
  4. साम्राज्यवादी ऐतिहासिक चित्रों में शाही जीत की लोकस्मृतियाँ गढ़ने का भी प्रयास किया ताकि भारत और ब्रिटेन दोनों देशों में अंग्रेजों की जीत साधारण लोगों की स्मृति में बनी रहे।

प्रश्न 7.
आपके अनुसार कुछ कलाकार एक राष्ट्रीय कला शैली क्यों विकसित करना चाहते थे?
उत्तर
राष्ट्रीय कला शैली

  1. बंगाल में राष्ट्रवादी कलाकारों का एक नया समूह रवींद्रनाथ टैगोर के भतीजे अबनिंद्रनाथ टैगोर के साथ जुड़ गया।
  2. इस समूह के कलाकारों ने राजा रवि वर्मा की कला को नकल और पश्चिमी रंग-ढंग की कहकर त्याग | दिया और घोषणा की कि इस प्रकार की शैली राष्ट्र के प्राचीन मिथकों और जनश्रुतियों को चित्रित करने के लिए ठीक नहीं।
  3. इनके अनुसार पेंटिग की असली भारतीय शैली गैर-पश्चिमी कला परंपराओं पर आधारित होनी चाहिए। और उसे पूर्वी विश्व के आध्यात्मिक तत्व को पकड़ना चाहिए।
  4. ये लोग एशियाई कला आंदोलन खड़ा करने के लिए उसी समय भारत की यात्रा पर आए जापानी कलाकारों से भी प्रभावित थे।

प्रश्न 8.
कुछ कलाकारों ने सस्ती कीमत वाले छपे हुए चित्र क्यों बनाए? इस तरह के चित्रों को देखने से लोगों के मस्तिष्क पर क्या असर पड़ते थे?
उत्तर
सस्ती कीमत वाले छपे हुए चित्र

  1. कुछ कलाकारों ने सस्ती कीमत वाले छपे हुए चित्र बनाए ताकि गरीब लोग भी उन्हें आसानी से खरीद सकें। |
  2. इस तरह के चित्रों को देखने से लोगों के मस्तिष्क पर रचनात्मक प्रभाव पड़ता था।
  3. राष्ट्रवादी विचारों को अभिव्यक्त करने और लोगों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ उद्वेलित करने के लिए धार्मिक छवियों का प्रयोग किया गया।

आइए करके देखें

प्रश्न 9.
अपने आसपास मौजूद किसी परंपरागत कला शैली पर ध्यान दें। पता लगाएँ कि पिछले 50 साल के दौरान उसमें क्या बदलाव आए हैं? आप ये भी पता लगा सकते हैं कि इन कलाकारों को किन लोगों से मदद मिलती रही और उनकी कला को कौन लोग देखते हैं? शैलियों और दृश्यों में आए बदलावों पर जरूर ध्यान दें।
उत्तर
छात्र स्वयं करें।

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 11 The Making of the National Movement 1870s – 1947 (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 11 The Making of the National Movement 1870s – 1947 (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
1870 और 1880 के दशकों में लोग ब्रिटिश शासन से क्यों असंतुष्ट थे?
उत्तर
असंतुष्ट होने के कारण

  1. 1878 में आम्र्स एक्ट पारित किया, जिससे भारतीयों से अपने पास हथियार रखने का अधिकार छीन लिया गया।
  2. 1878 में वर्नाक्यूलर एक्ट पारित किया गया इसके द्वारा सरकार ने अपनी आलोचना का अधिकार छीन लिया। अगर किसी अखबार में कोई आपत्तिजनक चीज छपती थी तो सरकार उसकी प्रिंटिंग प्रेस सहित सारी संपत्ति जब्त कर सकती थी।
  3. 1883 में सरकार ने इलबर्ट बिल लागू करने का प्रयास किया, लेकिन अंग्रेजों के विरोध के कारण इसे वापिस ले लिया गया। इस बिल के अनुसार भारतीय न्यायाधीश भी यूरोपीय नागरिकों के मुकदमों की सुनवाई कर सकते थे।

