NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 4 Carbon and Its Compounds (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 4 Carbon and Its Compounds (Hindi Medium)

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Chapter 4. कार्बन और इसके यौगिक

अध्याय : 4 

पेज – 68

1. CO2 सूत्र वाले कार्बन डाइऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिदुं संरचना क्या होगी?

2. सल्फर के आठ परमाणुओं से बने सल्प़फर के अणु की इलेक्ट्रॉन बिदुं संरचना क्या होगी? ( संकेत : सल्फ़र के आठ परमाणु एक अँगूठी के रूप में आपस में जुड़े होते हैं।)

पेज – 76

1. पेन्टेन के लिए आप कितने संरचनात्मक समावयवों का चित्रण कर सकते हैं?

उत्तर : 

2. कार्बन के दो गुणधर्म कौन से हैं जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है?

उत्तर : कार्बन के दो गुणधर्म :-

  • कार्बन की संयोजकता चार है अत: यह अपने ही परमाणुओं के साथ एकल , द्वि , त्रिक सहसयोंजक आबंध के साथ जुड़ते है |
  • एक कार्बन परमाणु अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ आबंध बनाकर लम्बी – लम्बी शृंखलन (Catenation) बनता है | इसे कार्बन यौगिक की संख्या बहुत विस्तृत है |

3. साइक्लोपेन्टेन का सूत्र तथा इलेक्ट्रॉन बिदुं संरचना क्या होंगे?

4. निम्न यौगिकों की संरचनाएँ चित्रित कीजिएः
(a)  एथेनॉइक अम्ल  
(b)  ब्रोमोपेन्टेन*
(c)  ब्यूटेनोन        
(d) हेक्सेनैल
*क्या ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव संभव हैं?

5. निम्न यौगिकों का नामकरण कैसे करेंगे?
(a)
(b)
(c)

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1. एथनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते हैं?

उत्तर : ऐथेनॉइक + ऑक्सीजन  → एथेनॉइक अम्ल | इस प्रकार यहाँ ऑक्सीजन की वृद्धि व हाइड्रोजन की कमी हुई तथा ये क्रियाएँ ऑक्सीजन अभिक्रियाँ कहलाती है |

2. ऑक्सीजन तथा एथाइन के मिश्रण का दहन वेलिंडग के लिए किया जाता है। क्या आप बता सकते हैं कि एथाइन तथा वायु के मिश्रण का उपयोग क्यों नहीं किया जाता?

उत्तर : वायु में ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध नहीं होती | वेलिंडग में पूर्ण दहन के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता है अत: ऑक्सीजन एवं एथाइन के मिक्षण को ही वेलिंडग के लिए प्रयोग किया जाता है | इस मिक्षण को ऑक्सीऐसिटिलीन गैस कहते है |

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1. प्रयोग द्वारा आप ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल में कैसे अंतर कर सकते हैं?

उत्तर : सोडियम बाईकार्बोनेट से अभिक्रिया करने पर दोनों में अंतर प्राप्त होता है | सोडियम बाईकार्बोनेट ऐल्कोहॉल के साथ कोई क्रिया नहीं करते और न ही गैस उत्पन्न होती है | परन्तु एथेनॉइक अम्ल अभिक्रिया करने पर CO2  गैस उत्सर्जित होती है |

2. ऑक्सीकारक क्या हैं?

उत्तर : ऑक्सीकारक वे पदार्थ होते है जो दुसरे पदार्थ को ऑक्सीकृत कर देते है एवं स्वयं अपघटित हो जाते है | उदारहण : KMnO4

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1. क्या आप डिटरजेंट का उपयोग कर बता सकते हैं कि कोई जल कठोर है अथवा नहीं?

उत्तर : हम डिटरजेंट का प्रयोग कर यह नहीं बता सकते है कि जल कठोर है अथवा क्योंकि ये दोनों ही सिथतियों में मिसेल (झाग) उत्पन्न करते है |

2. लोग विभिन्न प्रकार से कपड़े धोते हैं। सामान्यतः साबुन लगाने के बाद लोग कपड़े को पत्थर पर पटकते हैं, डंडे से पीटते हैं, ब्रुश से रगड़ते हैं या वाशिंग मशीन में कपड़े रगड़े जाते हैं। कपड़ा साफ़ करने के लिए उसे रगड़ने की क्यों आवश्यकता होती है?

उत्तर : साबुन मैल के साथ क्रिया करके एक मिसेली संरचना तैयार करते है | तैलीय मैल मिसेल के किंद्र में एकत्रित हो जाता है तथा कपड़ो से चिपक जाता अत: उसे साफ करने के लिए ऐसा करना आवश्यक है |

Q1. एथेन का आण्विक सूत्र – C2H6 है। इसमेंः

(a) 6 सहसंयोजक आबंध हैं
(b) 7 सहसंयोजक आबंध हैं
(c) 8 सहसंयोजक आबंध हैं
(d) 9 सहसंयोजक आबंध हैं

उत्तर : (b) 7 सहसंयोजक आबंध हैं |

Q2. ब्यूटेनॉन चर्तु-कार्बन यौगिक है जिसका प्रकार्यात्मक समूह :

(a) कार्बोक्सिलिक अम्ल
(b) ऐल्डिहाइड
(c) कीटोन  
(d) ऐल्कोहॉल

उत्तर : (c) कीटोन |

Q3. खाना बनाते समय यदि बर्तन की तली बाहर से काली हो रही है तो इसका मतलब है कि :

(a) भोजन पूरी तरह नहीं पका है।
(b) ईंधन पूरी तरह से जल रहा है।
(c) ईंधन आर्द्र है।
(d) ईंधन पूरी तरह से जल रहा है।

उत्तर : (b) ईंधन पूरी तरह से जल रहा है।

Q4.CH3cl में आबंध निर्माण का उपयोग कर सहसंयोजक आबंध की प्रकृति समझाइए।

उत्तर : CH3Cl में तीन हाइड्रोजन परमाणु कार्बन के एक परमाणु के साथ सहसंयोजक आबंध से जुड़े होते है | इसी प्रकार कार्बन क्लोरीन के मध्य भी सहसंयोजक आबंध है|

Q5. इलेक्ट्रॉन बिदुं संरचना बनाइएः

(a) एथेनॉइक अम्ल
(b) H2S
(c) प्रोपेनोन
(d) F2

उत्तर : 

Q6. समजातीय श्रेणी क्या है? उदाहरण के साथ समझाइए।

उत्तर : कार्बन यौगिकों की ऐसी शृंखला  जिसमें हाईड्रोजनको एक प्रकार का  प्रकार्यात्मक वर्ग प्रतिस्थापित करता है , समजातीय  श्रेणी कहलाती है |

उदारहण – मेथेन (CH2) , एथेन (C2H6) , प्रोपोंन (C3H8) .

इनमें CH2 इकाई का अंतर है | ऐल्कीनों का सामान्य सूत्र CnH2n के रूप में लिखा जा सकता है तथा न = 2,3,4 है |

Q7. भौतिक एंव रासायनिक गणुधर्मा के आधार पर एथनॉल  एंव  अम्ल आप कसै अतंर करेंगे?

उत्तर :
भौतिक गुण :-

  1. एथेनॉल की गंध अभिलाक्षणिक ऐल्कोहाली होती है जबकि एथेनॉल अम्ल की गंध तीव्र होती है |
  2. एथेनॉल का गलनांक 156K होता है जबकि एथेनॉल अम्ल का क्वथनांक 290K होता है |
  3. एथेनॉल का क्वथनांक 351K होता है जबकि एथेनॉल अम्ल का क्वथनांक 391K होता है |

रासायनिक गुण :-

  1. एथेनॉल लिटमस पेपर पर कोई फर्क नहीं करता है जबकि एथेनॉल अम्ल नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है |
  2. एथेनॉल सोडियम कार्बोनेट से कोई क्रिया नहीं करते है जबकि एथेनॉल अम्ल सोडियम कार्बोनेट के साथ क्रिया कर CO2 गैस उत्पन्न करते है |

Q8. जब साबुन को जल में डाला जाता है तो मिसेल का निर्माण क्यों होता है? क्या एथेनॉल जैसे दूसरे विलायकों में भी मिसेल का निर्माण होगा।

उत्तर : साबुन को जल में डालने पर मिसेल (झाग) बनता है क्योंकि साबुनों में दो होते है – एक लबीं हाइड्रोकार्बन पूंछ तथा एक ऋणात्मक सिरा | पूंछ जलविरोधी व सिर जलारागी होता है | जब यह जल जैसे ध्रुवीय विलायक के साथ क्रिया करते है तो आवेशित भाग के कारण जलरागी भाग आ जाता है अत: वे साबुन के अणुओं के सिर को चारों ओर से घेरकर गुच्छों का निमार्ण करते है और झाग का भी निमार्ण करते है | एथेनॉल ध्रुवीय विलायक नहीं है इसलिए ये साबुन के साथ झाग नहीं बनाते है |

Q9. कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर अनुप्रयोगों में ईंधन के रूप में क्यों किया जाता है?

उत्तर : कार्बन एंव उसके यौगिक दहन के फलस्वरूप अत्यधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करते है | इनका दहन नियंत्रित करना सरल है तथा ज्वलन ताप भी सामान्य है अत: इनके यौगिक को ईधन के रूप में प्रयोग किया जाता है |

Q10. कठोर जल को साबुन से उपचारित करने पर झाग के निर्माण को समझाइए।

उत्तर : कठोर जल उपस्थित कैल्सियम व मैग्नीशियम आयन साबुन के साथ अभिक्रिया करके अघुलनशील लवण बनाते है | अत: सफेद अवक्षेप का निमार्ण होता है |

2C17H35COONa + Mg2+ → (C17H35COO)2Mg + 2Na+

Q11. यदि आप लिटमस पत्र (लाल एवं नील) से साबुन की जाँच करें तो आपका प्रेक्षण क्या होगा?

उत्तर : साबुन क्षारीय प्रकृति का होता है अत : यह लाल लिटमस पेपर इको नीला कर देता है |

Q12. हाइड्रोजनीकरण क्या है? इसका औद्योगिक अनुप्रयोग क्या है?

उत्तर : असंतृप्त हाईड्रोकार्बन हाईड्रोजन से योग करके संतृप्त यौगिक बनाते है | यह प्रकिया  हाइड्रोजनीकरण कहलाती है | इस प्रकिया को तेल से घी बनाने में प्रयोग किया जाता है
वनस्पति तेल +H

Q13. दिए गए हाइड्रोकार्बन : C2H, C3H8 , C3H6 , C2H2  एवं CH4 में किसमें संकलन अभिक्रिया होती है?

उत्तर : C2H2 एवं C3H6में योग अभिक्रिया होगी क्योंकि ये  असंतृप्त हाईड्रोकार्बन है |

Q14. मक्खन एवं खाना बनाने वाले तेल के बीच रासायनिक अंतर समझने के लिए एक परीक्षण बताइए।

उत्तर : मक्खन संतृप्त एवं खाघ तेल असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है | इनमें ब्रोमीन जल कड़े सहायता से अतंर किया जा सकता है | मक्खन व तेल गर्म करें | अब इनकें कछु बुँदें ब्रोमीन जल की डालें | मक्खन में कार्बनिक यौगिक है | इसी प्रकार तेल में डालने पर ब्रोमीन जल का रंग उड़ जाता है अत: यह असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है |

Q15. साबुन की सफ़ाई प्रक्रिया की क्रियाविधि समझाइए।

उत्तर : साबुन के अनु में दो सिरे होते है एक जल विरोधी तथा दूसरा जलारागी | जल विरोधी सिरा कपड़ो में लगी मैल के साथ चिपक जाता है परन्तु जलारागी सिरा जल के अणुओं से चिपक जाता है |  इसी क्रिया के कारण झाग (मिसेल) निर्मित होता है | इस झाग में साबुन के अणु एक गोलाकार आकार में व्यवसिथ्त हो जाते है | ध्रुवीय भाग CooNa|

महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

Q1. कार्बन चार इलेक्ट्रान खोकर किस उत्कृष्ट गैस (नॉबल गैस ) के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास को प्राप्त करता है ? 

उत्तर : हीलियम

Q2. भूपर्पटी में खनिज के रूप में कार्बन की कितनी मात्रा है ?

उत्तर : 0.002 %

Q3. कार्बन का एक गुण बताइए जिसके कारण वह बड़ी संख्या में अनु (molecules) बनता है |  

उत्तर : श्रृंखलन |

Q4. एस्टर अम्ल या क्षार की उपस्थिति में अभिक्रिया करके पुन: एल्कोहल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल बनाता है, इस अभिक्रिया को क्या कहते है ? 

उत्तर : साबुनीकरण

Q5. मिशेल के किस शिरे को आयनिक शिरा कहा जाता है ? 

उत्तर : जलरागी शिरा

Q6. एल्केन में बनने वाले आबंध का नाम बताइए |

उत्तर : एकल आबंध |

Q7. समान्य अल्कोहल को किस नाम से जाना जाता है ?

उत्तर : एथेनोल |

Q8. एथेनोल एवं एथेनोइक अम्ल की आपसी अभिक्रिया से बनने वाले एक पदार्थ का नाम बताइए जिसका उपयोग स्वाद उत्पन्न करने वाले कारक के रूप में किया जाता है |

उत्तर : एस्टर |

Q9. मिशेल विलयन में किस रूप में बने रहते है ? 

उत्तर : कोलाइडल के रूप में |

Q10. मिशेल विलयन में किस कारण अवक्षेपित नहीं होते है ? 

उत्तर : आयन-आयन विकर्षण के कारण |

Q11. क्या कारण है कि साबुन का घोल बादल जैसा दिखता है ? 

उत्तर : साबुन के मिशेल प्रकाश को प्रकीर्णित कर देते है |

Q12. अपमार्जक (Detergent) क्या होता है ? 

उत्तर : ये लंबी कार्बोक्सिलिक अम्ल श्रृंखला के अमोनियम एवं सल्फोनेट लवण होते हैं |

Q13. अपमार्जक  (Detergent) कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम एवं मैग्नीशियम आयनों के साथ अघुलनशील पदार्थ क्यों नहीं बनाता है ? 

उत्तर : अमोनियम एवं सल्फोनेट लवणों का सिरा आवेशित होता है |

Q14. एथेनोइक अम्ल कार्बोनेट एवं हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया करके क्या बनाता है ? 