प्रश्न 2.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस किन लोगों के पक्ष में बोल रही थी?
उत्तर
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

  1. कांग्रेस ने उस समय सरकार और शासन में भारतीयों को और अधिक जगह दिए जाने के लिए आवाज़ उठाई।
  2. शासन व्यवस्था के भारतीयकरण की माँग नस्लवाद के खिलाफ चल रहे आंदोलन का एक भाग थी,
    क्योंकि उस समय तक अधिकांश महत्त्वपूर्ण नौकरियों पर गोरे काबिज थे।
  3. कांग्रेस ने न्यायपालिका को कार्यपालिका से अलग करने की माँग की।
  4. आर्क्स एक्ट निरस्त करने तथा अभिव्यक्ति व बोलने की स्वतंत्रता लोगों को दिए जाने की माँग। – राष्ट्रीय आंदोलन का संघटन : 1870-1947 में 159

प्रश्न 3.
पहले विश्व युद्ध से भारत पर कौन से आर्थिक असर पड़े?
उत्तर
भारत पर प्रभाव

  1. इस युद्ध के कारण ब्रिटिश भारत सरकार के व्यय में भारी बढ़ोत्तरी हुई थी। इस खर्चे को पूरा करने के लिए सरकार ने निजी आय और व्यावसायिक लाभ पर कर बढ़ा दिया था। |
  2. सैनिक व्यय में बढ़ोत्तरी तथा युद्ध सामग्री की आपूर्ति के कारण जरूरी चीजों की कीमतों में भारी उछाल आया और आम लोगों का जीवन मुश्किल हो गया।
  3. इस युद्ध ने औद्योगीकरण वस्तुओं; जैसे-जूट के बोरे, कपड़े, रेल की पटरियाँ आदि की माँग बढ़ा दी। इन दिनों अन्य देशों में भारत आने वाले आयात में कमी आयी थी, जिस कारण भारतीय उद्योगों का विस्तार हुआ।

प्रश्न 4.
1940 के मुसलिम लीग के प्रस्ताव में क्या माँग की गई थी?
उत्तर
1940 में मुसलिम लीग की माँग-1940 के मुसलिम लीग के प्रस्ताव में देश के उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी भागों में मुसलिमों के लिए स्वतंत्र राज्यों की माँग की गयी। इस प्रस्ताव में विभाजन या पाकिस्तान का जिक्र नहीं था। आइए विचार करें

प्रश्न 5.
मध्यमार्गी कौन थे? वे ब्रिटिश शासन के खिलाफ किस तरह का संघर्ष करना चाहते थे?
उत्तर
मध्यमार्गी

  1. कांग्रेस के प्रारंभिक नेता मध्यमार्गी थे, इन नेताओं में प्रमुख थे-दादाभाई नौरोजी, सुरेंद्रनाथ बनर्जी, गोपालकृष्ण गोखले आदि।

संघर्ष का तरीका-

  1. इन नेताओं को विश्वास था कि अंग्रेज़ पढ़े-लिखे, सभ्य हैं, वे भारतीयों के दुख-दर्द को समझेंगे तथा उन्हें दूर करेंगे।
  2. ये नेता प्रार्थना-पत्रों, अपीलों, याचिकाओं के द्वारा अपनी बात अंग्रेज़ों तक पहुँचाने तथा मनवाने में
    विश्वास रखते थे।
  3. ये नेता सरकार के अत्याचारों, गलत नीतियों, दुष्प्रभावों से जनता को अवगत कराना चाहते थे।

प्रश्न 6.
कांग्रेस में आमूल परिवर्तनवादी की राजनीति मध्यमार्गी की राजनीति से किस तरह भिन्न थी?
उत्तर
अंतर-