उत्तर : लवण, कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल |

Q15. एथेनोइक अम्ल कार्बोनेट एवं हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया से उत्पन्न लवण (salt) को क्या कहते  है ? 

उत्तर : सोडियम एसीटेट |

Q16. एसेटिक अम्ल के कितने प्रतिशत विलयन से सिरका बनता है ? 

उत्तर : 3 – 5%

Q17. शुद्ध एथेनोइक अम्ल का गलनांक कितना होता है ? 

उत्तर : 290 k या 17 C

Q18. अल्कोहल ग्रुप के उस अल्कोहल का नाम बताइए जिसके सेवन से चाक्षुष तंत्रिका प्रभावित होती है एवं व्यक्ति अँधा भी हो सकता है | 

उत्तर : मैथेनाल |

Q19. विकृत अल्कोहल बनाने के लिए एथेनाल में क्या मिलाया जाता है जिससे यह जहरीला हो जाता है |

उत्तर : मेथेनाल |

Q20. यकृत में मेथेनाल आक्सीकृत होकर कौन सा पदार्थ बन जाता है |

उत्तर : मेथेनैल |

Q21. एक निर्जलीकारक का नाम बताइए |

उत्तर : सल्फ्यूरिक अम्ल |

Q22. कितने केल्विन ताप पर एथेनॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म करने पर एथेनॉल का निर्जलीकरण होकर एथीन बनाता है ?

उत्तर : 443 K पर

Q23. एल्कोहल सोडियम के साथ अभिक्रिया कर कौन सा गैस उत्सर्जित करता है ?

उत्तर : हाइड्रोजन |

Q24. हाइड्रोजनिकरण अभिक्रिया में किस उत्प्रेरक का उपयोग होता है ? 

उत्तर : निकैल उत्प्रेरक या पैलेडियम |

Q25. वनस्पति तेल संतृप्त कार्बन है या असंतृप्त कार्बन है ?

उत्तर : असंतृप्त कार्बन |

Q26. कुछ पदार्थो में अन्य पदार्थों को ऑक्सीजन देने की क्षमता होती है, उन्हें क्या कहते है ? 

उत्तर : ऑक्सीकारक |

Q27. एक ऑक्सीकारक का उदाहरण दीजिए |

उत्तर : क्षारीय पोटैशियम परमैगनेट |

Q28. मीथेन का क्लोरीन गैस के साथ सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में होने वाली अभिक्रिया से बनने वाले उत्पाद का नाम बताइए |

उत्तर : क्लोरो-मीथेन एवं हाइड्रोक्लोरिक अम्ल |

Q29. जीवाश्मी ईंधन जैसे कोयला एवं पेट्रोलियम के दहन के परिणाम स्वरुप उत्पन्न होने वाले एक प्रदूषक का नाम बताइए | 

उत्तर : सल्फर के ऑक्साइड या नाइट्रोजन के ऑक्साइड |

Q30. हैलोजन समूह के तत्वों की संयोजकता कितनी होती है ?

उत्तर : 1

Q31. आणविक द्रव्यमान के बढ़ने से पदार्थ के किन दो भौतिक गुणों में वृद्धि होती है ?

उत्तर : गलनांक एवं क्वथनांक |

Q32. कार्बन श्रृंखलाओं में समजातीय श्रेणियां किस तत्व को प्रतिस्थापित करती है ?

उत्तर : हाइड्रोजन |

Q33. कार्बन श्रृंखला से जब एक ही प्रकार के प्रकार्यात्मक समूह हाइड्रोजन को प्रतिस्थापित करते है तो इस प्रकार बनने वाले यौगिकों की श्रृंखला को क्या कहते है ? 

उत्तर : समजातीय श्रेणी |

Q34. हाइड्रोकार्बन श्रृंखला से हाइड्रोजन को प्रतिस्थापित करने वाले तत्व को क्या कहते है ? 

उत्तर : विषम परमाणु |

Q35. वह कौन सा पदार्थ है जो अभिक्रिया नहीं करता लेकिन अभिक्रिया की दर को बढ़ देता है ?

उत्तर : उत्प्रेरक |

Hope given NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 4 are helpful to complete your homework.

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 3 Metals and Non-metals (Hindi Medium)

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Chapter 3. धातु और अधातु

अध्याय-समीक्षा

  • तत्व तीन प्रकार के होते हैं – धातु, अधातु एवं उपधातु |
  • प्रकृति में धातुएँ स्वतंत्र अवस्था में या अपने यौगिकों के रूप में पाई जाती हैं।
  • खनिज पृथ्वी के अन्दर पाए वाले वह प्राकृतिक पदार्थ है जिसमें धातुऐें के यौगिक पाये जाते है। जैसे मैग्निज, बाक्साइड आदि।
  • अयस्क वह खनिज होते हैं। जिनसे धातुओं का निष्कर्षण लाभप्रद हो और जिनमें धातु की मात्रा अधिक हो |
  • धातुओं का वह गुण जिनसे उनकों हथौड़े से पीट कर पतली चादर बनाई जा सकती है । धातुओं के इस गुण को अघातवर्ध्यता कहते हैं । सोना तथा चॉदी सबसे अधिक अघातवर्ध्य धातुऐ हैं |
  • धातुओं का वह गुण जिनसे उनकों खीचकर पतली तार बनाया जा सकता है धातुओं के इस गुण को तन्यता कहते हैं ।
  • किसी धातु का अन्य धातु या अधातु के साथ समांगी मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं | उन्हे पिघली अवस्था मे रख कर प्राप्त किया जाता है ।
  • पृथ्वी से प्राप्त खनिज अयस्कों में मिटटी, रेत आदि जैसे कई अशुद्धियाँ होती है जिन्हें गैंग कहते है।
  • किसी धातु पर जस्ता लेपन की प्रक्रिया को जस्तीकरण या गैल्वीनीकरण कहते है।
  • अयस्क से धातु का निष्कर्षण तथा उसका परिष्करण कर उपयोगी बनाने के प्रक्रम को धातुकर्म कहते हैं।
  • धातुएँ तन्य, आघातवर्ध्य, चमकीली एवं ऊष्मा तथा विद्युत की सुचालक होती हैं। पारद के अलावा सभी धातुएँ कमरे के ताप पर ठोस होती हैं। कमरे के ताप पर पारद द्रव होता है।
  • धातुएँ विद्युत धनात्मक तत्व होते हैं क्योंकि यह अधातुओं को इलेक्ट्रॉन देकर स्वयं धन आयन में परिवर्तित हो जाते हैं।
  • ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर धातुएँ क्षारकीय ऑक्साइड बनाती हैं। ऐलुमिनियम ऑक्साइड एवं जिंक ऑक्साइड, क्षारकीय ऑक्साइड तथा अम्लीय ऑक्साइड, दानों के गुणधर्म प्रदर्शित करती हैं। इन ऑक्साइड को उभयधर्मी ऑक्साइड कहते हैं।
  • कार्बोनेट अयस्कों को वायु कि अनुपस्थिति में अयस्क को गर्म करके ऑक्साइड में परिवर्तित करना निस्तापन कहलाता है ।
  • सल्फाइड अयस्कों को वायु की उपस्थिति में गर्म करके ऑक्साइड में परिवर्तित करना भर्जन कहलाता है |
  • सल्फाइड अयस्कों को वायु की उपस्थिति में गर्म करके ऑक्साइड में परिवर्तित करना भर्जन कहलाता है |
  • जल एवं तनु अम्लों के साथ विभिन्न धातुओं की अभिक्रियाशीलता भिन्न-भिन्न होती है।
  • प्राकृतिक रंबड को सल्फर के साथ गर्म करने की प्रक्रिया को रबंड का वाल्वनीकरण कहते है | ऐसा उनके गुणों में सुधार करने के लिए किया जाता है ।
  • अभिक्रियाशीलता के आधार पर अवरोही क्रम में व्यवस्थित सामान्य धातुओं की सूची को सक्रियता श्रेणी कहते हैं।
  • सक्रियता श्रेणी में हाइड्रोजन के ऊपर स्थित धातुएँ तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर सकती हैं।
  • अधिक अभिक्रियाशील धातुएँ अपने से कम अभिक्रियाशील धातुओं को उसके लवण विलयन से विस्थापित कर सकती हैं।
  • दो या दो से अधिक धातुओं अथवा एक धातु या एक अधातु के समांगी मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं।
  • लंबे समय तक आर्द्र वायु के संपर्क में रखने से लोहा जैसे कुछ धातुओं की सतह संक्षारित हो जाती है। इस परिघटना को संक्षारण कहते हैं।
  • अधातुओं के गुणधर्म धातुओं के विपरीत होते हैं। यह न तो आघातवर्ध्य तथा न ही तन्य होते हैं। ग्रैफाइट के अलावा सभी अधातुएँ ऊष्मा एवं विद्युत की कुचालक होती हैं। ग्रैफाइट विद्युत का चालक होता है।
  • अधातुएँ विद्युत ऋणात्मक तत्व होती हैं क्योंकि धातुओं के साथ अभिक्रिया में इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर ऋण आवेशित आयन बनाती हैं।
  • अधातुएँ ऑक्साइड बनाती हैं जो अम्लीय या उदासीन होती हैं।
  • अधातुएँ तनु अम्लों में से हाइड्रोजन का विस्थापन नहीं करती हैं। यह हाइड्रोजन के साथ अभिक्रिया कर हाइड्राइड बनाती हैं।
  • सोडियम और पोटैशियम ऐसी दो धातुएँ हैं जिनकों चाकू से काटा जा सकता है |
  • गैलियम और सीजियम ऐसी दो धातुएँ हैं जिन्हें हथेली पर रखते ही पिघल जाती हैं |
  • धातुओं के ऑक्साइड की प्रकृति क्षारकीय होता है जबकि अधातुओं के ऑक्साइड की प्रकृति अम्लीय होता है |
  • कैल्शियम ठंढे जल में तैरने लगता है जबकि मैग्नेशियम गर्म जल में तैरता है |
  • स्टील को कठोर बनाने के लिए इसमें 0.05 % कार्बन मिलाया जाता है |

पाठगत-प्रश्न:

पेज – 45

Q1. ऐसी धातु का उदाहरण दीजिए जो

(a) कमरे के ताप पर द्रव होती है  

(b) चाकू से आसानी से काटा जा सकता है |

(c) ऊष्मा की सबसे अच्छी चालक होती है।         

(d) ऊष्मा की कुचालक होती है।

उत्तर: (a) मर्करी |

(b) सोडियम , लिथियम और पौटैशियम  |

(c) सिल्वर तथा कॉपर |

(d) लेड और मर्करी |

Q2. आघातवर्ध्य तथा तन्य का अर्थ बताइए। 

उत्तर: कुछ धातुओ को पीटकर पतली चादर बनाया जा सकता है | इस गुणधर्म को आघातवर्ध्य कहते है | कुछ धातुओ के पतले तार के रूप में खीचने कि क्षमता को तन्यता कहते है |

पेज – 51

Q1. सोडियम को केरोसिन में डुबोकर क्यों रखा जाता हैं?

उत्तर : सोडियम ओर पोटैशियम अत्यधिक क्रियाशील धातु है,ये वायु के साथ अभिक्रिया कर आसानी से आग पकड लेते है इसलिए सोडियम को केरोसिन में डुबोकर रखा जाता हैं|

Q2. इन अभिक्रियाओं के  लिए समीकरण लिखिएः

(a) भाप के  साथ आयरन।
(b) जल  साथ कैल्सियम तथा पोटैशियम।

उत्तर :

  • 3Fe(s)+ 4H2O(g)→ Fe3O4+4H2(g)
  • Ca(s)+2H2O(I)→ Ca(OH)2 (aq)+H2(g)

Q3. A,B,C एवं D चार धातुओं के  नमूनों को लेकर एक-एक करके  निम्न विलयन में डाला गया। इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबदध किया गया है  ?

इस सारणी का उपयोग कर धातुA ,B, C एवं D  के  संबंध में निम्न प्रश्नों के  उत्तर दीजिएः 

(a) सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु कौन सी है?

(b) धातु B को कॉपर (ii) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा?

(c) धातु A, B, C एवं D को अभिक्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

Q4. अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है तो कौन सी गैस निकलतीहै? आयरन के  साथ तनु H2SO4 की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए। है?

उत्तर: हाइड्रोजन गैस विसर्जित होती है |

Fe (s) + H2SO4  → FeSO4 (aq) + H2 (g)

Q5. जिंक को आयरन (ii) सल्फेट के विलयन में डालने से क्या होता है? इसकी रासायनिक
अभिक्रिया लिखिए।

उत्तर : जिंक को आयरन सल्फेट के विलयन से आयरन को विस्थापित कर देते है |

Zn + FeSO4   → ZnSO4 + Fe

पेज – 54

Q1.
(i) सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम के लिए इलेक्ट्रॉन-बिंदु संरचना लिखिए|

(ii) इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण के द्वारा Na2O एवं H2O का निर्माण दर्शाइए।

(iii) इन यौगिकों में कौन से आयन उपस्थित हैं?

Q2. आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है?

उत्तर : आयनिक यौगिक में परस्पर आयनिक आकर्षण बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली होता है | इस शक्तिशाली बंध को तोड़ने के लिए अत्याधिक ऊर्जा आवश्यक होती है | अतः इनका गलनांक उच्च होता है |

पेज – 59

Q1. निम्न पदों की परिभाषा दीजिएः

(i)  खनिज                        

(ii) अयस्क                

(iii) गैंग

उत्तर :
(i) खनिज वे पदार्थ होते है जिनमे धातुएँ अपने यौगिक के रूप में पाई जाती है |

(ii) ऐसे खनिज जिनमे धातुओ का निष्कर्षण अत्याधिक सरल व उपयुक्त होता है , अयस्क कहलाते है |

(iii) खनिज प्रकृति में शुद्ध रूप से प्राप्त नहीं होते है उनमे उपस्थित अशुद्धियो को गैंग कहते है |

Q2. दो धातुओं के नाम बताइए जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं।

उत्तर : सोना और प्लैटिनम |

पेज – 61

Q1. जिंक , मैग्नीशियम एवं कॉपर के धात्विक ऑक्साइडों को निम्न धातुओं के साथ गर्म किया गयाः किस स्थिति में विस्थापन अभिक्रिया घटित होगी?

Q2. कौन सी धातु आसानी से संक्षारित नहीं होती है?