  1. नरमपंथी संघर्ष में शांतिपूर्ण तरीकों को प्रयोग करना चाहते थे, जबकि गरमपंथी उग्र एवं क्रांतिकारी तरीका अपनाना चाहते थे।
  2. नरमपंथी यह मानते थे कि सरकार उनकी न्यायसंगत माँगों को मान लेगी, जबकि गरमपंथी सोचते थे कि बिना किसी दबाव अंग्रेज़ उनकी माँग नहीं मानेंगे।
  3. नरमपंथी प्रार्थनाओं, अपीलों और याचिकाओं में विश्वास करते थे, जबकि गरमपंथी उनके इस तरीके के विरोधी थे।

प्रश्न 7.
चर्चा करें कि भारत के विभिन्न भागों में असहयोग आंदोलन ने किस-किस तरह के रूप ग्रहण किए? लोग गांधीजी के बारे में क्या समझते थे?
उत्तर
असहयोग आंदोलन के कारण

  1. खेड़ा (गुजरात) में पाटीदार किसानों ने अंग्रेजों द्वारा थोप दिए गए भारी लगान के खिलाफ अहिंसक आंदोलन किया।
  2. तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के भीतरी भागों में शराब की दुकानों की घेराबंदी की गयी।
  3. आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में आदिवासी और गरीब किसानों का विरोध औपनिवेशिक सरकार के वन-संसाधनों पर उनके अधिकारों को बहुत सीमित करने के लिए था।
  4. पंजाब में सिखों के अकाली आंदोलन अपने गुरुद्वारों के भ्रष्ट महंतों को हटाने के लिए था। |
  5. असम में चाय बागान मजदूरों ने अपनी तनख्वाह में बढ़ोत्तरी के लिए आंदोलन चलाया।
  6. लोग गांधीजी को एक तरह का मसीहा, एक ऐसा व्यक्ति मानते थे जो उन्हें मुसीबतों और गरीबी से छुटकारा दिला सकता है।

प्रश्न 8.
गांधीजी के नमक कानून तोड़ने का फैसला क्यों लिया?
उत्तर
नमक कानून तोड़ना

  1. उस समय नमक के उत्पादन और ब्रिकी पर सरकार का एकाधिकार था।
  2. महात्मा गांधी और अन्य राष्ट्रवादियों के अनुसार नमक पर टैक्स वसूलना पाप है, क्योंकि यह हमारे भोजन का अभिन्न अंग है।।
  3. 1930 में गांधीजी और उनके समर्थक साबरमती से 240 किलोमीटर दूर स्थित दांडी तक पैदल चलकर गए और वहाँ तट पर बिखरा नमक इकट्ठा करके सार्वजनिक रूप से नमक कानून का उल्लंघन किया।

प्रश्न 9.
1937-47 की उन घटनाओं पर चर्चा करें जिनके फलस्वरूप पाकिस्तान का जन्म हुआ?
उत्तर
पाकिस्तान का जन्म|

  1. 1937 में मुसलिम लीग संयुक्त प्रांत में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहती थी, परंतु कांग्रेस ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया, जिससे दोनों के बीच मतभेद गहरे हो गए।
  2. 1940 में मुसलिम लीग ने देश के पश्चिमोत्तर तथा पूर्वी क्षेत्रों में मुसलमानों के लिए स्वतंत्र राज्यों की माँग का एक प्रस्ताव पारित किया।
  3. 1946 के प्रांतीय चुनावी लीग को मुसलमानों के लिए आरक्षित सीटों पर अत्यधिक सफलता मिली। इससे लीग ‘पाकिस्तान’ की माँग पर कायम रही।
  4. मार्च 1946 कैबिनेट मिशन की विफलता के बाद लीग ने पाकिस्तान की अपनी माँग मनवाने के लिए 16 अप्रैल, 1946 को प्रत्यक्ष कार्यवाई दिवस’ मनाने का आह्वान किया गया।
  5. इसी दिन कलकत्ता में दंगे भड़क उठे और मार्च, 1947 तक हिंसा उत्तरी भारत के विभिन्न भागों में फैल गई और इसके बाद विभाजन का परिणाम सामने आया एक नए देश पाकिस्तान का जन्म हुआ।