उत्तर : सोना , प्लैटिनम व चाँदी |

Q3. मिश्रातु क्या होते हैं?

उत्तर : दो या दो से अधिक धातुओ के समांगी मिश्रण को मिश्रातु कहते है |

अध्याय :

Q1. निम्न में कौन सा युगल विस्थापन अभिक्रिया प्रदर्शित करता हैः
(a) NaCI विलयन एवं कॉपर धातु
 (b) MgCIविलयन एवं ऐलुमिनियम धातु
 (c) FeSO4विलयन एवं सिल्वर धातु
 (d) AgNO3 विलयन एवं कॉपर धातु

उत्तर:  (d) AgNO3 विलयन एवं कॉपर धातु |

Q2. लोहे के फ्राइंग पैन (frying pan) को जंग से बचाने के लिए निम्न में से कौन सी विधि उपयुक्त हैः
(a) ग्रीश लगाकर
(b) पेंट लगाकर
(c) जिंक  की परत चढ़ाकर
(d) ऊपर के सभी

उत्तर: (c) जिंक  की परत चढ़ाकर |

Q3. कोई धातु ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर उच्च गलनांक वाला यौगिक निर्मित करती है। यह यौगिक जल में विलेय है। यह तत्व क्या हो सकता है?
(a) कैल्सियम
(b) कार्बन
(c) सिलिकन
(d) लोहा

उत्तर: (a) कैल्सियम |

Q4. खाद्य पदार्थ वेफ डिब्बों पर  जिंक की बजाय टिन का लेप होता है क्योंकि
(a) टिन की अपेक्षा  जिंक मँहगा है।
(b) टिन की अपेक्षा जिंक का गलनांक अधिक है
(c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है
(d) टिन की अपेक्षा जिंक कम अभिक्रियाशील है

उत्तर: (c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है|

Q5. आपको एक हथौड़ा, बैटरी, बल्ब, तार एवं स्विच दिया गया हैः
(a) इनका उपयोग कर धातुओं एवं अधातुओं के नमूनों के बीच आप विभेद कैसे कर सकते हैं?
(b) धातुओं एवं अधातुओं में विभेदन के लिए इन परीक्षणों की उपयोगिताओं का आकलन कीजिए।

उत्तर: (a) 

  1. हथौड़े से पीटकर  – धातु की पतली चादर प्राप्त होती है | जबकि आधातु भंगुर होती है अतः छोटे – छोटे टुकड़ो में बिखर जाएगी |
  2. विद्युत् परिपथ द्वारा – सर्वप्रथम बल्ब, बैटरी, तार तथा स्विच का उपयोग कर निम्न परिपथ बनाईए | इसके बाद बारी – बारी से धातुए और आधातुए के दिए गए नमूने को विद्युत् परिपथ के क्लिप में लगाकर स्विच को ऑन करते है| तो हम देखेंगे की धातुओ की स्थिति में वलब जलने लगता है जबकि आधतुओ के साथ बल्ब नहीं जलता है |

(b) परिक्षण (a)
(ii) ज्यादा उपयुक्त तरीका है क्योंकि ग्रेफाइट एक धातु है , परन्तु विद्युत् का सुचालक है इसलिए इसके साथ भी बल्ब जलने लगेगा |

Q6. उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते हैं? दो उभयधर्मी ऑक्साइडों का उदाहरण दीजिए।

उत्तर: ऐसे धातु ऑक्साइड जो अम्ल तथा क्षारक दोनों से आभिक्रिया करके लवण तथा जल प्रदान करते है , उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते है|

उदाहरण : ऐलुमिनियम ओक्साइड (Al2O3) और जिंक ऑक्साइड (ZnO)

Q7. दो धातुओं के नाम बताइए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगे, तथा दो धातुएँ जो ऐसा नहीं कर सकती हैं।

उत्तर: मैग्नीशियम और कैलिसियम धातुए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगे जबकि कॉपर तथा सिल्वर धातुए हाइड्रोजन को विस्थापित नहीं कर पाएंगी क्योंकि ये धातुए हाइड्रोजन से कम अभिक्रियाशील है|

Q8. किसी धातु M के विद्युत अपघटनी परिष्करण में आप ऐनोड, कैथोड एवं विद्युत अपघट्य किसे बनाएँगे?

उत्तर: धातु M के विद्युत अपघटनी परिष्करण मे के लिए –

अशुद्ध धातु M का   → ऐनोड

शुद्ध धातु M कि पतली पट्टी  → कैथोड

विद्युत अपघट्य  → M धातु का अम्लीक्रित लवण का विलयन

Q9. प्रत्यूष ने सल्फर चूर्ण को स्पैचुला में लेकर उसे गर्म
किया। चित्रा के अनुसार एक परखनली को उलटा कर के उसने उत्सर्जित गैस को एकत्रा किया

(a) गैस की क्रिया क्या होगी

  1. सूखे लिटमस पत्रा पर?
  2. आर्द्र लिटमस पत्रा पर?

(b) ऊपर की अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।

Q10. लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके  बताइए।

उत्तर:लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके निम्न है:

(i) यशदलेपन द्वारा – इस विधि में लौहे एवं इस्पात पर जिंक की पतली परत चढ़ाई जाती है |

(ii) पेंटिंग द्वारा – इस विधि में लौहे की वस्तु पर पेंट कर देते है, ताकि इसकी सतह वायु और आर्द्रता के सीधे सम्पर्क में ना रहे |

Q11. ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसे ऑक्साइड बनाती हैं?

उत्तर: ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ अम्लीय ऑक्साइड बनाती हैं|

Q12. कारण बताइएः

(a) प्लैटिनम, सोना एवं चांँदी का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।
(b) सोडियम, पोटैशियम एवं लीथियम को तेल के अंदर संग्रहीत किया जाता है।
(c) ऐलुमिनियम अत्यंत अभिक्रियाशील धातु है,फिर भी इसका उपयोग खाना बनाने वाले बर्तन बनाने के लिए किया जाता है।
(d) निष्कर्षण प्रक्रम में कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्क को ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है।

उत्तर:
(a) प्लैटिनम, सोना एवं चांँदी चमकदार धातुए है एवं संक्षारित भी नहीं होती है अतः इनका उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।

(b) सोडियम, पोटैशियम एवं लीथियम वायु में खुला छोड़ने पर अपनी अत्याधिक क्रियाशीलता के कारण आसानी से आग पकड़ लेती है | अतः इसको तेल के अंदर संग्रहीत किया जाता है।

(c) ऐलुमिनियम के बर्तन आसानी से संक्षारित नहीं होते अतः यह ऊष्मा के सुचालक है |

(d) धातुओ को उनके ऑक्साइड से पृथक करना ज्यादा आसान प्रक्रिया है अतः निष्कर्षण प्रक्रम में कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्क को ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है।

Q13. आपने ताँबे के  मलीन बर्तन को नींबू या इमली के रस से साफ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में क्यों प्रभावी हैं?

उत्तर: नींबू या इमली जैसे पदार्थ में अम्ल होता है यह अम्ल तांबे के अशुद्ध पदार्थ को साफ़ करने में प्रभावी होता है इससे तांबे के बर्तनों कि चमक बनी रहती है |

Q14. रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद कीजिए।

उत्तर: धातु के रासायनिक गुणधर्म :

(i) धातुए क्षारकीय ऑक्साइड बनाती है |

(ii) धातु अपचायक होती है |

(iii) धातुए जल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देती है |

अधातु के रासायनिक गुणधर्म :

(i) अधातुए अम्लीय या उदासीन ऑक्साइड बनाती है |

(ii) अधातु उपचायक होती है |

(iii) अधातुए जल से हाइड्रोजन को विस्थापित नहीं कर पाती है |

Q15. एक व्यक्ति प्रत्येक घर में सुनार बनकर जाता है। उसने पुराने एवं मलीन सोने के आभूषणों में पहले जैसी चमक पैदा करने का ढोंग रचाया। कोई संदेह किए बिना ही एक महिला अपने सोने के  कंगन उसे देती है जिसे वह एक विशेष विलयन में डाल देता है। कंगन नए की तरह चमकने लगते हैं लेकिन उनका वजन अत्यंत कम हो जाता है। वह महिला बहुत दुखी होती है तथा तर्क- वितर्क  के पश्चात उस व्यक्ति को झुकना पड़ता है। एक जासूस की तरह क्या आप उस विलयन की प्रकृति के बारे में बता सकते हैं।

उत्तर: उस व्यक्ति ने ” ऐक्वा रेजिया “ विलयन का प्रयोग कर महिला के सोने को गला दिया तथा वजन कम हो गया | इसमें 3:1 अनुपात में सांद्रता HCL और सांद्रता HNO3 होता है |

Q16. गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है परंतु इस्पात (लोहे की मिश्रातु) का नहीं। इसका कारण बताएइए।

उत्तर: कॉपर ऊष्मा का अच्छा सुचालक है और यह गर्म जल के साथ अभिक्रिया नहीं करता है इसके विपरीत आयरन गर्म जल के साथ आभिक्रिया करता है |

महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

अतिरिक्त प्रश्न हल सहित:

Q1. – धातु क्या है ?

उत्तर- धातुएँ वे तत्व होती है जो इलैक्ट्रान खोकर धनात्मक आयन बनाते है। धातु के बाह्यतम कोश मे सामान्यत: एक दो या तीन इलैक्ट्रान होते हैं। धातुऐ चमकिली होती है और ठोस होती है। धातु उष्मा तथा विधुत की सुचालक होती है।

Q2. – अधातु क्या है ?
उत्तर – अधातु वे तत्व है जो इलैक्ट्रान लेकर ऋणात्मक आयन बनाती है। अधातुऐं परमाणुओं के बाह्यतम कोश में पॉच, छः, सात तथा आठ इलैक्ट्रान होता है। केवल हाइड्रोजन तथा हीलियम को छोडकर के अधातु ठोस, द्रव्य और गैस तीनो होते है। यह सामान्य ऊष्मा तथा विदुयुत के कुचालक होते है।

Q3. – खनिज क्या है ?
उत्तर – खनिज पृथ्वी के अन्दर पाए वाले वह प्राकृतिक पदार्थ है जिसमें धातुऐें के यौगिक पाये जाते है। जैसे मैग्निज, बाक्साइड आदि।

Q4. – अयस्क क्या है ?

उत्तर – अयस्क वह खनिज होते हैं। जिनसे धातुओं का निष्कर्षण लाभप्रद हो और जिनमें धातु की मात्रा अधिक हो |

सभी अयस्क खनिज होती है। परन्तु सभी खनिज अयस्क नही होता है। वह खनिज जो सस्ते से सस्ते विधी से किसी तत्व को प्राप्त करते है वह तत्व का अयस्क कहलाता है।

Q5. – गैंग किसे कहते है ?

उत्तर – पृथ्वी से प्राप्त खनिज अयस्कों में मिटटी, रेत आदि जैसे कई अशुद्धियाँ होती है जिन्हें गैंग कहते है।

Q6. – धात्विक या धातुक्रम क्या है ?

उत्तर – अयस्क से धातुओं का निष्कर्षण करने तथा धातुओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया को धात्विक या धातु क्रम कहते है ।

Q7. – निस्तापन क्या है ?
उत्तर – कार्बोनेट अयस्कों को वायु कि अनुपस्थिति में अयस्क को गर्म करके ऑक्साइड में परिवर्तित करना निस्तापन कहलाता है ।

Q8. – अयस्क का समृद्धिकरण क्या है ?
उत्तर – अयस्कों में से अंवाछनिय अशुद्धियों को दूर करने की प्राक्रिया को अयस्क का समृद्विकरण या साद्ररण कहते हैं ।

Q9. – भर्जन क्या है ?
उत्तर – सल्फाइड अयस्कों को वायु की उपस्थिति में गर्म करके ऑक्साइड में परिवर्तित करना भर्जन कहलाता है

Q10. – धातु परिष्करण क्या है ? धातु परिष्करण की कितनी विधियाँ है। 
उत्तर – अशुद्ध धातुओं को शुद्ध करना धातु परिष्करण कहलाता है।

धातु परिष्करण की चार विधियाँ है ।

  1. परिसमापन
  2. आसवन
  3. विद्युत अपघट्य परिष्करण
  4. जोन परिष्करण विधि

Q11. – धातु का सक्षांरण क्या है ?

उत्तर – धातु का सक्षांरण धातु के क्षय होने की एक धीमी प्रक्रिया है जो अपने आस-पास उपस्थिति वायु (अॅाक्सीजन) तथा नमी तथा प्रदूषको की क्रिया के कारण अपने ऊपर एक धातु ऑक्साइड की परत बना लेता है और जिससे धातु धीरे-धीरे क्षय होने लगता है | यही धातु का संक्षारण कहलाता है | लोहे मे जंग लगना लोहे के संक्षारण का एक उदाहरण है ।

Q12. – रंबड का वाल्वनीकरण क्या है ?
उत्तर – प्राकृतिक रंबड को सल्फर के साथ गर्म करने की प्रक्रिया को रबंड का वाल्वनीकरण कहते है | ऐसा उनके गुणों में सुधार करने के लिए किया जाता है ।

Q13. – अघातवर्ध्यता तथा तन्यता का क्या अभिप्राय है ? 
उत्तर –

  • अघातवर्ध्यता – धातुओं का वह गुण जिनसे उनकों हथौड़े से पीट कर पतली चादर बनाई जा सकती है । धातुओं के इस गुण को अघातवर्ध्यता कहते हैं । सोना तथा चॉदी सबसे अधिक अघातवर्ध्य धातुऐ हैं |
  • तन्यता – धातुओं का वह गुण जिनसे उनकों खीचकर पतली तार बनाया जा सकता है धातुओं के इस गुण को तन्यता कहते हैं ।

Q14. – मिश्रधातु क्या है ?

उत्तर – किसी धातु का अन्य धातु या अधातु के साथ समांगी मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं | उन्हे पिघली अवस्था मे रख कर प्राप्त किया जाता है ।

Q15. – धातुओं की संक्षारण रोकने की दो विधियो को लिखों। 

उत्तर –

  1. रोधी विधि द्वारा – वायु तथा धातु के बीच में रोधी का परत लगाकर धातु का संक्षारण रोका जा सकता है। यह पेन्ट, वारनिस या टिन, कॉपर, क्रोनियम, निकेल का विद्युत लेपन करके किया जाता है।
  2. उत्सर्ग विधि द्वारा – इस प्रक्रिया में जिंक की परत से उस तत्व को ढ़ककर उस धातु का संक्षारण रोका जा सकता हैं । इस प्रक्रिया को गैल्वीनीकरण (यशदलेपन) कहते है।

Q16. – यशद् लेपन या जस्तीकरण या  गैल्वीनीकरण किसे कहते है ?
उत्तर – किसी धातु पर जस्ता लेपन की प्रक्रिया को जस्तीकरण या गैल्वीनीकरण कहते है।

Q17. – अयस्क को समृधि करने की विधियो का वर्णन करो ।

उत्तर –

  1. द्रव्य चालित ढुलाई – इस विधि का उपयोग आक्साइड अयस्क को समृद्ध करने के लिए किया जाता है । गैग कण समान्यता अयस्क कणों के सपेक्षा हल्के होते हैं। इस प्रक्रम मे संक्षालित एंव बारिक पीसेे हुऐ अयस्क को जल धारक द्वारा धुलाई करते है । जिसके फलस्वरूप हमे हल्के गेंग कण जल धारा के साथ बहने के उपरांत भारी अयस्क कण प्राप्त होते है ।
  2. फेन प्लवन प्रक्रम – यह विधि विशेष रुप से कॉपर जिंक एंव लेड के सल्फाइड अयस्को को गैग से पृथक करने के लिए उपयोग मे लाई जाती है। इस प्रक्रम मे बारिक हुऐ अयस्क एक बडे टेक मे जल  के साथ मिश्रत करके कर्दम बना लेते है। तत्पश्चात उसमे चीड का तेल डालते है। इस कर्दम मे जब तीव्र गति से वायु प्रवाहित की जाती है तो उसके फलस्वरूप हल्का तेल फेन जिसमें प्रमुख्यता सल्फाइड अयस्क होता है। ऊपर उठ कर टैक की ऊपरी सतह पर मलफेन के रूप मे तैरता है। जिसे अपमलन करके सुखा लेते है। चूँकि अयस्क गेंग भारी होते है। इसलिए जल मे डुबोकर टैंक के तल पर जमा हो जाते है।
    NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 3 Metals and Non-metals (Hindi Medium) 1
  3. विधुत चुम्बकिय पृथक्करण – इस विधी से चुम्बकिय अयस्कों अलग किया जाता है। चुम्बकिय पृथ्क्करण मे एक चमडे का पट्टा होता है जो दो रोलरो पर घूमता है जिसमे से एक रोलर विधुत चुम्बकीय होता है बारीक पिसे हुऐ अयस्क को घुमते हुऐ पटटे के एक सिरे पर डालते है। तो अयस्क का चुम्बकिय भाग , चुंबक से आकर्षित होकर उसके समीप एक ढेर के रूप में इक्कठा हो जाता बनाती हैं।
  4. रासायनिक पृथ्क्करण – रासायनिक पृथ्क्करण प्रक्रम मे अयस्क एंव गैंग के रासायनिक गुणधर्मो के भिन्नता के आघार पर बानाने है, इस प्रक्रम से शुद्ध घातु प्राप्त कराने के लिए विभिन्न रासायनिक प्रक्रिया का उपयोग करते है।

Q17. –  अपचयन क्या हैं ?
उत्तर –  धातु यौगिको से धातुओं को प्राप्त करने के प्रक्रम को अपचयन कहते है।

1 अंक वाले प्रश्न (Examination Based) : 

  1. प्रश्न – दो धातुओ के  नाम लिखिए जो ऊष्मा की सर्वाधिक चालक हैं ।
    उत्तर – चाँदी एवं कॉपर ।
  2. प्रश्न – दो सबसे अधिक आधातवर्धय धातु का नाम लिखिए।
    उत्तर – सोना तथा चाँदी ।
  3. प्रश्न – दो ऐसे धातुओं के नाम लिखिए जिन्हें चाकू से आसानी से काटा जा सकता हैं ।
    उत्तर – सोडियम तथा पौटेशियम ।
  4. प्रश्न – उन दो धातुओं का नाम लिखिए जिनका गलनांक इतना कम होता है कि हाथ पर रखते ही वे पिघल जाती है। 
    उत्तर – गैलियम तथा सीजीयम ।
  5. प्रश्न – एक धातु तथा एक अधातु का नाम बताइए जो कक्ष ताप पर द्रव अवस्था में पाई जाती है। 
    उत्तर –

    • धातु  – पारा
    • अधातु – ब्रोमीन
  6. प्रश्न – एक ऐसी अधातु का नाम बताइए जिसकी सतह चमकदार होती हैं ।
    उत्तर – आयोडिन ।
  7. प्रश्न – धातु एवम् अधातुए किस प्रकृति के ऑक्साइड बनाता है ?
    उत्तर – धातु क्षारकीय ऑक्साइड तथा अधातु अम्लीय ऑक्साइड बनाते है।
  8. प्रश्न – कार्बन के उस अपररूप का नाम बताइए जो अभी तक ज्ञात सर्वाधिक कठोर पदार्थ है। 
    उत्तर – हीरा।
  9. प्रश्न – उन दो धातुओ का नाम लिखिए जो पानी में रखने पर तैरेने लगते हैं । 
    उत्तर – कैल्सियम तथा मैग्नीशयम ।
  10. प्रश्न – कौन सी दो धातुएं तनु नाइट्रिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करने पर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करता है। 
    उत्तर – मैग्नीशियम तथा मैग्नीज  ।
  11. प्रश्न – सोडियम तथा पोटैशियम धातु को किरोसीन में क्यों डुबाकर रखा जाता हैं ।
    उत्तर – सोडियम तथा पौटेशियम हवा एवं जल के साथ सामान्य ताप पर भी बहुत तेजी से अभिक्रिया करती हैं । यदि इसे खुला में रखा जाए तो वह आग भी पकड़ लेती हैं । अतः इसकी सुरक्षा के लिए इसे किरोसरन तेल में डुबोकर रखा जाता हैं ।
  12. प्रश्न – मैग्नीशियम धातु जब हवा में जलती है तब उसकी लौ का रंग क्या होता हैं ।
    उत्तर –
    हल्का हरा और नीला |
  13. प्रश्न – दो धातुओं के नाम बताइए जो पानी से अभिक्रिया नहीं करती लेकिन भाप से अभिक्रिया करती हैं ।
    उत्तर –
    ऐल्युमीनियम तथा आयरन |
  14. प्रश्न – सोडियम क्लोराइड में किस प्रकार आबंध होता हैं ?
    उत्तर –
    आयनिक आंबध ।
  15. प्रश्न – निम्न रासायनिक अभिक्रिया में अपचायक का नाम बताइए।
      Fe2O3 + Al  → Al2O3 + Fe
    उत्तर –
    ऐल्युमीनियम
  16. प्रश्न – उस विधी का नाम बताइए जिसके द्वारा सक्रियता श्रेणी में सबसे उपर स्थित धातुओं को निष्कर्षित किया जाता है।
    उत्तर – विद्युत अपघटनी अपचयन।
  17. प्रश्न – धातुओं के निष्कर्षण में सामान्यतः उपयोग में लाये जाने वाले एक सस्ते अपचायक का नाम लिखए। 
    उत्तर – कार्बन ।
  18. प्रश्न – विद्युत अपघटनी परिष्करण में अशुद्ध धातु से बनी इलेक्ट्रोड कौन सी है तथा शुद्ध धातु से बनी इलेक्ट्रोड कौन सी है?
    उत्तर –

    • अशुद्ध धातु से बनी इलेक्ट्रोड को एनोड बनाते हैं ।
    • शुद्ध धातु से बनी इलेक्ट्रोड को कैथोड बनाया जाता है।
  19. प्रश्न – तांबे के विद्युत अपघटनी परिष्करण में उपयोग होने वाले विद्युत अपघटय का नाम लिखिए। 
    उत्तर – अम्लीकृत कॉपर सलफेट का विलयन
  20. प्रश्न – अमलगम किसे कहते हैं ?
    उत्तर – यदि कोई एक धातु पारद है तो इसके मिश्रधातु को अमलगम कहते है।
  21. प्रश्न – लोहे से स्टेनलेस स्टील कैसे प्राप्त होता है ?
    उत्तर – लोहे के साथ निकैल एवं क्रोमियम मिलाने पर हमें स्टेनलेस स्टील प्राप्त होता है । इसको कठोर बनाने के लिए लगभग 0.05 प्रतिशत कार्बन मिलाया जाता है।
  22. प्रश्न – मिश्रधातु किसे कहते है ?
    उत्तर – दो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण को मिरधातु कहते है। जैसे – स्टेनलेस स्टील , काँसा , पीतल , सोल्डर आदि ।
  23. प्रश्न – ताँबा और जस्ते से बने एक मिश्रधातु का नाम लिखे। 
    उत्तर – पीतल।
  24. प्रश्न – ताँबा और टीन से बने एक मिश्रधातु का नाम लिखे।
    उत्तर – काँसा ।
  25. प्रश्न – सीसा तथा टीन से बने मिश्रधातु का नाम लिखे। 
    उत्तर – सोल्डर ।
  26. प्रश्न – सोल्डर का उपयोग लिखिए। 
    उत्तर –  इसका उपयोग विद्युत तारों की परस्पर वेंिल्ंडग के लिए किया जाता है।
  27. प्रश्न – शुद्ध सोने का उपयोग आभूषण बनाने के लिए क्यों नहीं किया जाता है ?
    उत्तर – शुद्ध सोना 24 कैरेट का होता है तथा यह काफी नर्म होता है। इसलिए शुद्ध सोने का उपयोग आभूषण बनाने के लिए नहीं किया जाता है।
  28. प्रश्न – शुद्ध सोने को आभूषण बनाने योग्य कैसे बनाते है ?
    उत्तर – शुद्ध सोने में 2% ताँबा मिलाकर कठोर बनाया जाता है । क्योंकि शुद्ध सोना आभूषण बनाने योग्य नहीं होता यह बहुत नर्म होता है।
  29. प्रश्न – धातु के विद्युत अपघटनी परिष्करण के दौरान ऐनोड के नीचे निक्षेपित अविलयशील अशुद्धियों का नाम लिखिए।
    उत्तर – एनोड पंक ।

2 अंक के प्रश्न : (Examination Based) 

  1. प्रश्न – ऐलुमिनियम के अयस्क को कार्बन द्वारा अपचयित करके ऐलुमिनियम क्यों नहीं प्राप्त किया जा सकता हैं ?
    उत्तर – क्योंकि ऐलुमिनियम सक्रियता श्रेणी में उच्च हैं । जबकि सक्रियता श्रेणी के मध्य में आने वाले धातुओं के अयस्कों का कार्बन द्वारा अपचयित करके धातु प्राप्त किया जाता है।
  2. प्रश्न – सक्रियता श्रेणी के मध्य में आने वाले धातुओं के अयस्कों निष्कर्षण कैसे किया जाता है ?
    उत्तर – सक्रियता श्रेणी के मध्य में आने वाले धातुओं के अयस्कों का कार्बन द्वारा अपचयित करके धातु प्राप्त किया जाता है।
  3. प्रश्न – सक्रियता श्रेणी में नीचेें आने वाले धातुओं के अयस्कों निष्कर्षण कैसे किया जाता है ?
    उत्तर – गर्म करके ।
  4. प्रश्न –  स्टेनलेस स्टील के दो गुण लिखिए । तथा इसको बनाने में कार्बन क्यों मिलाया जाता है ?
    उत्तर –  स्टेनलेस स्टील के दो गुण:-

    1. यह कठोर होता है।
    2. इसमें जंग नहीं लगता है।कार्बन मिलाने से यह अत्यधिक कठोर हो जाता है इसलिए इसको बनाने में कार्बन मिलाया जाता है।
  5. प्रश्न – एक तत्व A ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करने पर ऑक्साइड बनाता है जिसका पानी में विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है । तत्व A धातु है या अधातु |
    उत्तर – धातु , चूकिँ लाल लिटमस को नीला करने का गुण क्षारकीय में होता हैं । धातु के आक्साइड की प्रकृति क्षारकीय होता है, अत: A एक धातु है |
  6. प्रश्न – क्या अधिकांश धातुएं नाइट्रिक अम्ल के साथ अभिक्रिया कर हाइड्रोजन उत्पन्न करती है ? कारण दीजिए ।
    उत्तर – नहीं,
    सभी धातुएँ नाइट्रिक अम्ल के साथ अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न नहीं करती है। क्योंकि HNO3 एक प्रबल ऑक्सीकारक होता है जो उत्पन्न H2 को ऑक्सीकृत करके जल में परिवर्तित कर देता है एवं स्वयं नाइट्रोजन के किसी ऑक्साइड में अपचयित हो जाता है।
  7. प्रश्न – सोडियम क्लोराइड का क्वथनांक उच्च क्यों होता है ?
    उत्तर – सोडियम क्लोराइड एक आयनिक यौगिक है इसलिए इसका क्वथनांक उच्च होता है। क्योंकि मजबूत अंतर-आयनिक आकर्षण को तोडने के लिए बहुत अधिक उर्जा की आवश्यकता होती है।
  8. प्रश्न – आयनिक यौगिकों के गलनांक उच्च क्यों होता है ?
    उत्तर – आयनिक यौगिकों के गलनांक उच्च इसलिए होता है क्योंकि मजबूत अंतर-आयनिक आकर्षण को तोडने के लिए बहुत अधिक उर्जा की आवश्यकता होती है।
  9. प्रश्न – आयनिक यौगिक ठोस एवं कठोर क्यों होते है ?
    उत्तर – धन एवं ऋण आयनों के बीच मजबूत आकर्षण बल के कारण आयनिक यौगिक ठोस एवं कठोर होत

Assignment:

Q1. धातु और अधातु में अंतर लिखिए |

Q2. धातुओं के पाँच भौतिक गुणधर्म लिखिए | 

Q3. धातुओं के चार रासायनिक गुणधर्म लिखिए |

Q4. अघातवर्घ्यता क्या है ? 

Q5. तन्यता की परिभाषा दीजिये |

Q6. स्कूल की घंटी धातुओं की ही क्यों बनाई जाती है ? 