आइए करके देखें

प्रश्न 10.
पता लगाएँ कि आपके शहर, ज़िले, इलाके या राज्य में राष्ट्रीय आंदोलन किस तरह आयोजित किया गया। किन लोगों ने उसमें हिस्सा लिया और किन लोगों ने उसका नेतृत्व किया? आपके इलाके में आंदोलन को कौन सी सफलताएँ मिलीं?
उत्तर
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 11.
राष्ट्रीय आंदोलन के किन्हीं दो सहभागियों या नेताओं के जीवन और कृतित्व के बारे में और पता लगाएँ तथा उनके बारे में एक संक्षिप्त निबंध लिखें। आप किसी ऐसे व्यक्ति को भी चुन सकते हैं, जिसका इस अध्याय में ज़िक्र नहीं आया है।
उत्तर

  1. वीर कुंवर सिंह-वीर कुंवर सिंह (1777-1858) बिहार राज्य में आरा के निकट जगदीशपुर के एक जमींदार थे। भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 80 वर्ष की आयु में उन्होंने दानापुर में संग्राम की कमान सँभाली और दो दिन बाद आरा पर कब्जा कर दिया। 23 अप्रैल, 1858 को जगदीशपुर के निकट लड़े गए अपने अंतिम युद्ध में उन्होंने कैप्टन लि ग्रैंड की सेना को हराया था। 26 अप्रैल, 1958 को अपने गाँव में उनकी मृत्यु हो गयी।
  2. सरोजिनी नायडू-भारत कोकिला सरोजिनी नायडू (13 फरवरी, 1879-2 मार्च, 1949) एक विशिष्ट कवयित्री और अपने समय की महान वक्ताओं में से थी। 1898 में उनका विवाह गोविन्द राजुलु नायडू | से हुआ जो पेशे से डॉक्टर थे।

उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कानपुर अधिवेशन की अध्यक्षता की। नमक सत्याग्रह एवं उसके बाद के अन्य संघर्षों में उनकी अग्रणी भूमिका रही। वह कई वर्षों तक राष्ट्रीय महिला सम्मेलन की अध्यक्षा रहीं तथा इससे जुड़े स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देती रहीं। वह 1947 में यूनाइटेड प्रॉविंस (वर्तमान उत्तर प्रदेश) की गवर्नर नियुक्त होने वाली प्रथम महिला थीं।

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 12 India after Independence (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 12 India after Independence (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
नवस्वाधीन भारत के सामने कौन सी तीन समस्याएँ थीं?
उत्तर
आज़ाद भारत की बड़ी चुनौतियाँ|

  1. विभाजन की वजह से 80 लाख शरणार्थी पाकिस्तान से भारत आ गए थे। इन लोगों के लिए रहने तथा रोजगार का इंतजाम करना था।
  2. करीब 500 रियासतें राजाओं या नवाबों के शासन में चल रही थीं। इन सभी को नए राष्ट्र में शामिल होने के लिए तैयार करना बहुत मुश्किल काम था।
  3. लोगों को एक ऐसी राजनीतिक व्यवस्था प्रदान करना जिसके द्वारा उनकी आशाओं और आकांक्षाओं
    को पूरा किया जा सके।

प्रश्न 2.
योजना आयोग की क्या भूमिका थी?
उत्तर
योजना आयोग की भूमिका

  1. आर्थिक विकास के लिए नीतियाँ बनाना और उनको लागू करना।
  2. कौन से उद्योग सरकार द्वारा और कौन से उद्योग निजी उद्योगपतियों द्वारा लगाए जाएँगे। यह निश्चित करना योजना आयोग का काम था।
  3. विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों के बीच किस तरह का संतुलन बनाया जाएगा। इसको परिभाषित करना योजना आयोग का काम था।