Q7. आयनिक यौगिक किसे कहते है ? इसके दो उदाहरण दीजिये |

Q8. आयनिक यौगिकों के चार गुणधर्म लिखिए | 

Q9. एक ऐसे अधातु का नाम बताइए जो चमकीली होती है |

Q10. एक ऐसे धातु का नाम बताइए जो कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में पाया जाता है | 

Q11. ऐसे दो धातुओं के नाम बताइए जिसे हथेली पर रखने पर पिघल जाते हैं | 

Q12. ऐसे दो धातुओं के नाम बताइए जिन्हें चाकू से काटा जा सकता है | 

Q13. ऐसे एक धातु का नाम बताओं जो ठंढे पानी में तैरने लगता है | 

Q14. उभयधर्मी ऑक्साइड किसे कहते है ? दो उभयधर्मी ऑक्साइडस के नाम बताइए | 

Q15. सोडियम एवं पोटैशियम को किरोसिन तेल में डुबोकर क्यों रखा जाता है ?

Q16. अभिक्रियता श्रेणी में सबसे ऊँच धातु का नाम बताइए |

Q17. एक ऐसे धातु का नाम बताइए जिसका ऑक्साइड इसे संक्षारण से बचाता है | 

Q18. क्या होता है जब पोटैशियम का ठंढे जल से अभिक्रिया होता है ? 

Q19. धातुओं का अम्ल के साथ रासायनिक अभिक्रिया का सामान्य समीकरण लिखिए |

Q20. एक ऐसे धातु का नाम बताइए जो भाप से अभिक्रिया करता है |

Q21. इलेक्ट्रान बिंदु संरचना द्वारा मग्नेशियम क्लोराइड के निर्माण को दर्शाइए |

Q22. आयनिक यौगिकों का गलनांक ऊँच क्यों होता है ?

Q23. खनिज किसे कहते हैं ?

Q24. अयस्क किसे कहते है ? 

Q25. लोहे के अयस्क का नाम बताइए |

Q26. एल्युमीनियम के अयस्क का क्या नाम है ?

Q27. ऐसे तीन धातुओं का नाम बताइए जो प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में पाए जाते है |

Q28. अयस्कों के समृद्धिकरण से आप क्या समझते है |

Q29. गैंग किसे कहते हैं ?

Q30. भर्जन क्या है ?

Q31. निस्तापन किसे कहते है ?

Q32. भर्जन और निस्तापन में अंतर लिखिए |

Q33. सल्फाइड अयस्कों से धातु ऑक्साइड प्राप्त करने के लिए किस विधि का प्रयोग किया जाता है ?

Q34. कार्बोनेट अयस्कों से धातु निष्कर्षण कैसे किया जाता है ? 

Q35. सक्रियता श्रेणी के मध्य स्थित धातुओं का निष्कर्षण कैसे किया जाता है ?

Q36. एनोडिकरण क्या है ? 

Q37. एनोडिकरण के दो लाभ बताइए |

Q38. क्या होता है जब जिंक ऑक्साइड को कार्बन के साथ गर्म किया है ?

Q39. कुछ धातु ऑक्साइड को कार्बन के साथ गर्म क्यों किया जाता है ?

Q40. अधिक अभिक्रियाशील धातुओं को अपचायक के रूप उपयोग क्यों किया जाता है ?

Q41. सक्रियता श्रेणी में निम्न धातुओं का निष्कर्षण कैसे किया जाता है ?

Q42. ऐसे दो धातुओं के नाम बताओं जो ऑक्सीजन से अभिक्रिया नहीं करते हैं ?

Q43. सिनाबोर किस धातु का अयस्क है ?

Q44. थर्मीट अभिक्रिया किसे कहते हैं ?

Q45. एनोड पंक क्या है ? इसे कहाँ से प्राप्त किया जाता है ? 

Q46. धातु परिष्करण से आप क्या समझते हैं ? 

Q47. विद्युत अपघटनी परिष्करण का वर्णन करों |

Q48. विद्युत अपघटनी परिष्करण में उपयोग होने वाले एक विद्युत अपघट्य का नाम लिखिए | 

Q49. एनोड के नीचे जमने वाले अशुद्धियों को क्या कहते हैं ? 

Q50. यशद्लेपन क्या है ? 

Q51. धातुओं को संक्षारण से बचाने के लिए तीन उपाय बताइए | 

Q52. इस्पात (स्टील) में कितना प्रतिशत कार्बन मिलाया जाता है ? 

Q53. स्टेनलेस स्टील में कार्बन क्यों मिलाया जाता है ? 

Q54. शुद्ध सोने के आभूषण क्यों नहीं बनाये जाते है ? 

Q55. मिश्र धातु क्या है | इसके तीन उदाहरण दीजिये | 

Q56. एक्वा रेजिया क्या है ? इसका उपयोग लिखे | 

Q57. एक ऐसे मिश्र धातु का नाम बताइए जिसका उपयोग विद्युत तारों को परस्पर जोड़ने के लिए किया जाता है ? 

Q58. अमलगम किसे कहते है ? 

Q59. 22 कैरेट सोने का ही आभूषण क्यों बनाया जाता है ? 

Q60. मिश्र धातुओं के तीन गुण लिखिए | 

Q61. तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया न करने वाली एक धातु का नाम लिखिए ।

Hope given NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 3 are helpful to complete your homework.

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acids, Bases and Salts (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acids, Bases and Salts (Hindi Medium)

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Science in Hindi Medium. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acids, Bases and Salts.

Chapter 2. अम्ल, क्षार एवं लवण

अध्याय-समीक्षा:

  • अम्ल स्वाद में खट्टे होते हैं |
  • क्षार स्वाद में कड़वे होते हैं |
  • अम्ल एवं क्षार की जाँच के किए आप संश्लेषित सूचक जैसे मेथिल ऑरेंज एवं फिनाल्फथेलिन का भी उपयोग कर सकते हैं  |
  • कुछ ऐसे पदार्थ होते है जिसकी गंध अम्लीय या  क्षारकीय माध्यम में बदल जाती है | इन्हे गंधीय सूचक कहते हैं |
  •  क्षार एवं अम्ल की अभिक्रिया के स्मन्ही धात्विक ऑक्साइड अम्ल के साथ अभिक्रिया कर के लवण एवं जल प्रदान करते हैं  |
  • विलयन के विधुत धरा का प्रवाह आयर्नो दुवारा होता हैं  |
  • अम्ल के उप्स्थ्तित धनायन हैं |
  • अम्ल विल्यम में हाइड्रोजन आयन H+ उत्पन्न करता हैं |
  • जल की उपस्थिति में HCI में हाइड्रोजन आयन उत्पन्न होते हैं |
  • अम्ल-क्षारक सूचक रंजक या रंजकों के मिश्रण होते हैं जिनका उपयोग अम्ल एवं क्षारक की उपस्थिति को सूचित करने के लिए किया जाता है।
  • विलयन में H+ (aq) आयन के निर्माण के कारण ही पदार्थ की प्रकृति अम्लीय होती है। विलयन में OH (aq) आयन के निर्माण से पदार्थ की प्रकृति क्षारकीय होती है।
  • जब कोई अम्ल किसी धातु के साथ अभिक्रिया करता है तो हाइड्रोजन गैस का उत्सर्जन होता है। साथ ही संगत लवण का निर्माण होता है।
  • जब क्षारक किसी धातु से अभिक्रिया करता है तो हाइड्रोजन गैस के उत्सर्जन के साथ एक लवण का निर्माण होता है जिसका ऋण आयन एक धातु एवं ऑक्सीजन के परमाणुओं से संयुक्त रूप से निर्मित होता है।
  • जब अम्ल किसी धातु कार्बोनेट या धातु हाइड्रोजनकार्बोनेट से अभिक्रिया करता है तो यह संगत लवण कार्बन डाइऑक्साइड गैस एवं जल उत्पन्न करता है।
  • जल में अम्लीय एवं क्षारकीय विलयन विद्युत का चालन करते हैं क्योंकि ये क्रमशः हाइड्रोजन एवं हाइड्रॉक्साइड आयन का निर्माण करते हैं।
  • अम्ल या क्षारक की प्रबलता की जाँच pH (0-14) स्केल के उपयोग से की जा सकती है जो विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता की माप होता है।
  • एक उदासीन विलयन के pH का मान 7 होता है जबकि अम्लीय विलयन के pH का मान 7 से कम एवं क्षारकीय विलयन के pH का मान 7 से अधिक होता है।
  • सभी जीवों में उपापचय की क्रिया pH की एक इष्टतम सीमा में होती है।
  • सांद्र अम्ल या क्षारक को जल के साथ मिश्रित करना एक अत्यन्त ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है। अम्ल को जल में मिलाते समय सावधानियाँ रखनी चाहिए| अम्ल में थोडा थोडा करके जल मिलाना चाहिए जल में अम्ल नहीं मिलाना चाहिए |
  • अम्ल एवं क्षारक एक-दूसरे को उदासीन करके लवण एवं जल का निर्माण करते हैं।
  • लवण के एक सूत्र इकाई में जल के निश्चित अणुओं की संख्या को क्रिस्टलन का जल कहते हैं।
  • हमारे दैनिक जीवन एवं उद्योगों में लवण के कई उपयोग हैं।

अध्याय 2

Page 24:

Q1. पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?

उत्तर: पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ इसलिए नहीं रखने चाहिए क्योंकि दही में मौजूद लैक्टिक अम्ल होते है | जो पीतल एवं ताँबे के बर्तनों से अभिक्रिया करके हानिकारक   ( विषैला ) यौगिक बनाते है | जिसके कारणवश ये खाने लायक नहीं रह जाते है |

Q2. धातु के साथ अम्ल कि अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?

उत्तर: धातु के साथ अम्ल कि अभिक्रिया होने पर सामान्यतः हाइड्रोजन गैस निकलती है|

2NaOH + Zn   =    Na2ZnO2 + H

जाँच – जलती हुई मोमबती को परखनली के मुंह के पास ले जाने पर फट – फट अर्थात् पॉप ध्वनि उत्पन्न होती है |

Q3. कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में एक से कैल्सियम क्लोराइड हैं, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर: धातु के यौगिक ‘A’CaCO3 ( कैल्सियम कार्बौनेट ) है |

CaCO3  (s) + 2HCl  (aq)    =     CaCl (aq) + CO2 (g) + H2O(l)

Page 27:

Q1. HCl, HNO3 आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं?

उत्तर : HCl, HNO3 आदि जलीय विलयन में H+आयन बनता है जिसके कारण ये अम्लीय अभिलक्षण को प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में H+आयन नहीं बनता है जिसके कारण ये अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं |

Q2. अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है?

उत्तर: अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का चालन करता है क्योंकि अम्ल जलीय विलयन में H+आयन उत्पन्न करता है जिसके कारण ये  विद्युत् धारा का प्रवाह होता है  |

Q3. शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को क्यों नहीं बदलती है?

उत्तर: शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को  नहीं बदलती है क्योंकि जल कि अनुपस्थिति में HCl से  H+आयन उत्पन्न नहीं हो पाता है | सिर्फ जल कि उपस्थिति में HCl से  H+आयन उत्पन्न  होता है|

Q4. अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए,न कि जल को अम्ल में? 

उत्तर: अम्ल को तनुकृत करते समय यह अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए,न कि जल को अम्ल क्योंकि जल को सांद्र अम्ल में मिलने से वह तीव्र अभिक्रिया कर विस्फोट करते है | इसके कई दुष्परिणाम हो सकते है | इसलिए हमें कभी भी जल को अम्ल में नहीं मिलाना चाहिए बल्कि हमें  अम्ल को जल में मिलाना चाहिए|

Q5. अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन H3O+ की संlद्रता कैसे प्रभावित हो जाती है?

उत्तर: अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता में (H3O+/OH)  प्रति इकाई आयतन में कमी हो जाती है ।

Q6. जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में अधिक क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है?

उत्तर: हाइड्रोक्साइड आयन (OH) की सांद्रता बढ़ जाती है |

Page 31:

Q1. आपके पास दो विलयन ‘A’ एवं ‘B’ हैं। विलयन ‘A’ के PH का मान 6 है एवं विलयन ‘B’  के PH का मान 8 है। किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है? इनमें से कौन अम्लीय है तथा कौन क्षारकीय?

उत्तर: A  विलयन : PH = 6 , PH < 7

B  विलयन : PH = 8 , PH > 7

A विलयन में Hआयन की सांद्रता अधिक है |

Q2. H+(aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर: जैसे – जैसे हाइड्रोजन आयन H(aq) आयन कि सांद्रता बढती है विलयन और अधिक अम्ल होता है |

Q3. क्या क्षारकीय विलयन में H+​(aq) आयन होते हैं? अगर हाँ, तो यह क्षारकीय क्यों होते हैं?

उत्तर: हां, H+ आयन क्षारकीय है परन्तु इसकी सांद्रता (OH) आयनों की सांद्रता से कम होती इसलिए यह क्षारकीय होते है |

Q4. कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना (कैल्सियम
ऑक्साइड ), बुझा हुआ चूना ( कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चॉक  ( कैल्सियम कार्बोनेट ) का उपयोग करेगा? 

उत्तर: कोई किसान खेत की मृदा की अम्लीय परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना (कैल्सियम
ऑक्साइड), बुझा हुआ चूना (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चॉक (कैल्सियम कार्बोनेट) का उपयोग मिट्टी को उदासीन बनाने के लिए करेगा |

Page 36 :

Q1.CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम क्या है?

उत्तर : CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम विरंजक चूर्ण  है|

Q2. उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है।

उत्तर: शुष्क बुझा हुआ चूना |

Q3. कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है? 

उत्तर : कठोर जल को मृदु करने के लिए सोडियम कार्बौनेट जिसे धोने  का सोडा भी कहते है |

Q4. सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए|

उत्तर: सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर निम्न अभिक्रिया होगा-
NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acids, Bases and Salts (Hindi Medium) 1

Q5. प्लास्टर ऑपफ पेरिस की जल के  साथ अभिक्रिया  के लिए समीकरण लिखिए।

उत्तर: CaSO4 . ½H2O + 1½ H2O  = CaSO4 . 2 H2O

अभ्यास

Q1. कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है, इसका pH संभवतः क्या होगा?

(a) 1
(b) 4
(c) 5
(d) 10

उत्तर: (d) 10

Q2. कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उत्पन्न करता है जो चूने के पानी को दुधिया कर देती है। इस विलयन में क्या होगा?

(a) NaCl
(b) HCl
(c) LiCl
(d) KCl

उत्तर: (b) HCl

Q3. NaOH का 10 ml विलयन, HCl के 8 mL विलयन से पूर्णतः उदासीन हो जाता है। यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20 mL लें तो इसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?

(a) 4 mL
(b) 8 mL
(c) 12 mL
(d) 16 mL

उत्तर: (d) 16 mL

Q4. अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है ? 

(a) एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक)
(b) एनालजेसिक (पीड़ाहारी)
(c) ऐन्टैसिड (प्रतिअम्ल)
(d) एंटीसेप्टिक (सडनरोधी)

उत्तर: (c) ऐन्टैसिड (प्रतिअम्ल)

Q5. निम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द-समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिएः

(a)  तनु सल्फ्ऱयूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है।

(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है।
(c) तनु सल्फ्ऱयूरिक अम्ल ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है।

उत्तर:

(a) Zn (s) + H2SO4 (aq) =  ZnSO4 (aq) + H2 (g)
(b) Mg (s) + 2HCl (aq)   =   MgCl2 (aq)  + H2 (g)
(c) 2Al (s) + 3H2SO4 (aq) = Al2(SO4)3 (aq) + H2 (g)
(d) Fe(s) + 2HCl (aq)   =   FeCl2 (aq)  + H2 (g)

Q6. एल्कोहोल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिको में भी हाइड्रोजन होते है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल कि तरह नहीं होता है | एक क्रियाकलाप द्वारा इसे साबित कीजिए |

उत्तर: ग्लूकोज़, ऐल्कोहॉल, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, सल्फ्रयूरिक अम्ल आदि का विलयन लीजिए। एक कॉर्क पर दो कीलें लगाकर कॉर्क को 100 mL के  बीकर में रख दीजिए। अब किलों को 6 वोल्ट की एक बैटरी के  दोनों टर्मिनलो के साथ एक बल्ब तथा स्विच के माध्यम से जोड़ दीजिए | अब बीकर में थोड़ा तनु HCl डालकर विद्युत धारा प्रवाहित कीजिए| इसी क्रिया को तनु सल्फ्रयूरिक अम्ल के साथ दोहराइए। एल्कोहोल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिको में भी हाइड्रोजन होते है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल कि तरह नहीं होता है क्योंकि ये Hआयन नहीं बनाता है |

Q7. आसवित जल विधुत का चालक क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है ?

उत्तर : आसवित जल शुद्ध होते है | इसलिए इनमे विधुत का चालन नहीं होता है क्योकि विधुत के चालन के लिए आयनों की आवश्यकता होती है | जबकि वर्षा जल में विधुत का चालन होता है क्योकि इसमें थोड़ी मात्रा में अम्ल विद्यमान रहता है | जोंकी वायु में उपस्थित सल्फर – डाइआक्साइड और नाइट्रोजन डाइआक्साइड के साथ मिलकर इसे अम्लीय बना देते है |अम्लीय होने के कारण ये H+ आयन उत्पन्न करते है जिसके कारण विधुत का चालन होता है |

Q8. जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है ?

उत्तर :  जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय नहीं होता है क्योंकि जल की उपस्थिति में ही H+आयन अम्ल से अलग होते है |

Q9. पाँच विलयनो A, B, C, D,व E की जब सार्वत्रिक सूचक से जांच कि जाती  हैतो pH के मान क्रमशः 4, 1, 11,7, एवं 9 प्राप्त होते है | कौन सा विलयन :

(a) उदासीन है ?
(b) प्रबल क्षारीय है ?
(c) प्रबल अम्लीय है ?
(d)दुर्बल अम्लीय है ?
(e) दुर्बल क्षारीय है?

pH के मानो को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए |

उत्तर :

विलयन    pH का मान सार्वत्रिक सूचक से जांच  
A 4 दुर्बल अम्लीय है
B 1 प्रबल अम्लीय है
C 11 प्रबल क्षारीय है
D 7 उदासीन है
E 9 दुर्बल क्षारीय है

H+ आयन की सांद्रता जैसे – जैसे बढती है pH का मान उसी प्रकार घटता है |

C < E< D< A < B

Q10. परखनली ‘A’ एवं ‘B’ में समान लंबाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए। परखनली ‘A’ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) तथा परखनली ‘B’ में ऐसिटिक अम्ल (CH3COOH) डालिए। किस परखनली में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों? 

उत्तर: परखनली ‘A’ में अधिक बुदबुदाहट होगी क्योंकि हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एसेटिक अम्ल से अधिक प्रबल अम्ल है |

Q11.ताजे दूध के PH का मान  6 होता है | दही बन जाने पर PH के मान में क्या परिवर्तन होगा ? अपना उत्तर समझाइए |     

उत्तर: ताजे दूध के PH का मान 6 होता है | दही बनने की प्रक्रिया में लैक्टिक अम्ल का निर्माण होता है | इसलिए दही के PH का मान 6 से कम होगा |

Q12.एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाता है |

(a) ताजा दूध के PH का मान 6 से बदल कर थोडा क्षारीय क्यों बना देता है ?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है ?

उत्तर:  (a) ताजा दूध के PH का मान 6 से बदल कर थोडा क्षारीय इसलिए बना देता है क्योंकि दूध में उपस्थित लैक्टोबेसिलस जीवाणु दूध को अम्लीय बना देता है | दूध में इसलिए बेकिंग सोडा मिलाया जाता है ताकि दूध लंबे समय क्षारीय बना रहे जिससे यह लम्बे समय तक बना रहे |

(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय  इसलिए लगता है क्योकि इस प्रक्रिया में बना लैक्टिक अम्ल ताजे दूध में मिला क्षारक  (बेकिंग सोडा) को पहले उदासीन करता है फिर इसे अम्ल में बदल देता है जिसके कारण दही बनता है |

Q13.प्लास्टर ऑफ़ पेरिस को आर्द्र – रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए ? इसकी व्याख्या कीजिए |

उत्तर: प्लास्टर ऑफ़ पेरिस को आर्द्र – रोधी बर्तन में इसलिए रखा जाना चाहिए क्योंकि यह आर्द्रता की उपस्थिति में जल को अवशोषित कर ठोस पदार्थ जिप्सम बनाती है | जिसके कारण इसमें जल के साथ मिलकर जमने का गुण नष्ट हो जाता है |

Q14. उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है ? दो उद्धरण दीजिए |

उत्तर:  वह अभिक्रिया जिसमे क्षारक एवं अम्ल अभिक्रिया कर जल एवं लवण का निर्माण करते है इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते है |इस अभिक्रिया में अम्ल तथा क्षारक एक दुसरे के प्रभाव को खत्म कर या उदासीन बना देते है|

Q15. धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो – दो प्रमुख उपयोग बताइए | .

उत्तर: धोने का सोडा के उपयोग :-

  1. सोडियम कार्बोनेट का उपयोग काँच, साबुन एवं कागज उद्यगो में होता है |
  2. इसका उपयोग बोरेक्स जेसे सोडियम योगिक के उत्पादन में होता है |
  3. सोडियम कार्बोनेट का उपयोग घरों में साफ – सफाई के लिए होता है |
  4. जल की स्थाई कठोरता को हटाने के लिए इसका उपयोग होता है |

बेकिंग सोडा के  उपयोग :- 

  1. बेकिंग सोडा का उपयोग खाने कि चीजो को मुलायम , स्पंजी एवं खस्ता  बनाने के लिए किया जाता है |
  2. बेकिंग सोडा के  क्षारिय होने के करण ये पेट में अम्ल की मात्रा की अधिकता को कम या उदासीन करके राहत पहुचाने के लिए उपयोग किया जाता है |
  3. कभी – कभी इसका उपयोग खाने को शीघ्रता से पकाने के लिए भी किया जाता है |
  4. इसका उपयोग सोडा – अम्ल अग्निशामक में भी किया जाता है |

महत्वपूर्ण-प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1: CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम क्या है ?

उत्तर: ब्लीचिंग पाउडर

प्रश्न 2: उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनता है |

प्रश्न 3: कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है ?

उत्तर: Na2CO3.10H2O (धोने का सोडा)

प्रश्न 4: सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होता होगा ? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए |

उत्तर: जब सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म किया जाता है तो सोडियम कार्बोनेट, जल और कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्सर्जित होता है |

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acids, Bases and Salts (Hindi Medium) 2

प्रश्न 5: प्लास्टर ऑफ़ पेरिस की जल के साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए |

उत्तर:
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अतिरिक्त एवं महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर:

प्रश्न 1: दो प्राकृतिक संसूचकों के नाम लिखिए। 
उत्तर:

(i)  लिटमस पत्र
(ii)  हल्दी

प्रश्न 2: दो संश्लेषित संसुचकों  के नाम लिखों ।
उत्तर:

(i) मेथिल ऑरेंज
(ii) फीनॉल्फथेलिन

प्रश्न 3: कुछ ऐसे पदार्थ जिनकी गंध अम्लीय या क्षारकीय माध्यम में बदल जाती है।इन्हें क्या कहते है ?
उत्तर: गंधीय सूचक ।

प्रश्न 4: अम्ल के अवशिष्टों के साथ मिलकर धातु एक यौगिक बनाता है और हाइड्रोजन गैस निकालता है। इस यौगिक को क्या कहते है ?
उत्तर – लवण ।

प्रश्न 5: कैल्सियम कार्बोनेट के विविध रूपों के नाम लिखों ।
उत्तर – चुना पत्थर , खडिया , संगमरमर ।

प्रश्न 6: चुने के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड गैस को प्रवाहित करने पर कैल्सियम कार्बोनेट का सफेद अवक्षेप तथा जल प्राप्त होता है।
(i) इस अभिक्रिया का समग्र समीकरण लिखिए ।
(ii) इस सफेद अवक्षेप को क्या कहते है ?
(iii) अत्यधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड गैस को प्रवाहित करने पर क्या प्राप्त होता है।

उत्तर: 

(i) इस अभिक्रिया का समग्र समीकरण :
Ca(OH)2(aq) + CO2(g) → Ca CO3(s) + H2O (l)

(ii) कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3)

(iii) जल में विलयशील Ca(HCO3)2 (aq) प्राप्त होता है |

प्रश्न 7: अम्ल और क्षारक की आपसी अभिक्रिया जिसमें लवण तथा जल प्राप्त होता है इस अभिक्रिया को क्या कहते है ?

उत्तर: उदासीनीकरण अभिक्रिया ।

प्रश्न 8: उदासीनीकरण अभिक्रिया किसे कहते है ?

उत्तर: अम्ल और क्षारक की आपसी अभिक्रिया जिसमें लवण तथा जल प्राप्त होता है और वे एक दूसरे के प्रभाव को समाप्त कर देते है इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते है।

क्षारक + अम्ल → लवण + जल

प्रश्न 9: धात्विक आक्साइडों की प्रकृति क्या होती है ?

उत्तर: धात्विक आक्साइडों की प्रकृति क्षारकीय होती है ।

प्रश्न 10: अधात्विक आक्साइडों की प्रकृति क्या होती है ?

उत्तर: धात्विक आक्साइडों की प्रकृति अम्लीय होती है ।

प्रश्न 11: पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीे रखने चाहिए ?
उत्तर: दही एवं खट्टे पदार्थ की प्रकृति अम्लीय होती है इसमें उपस्थित अम्ल पीतल एवं ताँबे से तुरन्त अभिक्रिया कर बर्तन को नष्ट कर देते है । और इसमें रखे पदार्थ भी खराब हो जाते है।

प्रश्न 12: धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर समान्यतः कौन सी गैस निकलती है ? एक उदाहरण देकर समझाइए । इस गैस की उपस्थिति की जाँच कैसे करोगें ?

उत्तर – धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर समान्यतः हाइड्रोजन गैस निकलती है। जैसे-

2HCl + Mg → MgCl+ H(g)

इस गैस की उपस्थिति की जाँच के लिए जब हम जलती हुई मोमबती इस गैस के पास ले जाते है तो फट – फट की ध्वनी के साथ हाइड्रोजन गैस का दहन होता है।

प्रश्न 13: जल में धुलनशील क्षारक को क्या कहते है ?
उत्तर : क्षार

प्रश्न 14: हमारे शरीर में दाँतों का इनैमल एक सबसे कठोर पदार्थ हैं । चॉकलेट तथा मिठाई खाने से यह क्षय कैसे हो जाता हैैं ? इसकी रोकथाम करने के लिए क्या करना चाहिए ? इनैमल किसका बना होता हैं ? मुँह का pH मान कितना होता हैं ?

उत्तर – मुँह मेें उपस्थित बैक्टीरिया भोजन के पश्चात् मुँह में अपशिष्ट शर्करा तथा खाद्य पदार्थों का निम्नीकरण करके अम्ल उत्पन्न करते हैं । यह अम्ल मुँह के pH मान से कम हो जाता हैं जिससे दाँतो का क्षय होना शुरू हो जाता हैं । इसकी रोकथाम करने के लिए भोजन के पश्चात् मुँह साफ करना चाहिए । इनैमल कैल्शियम फॉस्फेटका बना होता हैं । मुँह का pH मान 5.5 होता हैं ।

प्रश्न 15: माँसपेशियों में क्रैम्प क्यो होते हैं ?
उत्तर – माँसपेशियों में लैक्टिक अम्ल की अधिकता के कारण क्रैम्प होते हैं ।

प्रश्न 16: एक पदार्थ  A वाशिग सोडे की सिरके से क्रिया से प्राप्त होता हैं । पदार्थ A क्या हैं ?
उत्तर: पदार्थ A सोडियम एसिटेट है, इस क्रिया का अभिक्रिया निम्न है |

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acids, Bases and Salts (Hindi Medium) 4

प्रश्न 17: किसी टूटी हुई हडड्ी को स्थिर रखने के लिए डॉक्टर श्वेत पाउडर की पानी में बनी पेस्ट का उपयोग करते हैं ।

  1. इस पदार्थ का नाम बताइए ।
  2. इसका रासायनिक सूत्र लिखों ।
  3. इस पदार्थ का एक विशेष गुण बताइए ।
  4. इस पदार्थ को आर्द्र रोधी बर्तन में क्यो रखा जाना चाहिए ।

उत्तर:

  1. इस पदार्थ का नाम प्लास्टर ऑफ पेरिस हैं ।
  2. इसका रासायनिक सूत्र CaSO4 . ½ H2O हैं ।
  3. इस पदार्थ का एक विशेष गुण यह हैं कि जल मिलाते ही तुरंत कठोर हो जाता हैं । इसलिए इसका उपयोग खिलौने बनाने में किया जाता हैं ।
  4. इस पदार्थ को आर्द्र रोधी बर्तन में इसलिए रखते हैं क्योंकि आर्द्र वायु से अभिक्रिया कर जिप्सम बनाता है

प्रश्न 18: तनुकरण किसे कहते है ?