प्रश्न 3.
रिक्त स्थान भरें :
(क) केंद्रीय सूची में ………….. और …………….. विषय रखे गए थे। .
(ख) समवर्ती सूची में …………… और …………….. विषय रखे गए थे।
(ग) वह आर्थिक योजना जिसमें सरकारी और निजी, दोनों क्षेत्रों को विकास में भूमिका दी गई थी, उसे ……………… मॉडल कहा जाता था।
(घ) ………………… की मृत्यु से इतना ज़बरदस्त आंदोलन पैदा हुआ कि सरकार को आंध्र भाषी राज्य के गठन की माँग को मानना पड़ा।
उत्तर
रिक्त स्थान-
(क) कराधान, रक्षा, विदेशी मामले।।
(ख) वन, कृषि।
(ग) मिश्रित।
(घ) पोट्टी श्रीरामुलु।

प्रश्न 4.
सही या गलत बताएँ :
(क) आज़ादी के समय ज्यादातर भारतीय गाँवों में रहते थे।
उत्तर
सही

(ख) सविधान भाषा कांग्रेस पार्टी के सदस्यों से मिलकर बनी थी।
उत्तर
गलत

(ग) पहले राष्ट्रीय चुनावों में केवल पुरुषों को ही वोट डालने का अधिकार दिया गया था।
उत्तर
गलत

(घ) दूसरी पंचवर्षीय योजना में भारी उद्योगों के विकास पर जोर दिया गया था।
उत्तर
सही

आइए विचार करें

प्रश्न 5.
“राजनीति में हमारे पास समानता होगी और सामाजिक व आर्थिक जीवन में हम असमानता की राह पर चलेंगे” कहने के पीछे डॉ. अंबेडकर का क्या आशय था?
उत्तर
अंबेडकर का आशय

  1. राजनीतिक लोकतंत्र के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र भी ज़रूरी है। यानी जीवन में समानता भी ज़रूरी है।
  2. लोगों को वोट डालने का अधिकार दे देने से अमीर-गरीब या ऊँची और नीची जातियों का अंतर अपने आप खत्म नहीं हो जाएगा।
  3. राजनीति में हम एक व्यक्ति, एक वोट और एक मूल्य के सिद्धांत का पालन करेंगे। इसके विपरीत अपनी सामाजिक एवं आर्थिक संरचना के फलस्वरूप हम सामाजिक और आर्थिक जीवन में एक व्यक्ति, एक मूल्य के सिद्धांत का निषेध करते रहेंगे।

प्रश्न 6.
स्वतंत्रता के बाद देश को भाषा के आधार पर राज्यों में बाँटने के प्रति हिचकिचाहट क्यों थी?
उत्तर
हिचकिचाहट के कारण

  1. भारत धर्म के आधार पर बँट चुका था। देश विभाजन के कारण हिंदुओं और मुसलमानों के बीच हुए। भीषण दंगों में 10 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे ऐसे में चिंता स्वाभाविक थी।
  2. भाषा के आधार पर हमारा देश दूसरा बँटवारा नहीं झेल सकता था इसलिए चिंता स्वाभाविक थी।
  3. प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उप-प्रधानमंत्री वल्लभ भाई पटेल दोनों ही देश के भाषा के आधार पर दूसरे विभाजन के डर से भाषा के आधार पर राज्यों के गठन की नीति के विरोधी थे।

प्रश्न 7.
एक कारण बताइए कि आज़ादी के बाद भी भारत में अंग्रेज़ी क्यों जारी रही?
उत्तर
भारत में अंग्रेजी जारी रहने का कारण

  1. बहुत सारे लोगों का मानना था कि अंग्रेजों के साथ अंग्रेजी भाषा को भी विदा कर दिया जाना चाहिए और अंग्रेजी का स्थान हिंदी को दिया जाना चाहिए।
  2. परंतु जो लोग हिंदी नहीं बोलते थे उनकी राय थी कि अगर उन पर हिंदी थोपी गई तो दक्षिण भारतीय गैर-हिंदी भाषी क्षेत्र भारत से अलग हो जाएँगे।
  3. देश को विवाद से बचाने के लिए संविधान निर्माताओं ने हिंदी को ”राजभाषा” का दर्जा दिया, जबकि अदालतों सेवाओं, विभिन्न राज्यों के बीच संचार आदि के लिए अंग्रेजी भाषा के इस्तेमाल का फैसला लिया।