उत्तर: जल में अम्ल या क्षारक मिलाने पर आयन की सांद्रता (H3O/OH) में प्रति इकाई आयतन में कमी हो जाती है , इस प्रक्रिया को तनुकरण कहते हैं ।

प्रश्न 19: दैनिक जीवन में pH का महत्व लिखिए ।
उत्तर:

  1. हमारा शरीर 7.0 से 7.8 pH परास के बीच कार्य करता है।
  2. मिटटी की pH की प्रकृति अम्लिय हो तो फसल के लिए अनुकुल नहीं होती है।
  3. हमारे उदर में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल होता है जो उदर को हानि पहुॅचाए बिना पाचन में सहायता करता है।
  4. यदि मुॅह का चभ् मान 5.5 से कम हो तो दॉतो का क्षय हो जाता है।

प्रश्न 20: विरंजक चूर्ण का निर्माण कैसे होता है इसका तीन उपयोग लिखिए।

उत्तर : शुष्क बुझा हुआ चुना [Ca(OH)2] पर क्लोरिन कि क्रिया से विरंजक चूर्ण का निर्माण होता है।

Ca(OH)2 + Cl2 → CaOCl2 + H2O

विरंजक चूर्ण का उपयोग :

(i) वस्त्र उद्योग में सूती एवं लिनेन के विरंजन के लिए कागज की फैक्ट्री में लकड़ी के मज्जा एवं लौंड्री में साफ कपड़ों के विरंजन के लिए |

(ii) रासायनिक उद्योगों में एक उपचायक के रूप में |

(iii) पीने वाले जल को जीवाणु से मुक्त करने के लिए रोगाणुनाशक के रूप में |

प्रश्न 21: लिटमस पत्र कहाँ से प्राप्त होता है ?
उत्तर : यह थैलोफाइटा समुह के लिचेन पौधे से प्राप्त होता है।

प्रश्न 22: तीन प्राकृतिक पदार्थो का नाम बताइए जो अम्ल और क्षार की उपस्थ्तिि को सूचित करते है ?

उत्तर: 

  1. हल्दी
  2. लिटमस पत्र
  3. लाल बंदगोभी

प्रश्न 23: अम्ल और क्षारक के दो दो रासायनिक गुण लिखिए।

उत्तर: अम्ल के रासायनिक गुण:-

(i) यह जल के साथ H+ आयन प्रदान करता है।
(ii) अम्ल धातु के साथ अभिक्रिया कर लवण तथा हाइड्रोजन गैस प्रदान करता है।

क्षारक के रासायनिक गुण:-

(i) यह जल के साथ (OH)– आयन प्रदान करता है।
(ii) क्षारक अम्ल के साथ अभिक्रिया कर लवण तथा हाइड्रोजन गैस प्रदान करता है।

प्रश्न 24: आसवित जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है ?

उत्तर: आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता क्योंकि उसमें H+ आयन नहीं होता, आसवित जल उदासीन होता है। जबकि वर्षा जल की प्रकृति दुर्बल अम्लीय होता है। उसमें H+ आयन उपस्थित होते है जो विद्युत का चालन करते हैं ।

प्रश्न 25: पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखते है ?

उतर: पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ नहीं रखते क्योंकि दही एवं खट्टे पदार्थो में उपस्थित अम्ल पीतल तथा ताँबा से अभिक्रिया कर बर्तन को नष्ट कर देता है तथा पदार्थ का स्वाद बदल जाता है।

प्रश्न 26: कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबती को बुझा देती है । यदि उत्पन्न यौगिकों में से एक कैल्सियम क्लोराइड है , तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर:  Ca + 2HCl → CaCl2 + H2

प्रश्न 27: हमारे शरीर में दाँतों का इनैमल एक सबसे कठोर पदार्थ हैं । चॉकलेट तथा मिठाई खाने से यह क्षय कैसे हो जाता हैैं ? इसकी रोकथाम करने के लिए क्या करना चाहिए ? इनैमल किसका बना होता हैं ? मुँह का pH मान कितना होता हैं ?

उत्तर: भोजन के बाद मुँह साफ करने से इससे बचाव किया जा सकता है। मुँह की सफाई के लिए क्षारकीय दंत-मंजन का उपयोग करने से अम्ल की आधिक्य मात्रा को उदासीन किया जा सकता है जिसके परिणामस्वरूप दंत क्षय को रोका जा सकता है।

दाँतों का इनैमेल कैल्शियम फॉस्फेट का बना होता है |

मुँह का pH मान 5.5 होता है |

प्रश्न 28: एक पदार्थ ‘A’ वाशिग सोडे की सिरके से क्रिया से प्राप्त होता हैं । पदार्थ A क्या हैं ?

उत्तर:  

प्रश्न 29: किसी टूटी हुई हड्डी को स्थिर रखने के लिए डॉक्टर श्वेत पाउडर की पानी में बनी वेस्ट का उपयोग करते हैं ।

(i) इस पदार्थ का नाम बताइए ।
(ii) इसका रासायनिक सूत्र लिखों ।
(iii) इस पदार्थ का एक विशेष गुण बताइए ।
(iv) इस पदार्थ को आर्द्र रोधी बर्तन में क्यो रखा जाना चाहिए ।

उत्तर: 

प्रश्न 30: सभी अम्लों मे क्या समानता है ? कोई एक समानता लिखिए |

Hope given NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 are helpful to complete your homework.

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 1 Chemical Reactions and Equations (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 1 Chemical Reactions and Equations (Hindi Medium)

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Chapter 1. रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण

Chapter Review

  • रसायनिक परिवर्तन को भी रसायनिक अभिक्रिया कहा जाता है |
  • रसायनिक अभिक्रिया के दो भाग होते है , (1)   अभिकारक  (2)   उत्पाद
  • वे पदार्थ जिनमे रसायनिक अभिक्रिया के द्वारा रसायनिक परिवर्तन होता है अभिकारक कहलाते है |
  • अभिक्रिया के दौरान नए बनने वाले पदार्थ उत्पाद कहलाते है |
  • शब्द-समीकरण में अभिकारकों के उत्पाद में परिवर्तन को उनके मध्य एक तीर का निशान लगाकर दर्शाया जाता है |
  • तीर का सिरा उत्पाद की ओर इंगित करता है और अभिक्रिया होने की दिशा को दर्शाता है |
  • अभिकारकों के बीच योग (+) का चिन्ह लगाकर उन्हें बाई ओर (LHS) लिखा जाता है | इसी प्रकार उत्पादों के बीच भी योग (+) चिन्ह लगाकर उन्हें दाई ओर (RHS) लिखा जाता है |
  • शब्दों की जगह रसायनिक सूत्र का उपयोग करके रसायनिक समीकरणों को अधिक संक्षिप्त और उपयोगी बनाया जा सकता है |
  • एक रसायनिक समीकरण एक रसायनिक अभिक्रिया का प्रतिनिधित्व करता है |
  • प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या तीर के दोनों ओर सामान होते है |
  • असंतुलित रसायनिक समीकरण को कंकाली समीकरण कहते है |
  • द्रव्यमान संरक्षण के नियम को संतुष्ट करने के लिए रसायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है |
  • द्रव्यमान संरक्षण के नियम : किसी भी रसायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का ना तो सृजन होता है ना ही विनाश होता है |
  • किसी भी रसायनिक अभिक्रिया के उत्पाद तत्वों का कुल द्रव्यमान अभिकारक तत्वों के कुल द्रव्यमान के बराबर होता है |
  • रसायनिक अभिक्रिया के बाद और रसायनिक अभिक्रिया के पहले प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान रहती है |
  • कंकाली समीकरण को Hit and trial method or inspecting method के उपयोग से संतुलित किया जा सकता है |
  • संयोजन अभिक्रिया, वियोजन  अभिक्रिया, विस्थापन  अभिक्रिया, द्वि-विस्थापन  अभिक्रिया, उपचयन और अपचयन ये सभी रसायनिक अभिक्रिया के प्रकार है |
  • संक्षारण और विकृत-गंधिता उपचयन  अभिक्रिया के प्रभाव के कारण होते है |
  • एक सम्पूर्ण रसायनिक अभिक्रिया अभिकारक, उत्पाद और उनके भौतिक दशाओं को संकेतोंमें दर्शाता है |
  • संयोजन अभिक्रिया में दो या दो से अधिक पदार्थ मिलकर एक एकल नया उत्पाद बनाते है |
  • जिस अभिक्रिया में ऊर्जा का अवशोषण होता है वह ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहलाती है |
  • अवक्षेपण अभिक्रियायें अघुलनशील लवणों का उत्पादन करती है |
  • द्वि-विस्थापन अभिक्रिया में दो भिन्न अणुओं या अणुओं के समूहों में बीच आयनों (ions) का अदान-प्रदान होता है |
  • अभिक्रिया में पदार्थों से ऑक्सीजन या हाइड्रोजन का योग अथवा ह्रास भी होता है |
  • ऑक्सीजन का योग अथवा हाइड्रोजन का ह्रास आक्सीकरण या उपचयन कहलाता है |
  • ऑक्सीजन का ह्रास अथवा हाइड्रोजन का योग अपचयन कहलाता है |
  • जब कोई तत्व किसी यौगिक से किसी दुसरे तत्व को विस्थापित करता है तो विस्थापन अभिक्रिया होती है |
  •  विस्थापन अभिक्रिया में एक अधिक अभिक्रियाशील तत्व कम अभिक्रियाशील पदार्थ को विस्थापित कर देता है | जैसे आयरन जिंक और कॉपर को विस्थापित कर देता है क्योंकि आयरन  जिंक और कॉपर से अधिक अभिक्रियाशील है |
  • द्वि-विस्थापन अभिक्रिया में आयनों का आदान-प्रदान होता है |
  • हमारे भोजन में ऑक्सीजन के वृद्धि से भोजन का उपचयन तेजी से होता है जिससे वह विकृत-गंधित हो जाता है |
  •  विकृत-गंधित पदार्थों का गंध और स्वाद बदल जाता है |

पाठगत-प्रश्न:

पेज – 6

प्र० 1. वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है ?
उत्तर: वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ किया जाता है ताकि वह जलते समय पूरी तरह वायु के संपर्क में रहे |

प्र० 2. निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए :

  1. हाइड्रोजन + क्लोरीन → हाइड्रोजन क्लोराइड
  2. बेरियम क्लोराइड + एल्युमीनियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + एल्युमीनियम क्लोराइड
  3. सोडियम + जल → सोडियम हाइड्रोक्साइड  + हाइड्रोजन

प्र० 3. निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए :

  1. जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा अधुलनशील बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाते हैं |
  2. सोडियम हाइड्रोक्साइड का विलयन (जल में ) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में ) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते हैं |

पेज – 11

प्र० 1. किसी पदार्थ ‘X’ के विलयन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है |

(i)  पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए |
(ii) ऊपर (i) में लिखे पदार्थ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए |

प्र०2.  क्रियाकलाप 1.7 में एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरी से दोगुनी क्यों है ? उस गैस का नाम बताइए |

अभ्यास प्रश्न:

प्रश्न1: निचे दी गयी अभिक्रिया के सम्बन्ध में कौन सा कथन असत्य है ?

2PbO(s) + C(s) → 2Pb(s) + CO2(g)   

(a) सीसा अपचयित हो रहा है |
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रहा है |
(c) कार्बन अपचयित हो रहा है |
(d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है |

उत्तर: (i)   (a) एवं (b)
(ii)   (a) एवं (c)
(iii)   (a) (b) एवं (c)
(iv)   सभी

समीक्षा:

(a) सीसा अपचयित हो रहा है | →कथन सत्य है |
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रहा है | →कथन असत्य है |
(c) कार्बन अपचयित हो रहा है | →कथन सत्य है |
(d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है | →कथन असत्य है |

उत्तर: (ii) (a) एवं (c) कथन सत्य है |

प्रश्न 2: Fe2O3 + 2Al → Al2O3 + 2Fe

ऊपर दी गई अभिक्रिया किस प्रकार की है |

(a) संयोजन अभिक्रिया
(b) द्वि-विस्थापन अभिक्रिया
(c) वियोजन अभिक्रिया
(d) विस्थापन अभिक्रिया

उत्तर : (d) विस्थापन अभिक्रिया

प्रश्न3: लौह चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है ? सही उत्तर पर निशान लगाये |

(a) हाइड्रोजन गैस और एवं आयरन क्लोराइड बनता है |
(b) क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रो-क्साइड बनता है |
(c) कोई अभिक्रिया नहीं होती |
(d) आयरन लवण एवं जल बनता है |

उत्तर: (a) हाइड्रोजन गैस और एवं आयरन क्लोराइड बनता है |

प्रश्न 4: संतुलित रसायनिक समीकरण क्या है ? रसायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है ?