प्रश्न 8.
आज़ादी के बाद प्रारंभिक दशकों में भारत के आर्थिक विकास की कल्पना किस तरह की गई थी?
उत्तर
आर्थिक विकास की कल्पना

  1. भारत और भारतीयों को गरीबी से मुक्त करना।
  2. आधुनिक तकनीकी एवं औद्योगिक आधार निर्मित करना।
  3. विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों के बीच किस तरह का संतुलन बनाया जाएगा। आइए करके देखें

प्रश्न 9.
मीरा बहन कौन थीं? उनके जीवन और आदर्शों के बारे में पता लगाएँ।
उत्तर

  1. मीरा बहन (22 नवंबर 1892-20 जुलाई 1982) एक ब्रिटिश एडमिरल की बेटी थी। उनका वास्तविक नाम मेडलिन स्लेड था।।
  2. वह गांधीजी की बेटी जैसी थी। उसने गांधीजी के साथ रहने तथा काम करने के लिए इंग्लैंड का अपना घर छोड़ दिया।
  3. मीरा बहन ने अपना जीवन मानव विकास, गांधीजी के सिद्धांतों के प्रचार तथा भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के लिए समर्पित कर दिया। उन्हें 1982 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

प्रश्न 10.
पाकिस्तान में भाषा के आधार पर हुए उन विवादों के बारे में और पता लगाएँ जिनकी वजह से बांगलादेश का जन्म हुआ। बांगलादेश को पाकिस्तान से आज़ादी कैसे मिली? ।
उत्तर
बांगलादेश को जन्म

  1. 1947 में पाकिस्तान के दो भाग थे-एक भारत के पश्चिम में और दूसरा भारत के पूर्व में था। दोनों भागों का सांस्कृतिक भौगोलिक एवं भाषायी आधार अलग था। |
  2. 1948 में पाकिस्तान सरकार द्वारा उर्दू को राष्ट्र भाषा के रूप में स्वीकार करने के कारण पूर्वी पाकिस्तान के बंगाली बोलने वाले लोगों ने इसका विरोध किया।
  3. भाषायी विभेद के अतिरिक्त, राजनीतिक एवं आर्थिक उपेक्षा के कारण पश्चिमी पाकिस्तान के विरुद्ध पूर्वी पाकिस्तान में व्यापक विद्रोह शुरू हो गया।
  4. 1971 में पूर्वी पाकिस्तान ने स्वतंत्रता के लिए पश्चिमी पाकिस्तानी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी और भारतीय सैनिकों की सहायता से 16 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान की जीत हुई तथा बांगलादेश का जन्म हुआ।
  5. फरवरी 1974 को पाकिस्तान ने भी बांगलादेश को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दे दी।

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 5 When People Rebel (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की अंग्रेज़ों से ऐसी क्या माँग थी जिसे अंग्रेजों ने ठुकरा दिया?
उत्तर
झाँसी की रानी की माँग-झाँसी की रानी चाहती थी कि कंपनी उसके पति की मृत्यु के बाद उनके गोद लिए हुए बेटे को वैध उत्तराधिकारी मान लें।

प्रश्न 2.
ईसाई धर्म अपनाने वालों के हितों की रक्षा के लिए अंग्रेज़ों ने क्या किया?
उत्तर
ईसाई धर्म अपनाने वालों के हितों की रक्षा

  1. 1850 में एक नया कानून बनाया जिससे ईसाई धर्म को अपनाना और आसान हो गया।
  2. ईसाई धर्म अपनाने वाले भारतीयों को अपने पूर्वजों की संपत्ति प्राप्त करने का अधिकार दे दिया।

प्रश्न 3.
सिपाहियों को नए कारतूसों पर क्यों ऐतराज था?
उत्तर
नए कारतूसों पर ऐतराज का कारण-

  1. सिपाहियों को लगता था कि कारतूस पर लगी पट्टी को बनाने में गाय व सुअर की चर्बी का प्रयोग किया गया है।
  2. बंदूक में कारतूस लगाने के लिए कारतूस पर लगी पट्टी दाँत से काटनी पड़ती थी।
  3. इससे हिंदू एवं मुसलमान सिपाहियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचती थी।

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प्रश्न 4.
अंतिम मुगल बादशाह ने अपने आखिरी साल किस तरह बिताए?
उत्तर
मुगल बादशाह के जीवन के आखिरी साल

  1. उन पर मुकदमा चलाया गया तथा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
  2. बादशाह के बेटों को उनके सामने गोली मार दी गई।
  3. बादशाह तथा उनकी पत्नी जीनत महल को रंगून जेल भेज दिया गया जहाँ नवंबर 1862 में उनकी मृत्यु हो गई।

आइए विचार करें

प्रश्न 5.
मई 1857 से पहले भारत में अपनी स्थिति को लेकर अंग्रेज़ शासकों के आत्मविश्वास के क्या कारण थे?
उत्तर
अंग्रेज शासकों के आत्मविश्वास के कारण

  1. अंग्रेजों की सोच थी कि भारतीय सिपाही उनके विश्वसनीय है, क्योंकि 1857 से पहले उन्होंने भारतीय सिपाहियों की सहायता से कई लड़ाइयाँ जीती थीं तथा बड़े-बड़े विद्रोह कुचले थे।
  2. अंग्रेज शासक जानते थे कि कई स्थानीय राजा व जमींदार उनके शासन का समर्थन करते हैं, क्योंकि स्थानीय शासकों ने अपने हितों की रक्षा के लिए कंपनी के साथ बातचीत की।
  3. स्थानीय शासकों की स्वतंत्रता घटती जा रही थी, क्योंकि उनकी सेनाओं को भंग कर दिया गया था। तथा उनके राजस्व वसूलने के अधिकार छीन लिए गए थे।
    अतः वे भारत में अपनी स्थिति को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए थे।

प्रश्न 6.
बहादुर शाह ज़फर द्वारा विद्रोहियों को समर्थन दे देने से जनता और राज-परिवारों पर क्या असर पड़ा?
उत्तर
जनता और राज-परिवारों पर प्रभाव-

  1. बहादुर शाह ज़फ़र के समर्थन से जनता बहुत उत्साहित हुई उनका उत्साह और साहस बढ़ गया। इससे उन्हें आगे बढ़ने की हिम्मत, उम्मीद और आत्मविश्वास मिला।
  2. ब्रिटिश शासन के विस्तार से भयभीत बहुत सारे शासकों को लगने लगा कि अब फिर से मुगल बादशाह अपना शासन स्थापित कर लेंगे जिससे वे अपने इलाकों में बेफिक्र होकर शासन चला सकेंगे।
  3. विभिन्न ब्रिटिश नीतियों के कारण जिन राज-परिवारों ने अपनी सत्ता खो दी थी वे इस खबर से बहुत | खुश थे, क्योंकि उन्हें लगने लगा था कि अब ब्रिटिश राज खत्म हो जाएगा और उन्हें अपनी सत्ता वापस मिल जाएगी।

प्रश्न 7.
अवध के बागी भूस्वामियों से समर्पण करवाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?
उत्तर
अवध के बागी भूस्वामियों का समर्पण

  1. अंग्रेजों ने कुछ भू-स्वामियों, राजाओं व नवाबों पर मुकदमे चलाए तथा उन्हें फाँसी दे दी।
  2. अंग्रेजों ने घोषणा की कि जो भू-स्वामी ब्रिटिश राज के प्रति स्वामिभक्त बने रहेंगे, उन्हें अपनी जमीन पर पारंपरिक अधिकार का उपभोग करने स्वतंत्रता बनी रहेगी।
  3. जिन भू-स्वामियों ने विद्रोह किया था यदि उन्होंने किसी अंग्रेज़ की हत्या नहीं की है और वे आत्मसमर्पण करना चाहते हैं तो उन्हें सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी और जमीन पर उनका अधिकार और दावेदारी बनी रहेगी।

प्रश्न 8.
1857 की बगावत के फलस्वरूप अंग्रेज़ों ने अपनी नीतियाँ किस तरह बदलीं?
उत्तर
अंग्रेज़ों की नीति में बदलाव

  1. ब्रिटिश संसद ने 1858 में एक नया कानून पारित किया और ईस्ट इंडिया कंपनी के सारे अधिकार ब्रिटिश साम्राज्य के हाथ में सौंप दिए।
  2. ब्रिटिश मंत्रिमंडल में एक सदस्य को भारत मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। उसे सलाह देने के लिए एक परिषद् का गठन किया गया जिसे इंडिया काउंसिल कहा जाता था।
  3. भारत के गवर्नर-जनरल को वायसराय कहा जाने लगा।
  4. देश के सभी शासकों को भरोसा दिया गया कि भविष्य में कभी भी उनके भू-क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया जाएगा। भारतीय शासकों को ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन शासन चलाने की छूट दी गई।
  5. सेना में भारतीय सिपाहियों का अनुपात कम करने और यूरोपीय सिपाहियों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया।
  6. मुसलमानों की जमीन और संपत्ति बड़े पैमाने पर जब्त की गयी, क्योंकि 1857 के विद्रोह का कारण मुसलमानों को माना गया।
  7. अंग्रेजों ने भारत के लोगों के धर्म और सामाजिक रीति-रिवाजों का सम्मान करने का निर्णय लिया। आइए करके देखें |

प्रश्न 9.
पता लगाएँ कि सन सत्तावन की लड़ाई के बारे में आपके इलाके या आपके परिवार के लोगों को किस तरह की कहानियाँ और गीत याद हैं? इस महान विद्रोह से संबंधित कौन सी यादें अभी लोगों को उत्तेजित करती हैं?
उत्तर
(i) गीत
बुंदेले हर बोलों के…………खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।
(ii) कहानी
अंग्रेज़ों द्वारा मंगल पांडे को फाँसी पर लटकाने की कहानी आज भी हमें उत्तेजित कर देती है।

प्रश्न 10.
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बारे में और पता लगाएँ। आप उन्हें अपने समय की एक विलक्षण महिला क्यों मानते हैं?
उत्तर
रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 1828 में बनारस में हुआ। इनका बचपन का नाम मनु था इन्हें बचपन में
तलवारबाजी, तीर-कमान घुड़सवारी का शौक था और इन्होंने इन सभी में महारत भी हासिल कर ली थी। बचपन में तलवारबाजी में इनका बड़े-बड़े योद्धा सामना नहीं कर पाते थे। वह अंग्रेजी शासन के विरुद्ध थी और अंग्रेजों को देश से भगा देना चाहती थी। बचपन में ही अत्याचारी अंग्रेज अफ़सरों से रात में छुप-छुपकर बदला लेना शुरू कर दिया था। 14 वर्ष की आयु में उनकी शादी झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुई। झाँसी की रानी बनने के बाद वह रात में चोरी-छिपे क्रांति गुरु बनकर अत्याचारी अंग्रेज अफ़सरों को सबक सिखाती रही। पति की मृत्यु के बाद उन्होंने शासन अपने हाथों में लिया और अंग्रेजों का विरोध जारी रखा। वह अंग्रेजों को देश से बाहर करने के लिए सभी रियासतों को एकजुट करना चाहती थी। उनकी कूटनीति को समझना चाहती थी। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उनका एक सेनापति अंग्रेजों से मिला हुआ था जिसके विश्वासघात के कारण अंग्रेज सेना ने उन्हें महल में चारों ओर से घेर लिया और हथियार डालने के लिए कहा लेकिन लक्ष्मीबाई ने हार नहीं मानी, अपने पुत्र को पीठ पर बाँधकर और मुँह में घोड़े की लगाम दबाकर दोनों हाथों से तलवार चलाते हुए अंग्रेज सेना को चीरती हुई महल से बाहर निकल गयी और अंत में अंग्रेजों से लड़ते हुए जून 1858 को वीरगति को प्राप्त हुई।

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