उत्तर: जब अभिकारक और उत्पाद दोनों तरफ के प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान हो तो ऐसे समीकरण को संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है | द्रव्यमान संरक्षण के नियम को संतुष्ट करने के लिए रासायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है |

प्रश्न 5: निम्न कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में लिखकर संतुलित कीजिये |

(a) नाइट्रोजन हाइड्रोजन गैस से अभिक्रिया कर अमोनिया बनाता है |
(b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है |
(c) एलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, एलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है |
(d) पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रो-ऑक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देता है |

उत्तर :-

(a) 3H+ N→2NH3
(b) 2H2S + 3O→ 2H2O + 3BaSO2
(c) 3BaCl2 + Al2(SO4)3 → 2AlCl3 + 3BaSO2
(d) 2K + 2H2O → 2KOH + H2

प्रश्न 6: निम्न रासायनिक समीकरण को संतुलित कीजिये:

(a) HNO + Ca(OH) → Ca(NO3) + H2O
(b) NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + H2O
(c) NaCl + AgNO → AgC2l + NaNO3
(d) BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + HCl

उत्तर :- संतुलित रासायनिक समीकरण :-

(a) 2HNO(aq) + Ca(OH)(aq)  → Ca(NO3)(aq) + 2H2O (l)
(b) 2NaOH (aq) + H2SO(aq) → Na2SO4 (aq) + 2H2O(l)
(c) NaCl (aq) + AgNO(aq)  → AgCl (s) + NaNO3(aq)
(d) BaCl2(aq) + H2SO4(aq) → BaSO4 (s) + 2HCl (aq)

प्रश्न 7: निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए |

(a) कैल्सियम हाइड्रो-ऑक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल
(b) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर
(c) एलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → एलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
(d) बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड

उत्तर : (a) Ca(OH)2 (aq) + Co2(g) → CaCo3(s) + H2O(l) |
(b) Zn(s) + 2AgNo(aq) → Zn(No3)+ 2Ag(s) |
(c) 2Al(s) + 3CuCl2(aq) → 2AlCl3 + 3Cu(s) |
(d) BaCl2(aq) + K2SO4 → BaSO4(s) + 2KCl(aq) |

प्रश्न 8: निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया का प्रकार बताईये |

(a) पोटैशियम ब्रोमाइड (aq) + बेरियम आयोडाइड (aq) → पोटैशियम आयोडाइड (aq) + बेरियम ब्रोमाइड (s) |
(b) जिंक कार्बोनेट (s)  → जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g) |
(c) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन(g)  → हाइड्रोजन क्लोराइड(g) |
(d) मैग्नीशियम (s)   + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) → मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g) |

उत्तर : (a) 2KBr(aq) + Bal2  → 2Kl(aq) + BaBr(aq) |
(b) ZnCo+ ZnCo → ZnO(s) + CO2(s) |
(c) H2 + cl2(g)  → 2HCl(g) |
(d) Mg(s) + 2HCl(aq)  → MgCl2(aq) + H2(g) |

प्रश्न 9: ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है ? उदहारण दीजिये |

उत्तर : वे अभिक्रिया जिसमें उत्पादों के बनाने पर ऊष्मा मुक्त होती है , उषमाक्षेपी अभिक्रियाएँ कहलाती है |

(i) C + O2 → Co2 + ऊष्मा
(ii) C6H12O6 + 6Co2 + 6H2O
वे अभिक्रियायें जिसमें उत्पादों के बनाने पर ऊर्जा अवशोषित होती है , ऊष्माशोषी कहलाती है |
FeSo4(s) → Fe2O3(s) + So2(g) + So3(g)

प्रश्न 10: श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते है ? वर्णन कीजिये |

उत्तर : पाचन क्रिया के समय भोजन हमारे शरीर में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऊर्जा मुक्त करता ही | हमारे शरीर की कोशिकाओं को उर्जा मिलाती है | अत: श्वसन एक उषमाक्षेपी अभिक्रिया है |

C6h12O6 + 6O →  6CO2 + 6H2O + उर्जा (ग्लूकोज) |

प्रश्न 11: वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए |

उत्तर : जिस प्रकार संयोजन अभिक्रिया में दो या दो अधिक अभिकारक परस्पर क्रिया करके उत्पाद बनाते है , ठीक उसी के विपरीत वियोजन अभिक्रिया में कोई यौगिक दो या डॉन से यौगिकों में विघटित हो जाता है |

संयोजन – 2H+ O2 →  2H2O
वियोजन – 2H2o →  2H2 + O2 |

महत्वपूर्ण-प्रश्नोत्तर

प्रश्न: CaO (s) का सामान्य नाम लिखिए |
उत्तर: चूना पत्थर |

प्रश्न: सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट, एंटासीड का एक मुख्य संघटक क्यों होता है ?
उत्तर: क्योंकि सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट एक क्षारीय पदार्थ है यह एसिड को उदासीन कर देता है |

प्रश्न: रसायनिक अभिक्रिया में अभिकारक और उत्पादों को किन किन भौतिक अवस्थाओं में दर्शाया जाता है ?
उत्तर: ठोस (s), द्रव्य (l), गैस(g) और जलीय विलयन(aq) के रूप में |

प्रश्न:  क्या होता है जब मैग्नीशियम  रिबन को वायु की उपस्तिथि में जलाया जाता है ?
उत्तर:  यह सफ़ेद रंग का मैग्नीशियम ऑक्साइड बनता है |

प्रश्न: श्वसन को उश्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते है ?कारण दीजिए |
उत्तर: श्वसन क्रिया जो हमारी कोशिकाओं में निरंतर होती रहती है यह एक प्रकार की उश्माक्षेपी अभिक्रिया है | भोजन से प्राप्त कार्बोहाइड्रेट टूटने के बाद ग्लूकोज में बदल जाता है जो श्वसन अभिक्रिया में ऑक्सीजन के साथ मिलकर हमे उर्जा प्रदान करते है | चूँकि ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया में भी उर्जा निकलती है इसलिए श्वसन को भी ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते है|

प्रश्न: उस अभिक्रिया का नाम बताये जिसमे दो या दो से अधिक अभिकारक मिलकर एकल उत्पाद बनाते है | इस अभिक्रिया का एक संतुलित समीकरण लिखिए |

उत्तर: संयोजन अभिक्रिया |

C + O2 – CO2

प्रश्न: वसायुक्त अथवा तैलीय खाद्य समाग्री को लम्बे समय तक रखने के लिए पैकिंग थैली में कौन सी गैस से युक्त किया जाता है | क्यों ?
उत्तर: थैली से ऑक्सीजन को हटाकर नाइट्रोजन युक्त किया जाता है इससे उपचयन की सम्भावना खत्म हो जाती है और थैली में रखे पदार्थ विकृतगंधित नहीं होते हैं|

प्रश्न: वसायुक्त अथवा तैलीय खाद्य समाग्रीयों के उपचयन से उनमें कौन से गुण आ जाते है ?
उत्तर: वे विकृतगंधित हो जाते है |

प्रश्न: वसायुक्त अथवा तैलीय खाद्य समाग्रीयों के उपचयन की गति धीमी करने के लिए दो महत्वपूर्ण उपाय लिखिए |
उत्तर:

  1. वायुरोधी बर्तन में रखने से उपचयन की गति हो जाती है |
  2. थैली से ऑक्सीजन को हटाकर नाइट्रोजन युक्त करने से उपचयन की संभावना ख़त्म हो जाती है |

प्रश्न: उस अभिक्रिया का नाम लिखिए जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का अदान-प्रदान होता है |
उत्तर: द्वि-विस्थापन अभिक्रिया |

प्रश्न: रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते है ?
उत्तर: ऐसी प्रक्रियाएँ जिनमें नए गुणों वाले पदार्थों का निर्माण होता है, रासायनिक अभिक्रिया कहलाती है |

जैसे- दूध से दही का बनना, लोहे पर जंग लगना आदि |
प्रश्न: रासायनिक समीकरण किसे कहते हैं ?

उत्तर: जब किसी रासायनिक अभिक्रिया को संकेतों अथवा सूत्रों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है तो इसे रासायनिक समीकरण कहते है |
2H + O → H2O

प्रश्न: रासायनिक समीकरण के कितने भाग होते है ?
उत्तर: रासायनिक समीकरण के दो भाग होते है |

  1. अभिकारक – रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थ |
  2. उत्पाद – अभिक्रिया से उत्पन्न पदार्थ उत्पाद कहलाते है |

उदहारण- C + O2 → CO2

       (अभिकारक)   (उत्पाद)

प्रश्न: असंतुलित रासायनिक समीकरण किसे कहते है ?
उत्तर: तीर के बाई ओर तथा दाई ओर के तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान नहीं हो ऐसे समीकरण को असंतुलित रासायनिक समीकरण कहते है |

जैसे – 2Mg + O2 → MgO

(अभिकारक)    (उत्पाद)

तत्व अभिकारक उत्पाद

मैग्नीशियम

ऑक्सीजन

2

2

1

1

प्रश्न: यौगिक किसे कहते है ?
उत्तर: दो या दो से अधिक परमाणुओं के मेल से बने पदार्थ को यौगिक कहते है, एवं ये हमेशा निश्चित अनुपात में होते है | जैसे –

H2 O, H2 SO4, Cu SO4, and AlO3 इत्यादि |

प्रश्न: ऊष्मा के आधार पर रासायनिक अभिक्रिया कितने प्रकार की  होती है ?
उत्तर: ऊष्मा के आधार पर रासायनिक अभिक्रिया दो प्रकार की  होती है |

(1)   ऊष्माशोषी अभिक्रिया

(2)   ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया

प्रश्न: ऊष्माशोषी अभिक्रिया की परिभाषा उदहारण सहित दीजिये |
उत्तर: जिस अभिक्रिया से ऊष्मा का अवशोषण होता है उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं |

जैसे – N + O2 → NO2

इस अभिक्रिया में ऊष्मा का अवशोषण होता है |

प्रश्न: ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया की परिभाषा उदहारण सहित दीजिये |
उत्तर: जिस अभिक्रिया में ऊष्मा निकलती है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते है | जैसे  –

C + O2 → CO2

प्रश्न: संयोजन अभिक्रिया से आप क्या समझते है ?
उत्तर: वे अभिक्रियाएँ जिनमे दो या दो से अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते है, उन्हें संयोजन अभिक्रिया कहते है |

उदहारण: 2Mg + O2 → 2MgO

इस अभिक्रिया में मैग्नीशियम एवं ऑक्सीजन मिलकर अभिक्रिया करते है और एक नया पदार्थ मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाते है |

प्रश्न: उपचयन और अपचयन में अन्तर स्पष्ट कीजिये |
उत्तर: उपचयन और अपचयन एक दुसरे की पूरक अभिक्रियाएँ है, जैसे उपचयन में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो अपचयन में ऑक्सीजन का ह्रास होता है |

प्रश्न: एक भूरे रंग का चमकदार तत्व X को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है |

  1. इस तत्व X एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताईये |
  2. इस अभिक्रिया का समग्र समीकरण लिखिए |

उत्तर:

(1)   तत्व X कॉपर है और कला रंग का यौगिक कॉपर ऑक्साइड है |
(2) NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 1 Chemical Reactions and Equations (Hindi Medium)

प्रश्न: संक्षारण क्या है ? धातु को संक्षारित होने से बचाने के लिए तीन विधियों का नाम लिखो |

उत्तर: खुली वायु या नम वायु, जल के संपर्क में किसी धातु की सतह पर आती है तो इसकी सतह पर वायु धातु से अभिक्रिया कर एक पदार्थ बना लेता है जिससे धातु का श्रय होने लगता है­ इस परिघटना को संक्षारण कहते है |

धातु को संक्षारित होने से बचाने के लिए तीन विधियाँ निम्न है |

  1. जस्तीकरण करके
  2. पेंट करके
  3. तेल या ग्रीस लगाकर

प्रश्न: रसायनिक समीकरण को क्यों संतुलित किया जाता है ?
उत्तर: द्रव्यमान संरक्षण के नियम को संतुष्ट करने के लिए रासायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है |

प्रश्न : रासायनिक समीकरण को संतुलित क्यों किया जाता है ?
उत्तर : द्रव्यमान संरक्षण के नियम को संतुलित करने के लिए रासायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है |

प्रश्न : वायु में जलने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है ?
उत्तर : वायु में जलने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ इसलिए किया जाता है ताकि उसके उपरी सतह से धूलकण हट जाये जिससे इसकी सतह प्रत्यक्ष रूप से वायु के संपर्क में आ सके |

प्रश्न : उस अभिक्रिया का नाम बताये जिसमें किसी पदार्थ से ऑक्सीजन निष्कासित होती है |
उत्तर:  अवकरण अभिक्रिया |

प्रश्न : तापीय वियोजन क्या है ? इसका एक उदाहरण दीजिये |
उत्तर: ऐसी अभिक्रिया जिसमें गर्म करने पर कोई पदार्थ दो या दो से अधिक पदार्थों में विघटित हो जाता है उसे तापीय वियोजन कहते है |

उदाहरण:
कैल्शियम कार्बोनेट गर्म करने पर कैल्शियम ऑक्साइड तथा कार्बन डाइऑक्साइड में विघटित हो जाता है |

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 6 Colonialism and the City (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 6 Colonialism and the City (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
सही या गलत बताएँ :
(क) पश्चिमी विश्व में आधुनिक शहर औद्योगीकरण के साथ विकसित हुए।
उत्तर
सही,

(ख) सूरत और मछलीपट्नम का उन्नीसवीं शताब्दी में विकास हुआ।
उत्तर
गलत,

(ग) बीसवीं शताब्दी में भारत की ज्यादातर आबादी शहरों में रहती थी।
उत्तर
गलत,

(घ) 1857 के बाद जामा मसजिद में पाँच साल तक नमाज़ नहीं हुई।
उत्तर
सही,

(ङ) नयी दिल्ली के मुकाबले पुरानी दिल्ली की साफ-सफाई पर ज्यादा पैसा खर्च किया गया।
उत्तर
गलत

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प्रश्न 2.
रिक्त स्थान भरें :
(क) सफलतापूर्वक गुंबद का इस्तेमाल करने वाली पहली इमारत …………………. थी।
(ख) नयी दिल्ली और शाहजहाँनाबाद की रूपरेखा तय करने वाले दो वास्तुकार ………………. थे।
(ग) अंग्रेज़ भीड़ भरे स्थानों को ……………… मानते थे।
(घ) ………….. के नाम से 1888 में एक विस्तार योजना तैयार की गई। उत्तरः
उत्तर
(क) जामा मसजिद।
(ख) एडवर्ड लुटयंस और हर्बर्ट बेकर।
(ग) बीमारियों का स्रोत।
(घ) लाहौर गेट सुधार योजना।

प्रश्न 3.
नयी दिल्ली और शाहजहाँनाबाद की नगर योजना में तीन फ़र्क हूँढ़ें।
उत्तर
नयी दिल्ली और शाहजहाँनाबाद की नगर योजना में अंतर

  1. शाहजहाँनाबाद दीवारों से घिरा शहर था किंतु नयी दिल्ली ऐसा नहीं था।
  2. शाहजहाँनाबाद में भीड़-भाड़ वाले मोहल्ले तथा संकरी गलियाँ थी, लेकिन नयी दिल्ली में सीधी-चौड़ी गलियाँ थीं जिनके दोनों तरफ बँगले बने हुए थे।
  3. नयी दिल्ली में जलापूर्ति तथा गंदगी आदि के निपटारे की अच्छी व्यवस्था थी शाहजहाँनाबाद में इस तरह की इतनी अच्छी व्यवस्था नहीं थी।

प्रश्न 4.
मद्रास जैसे शहरों के ‘गोरे” इलाकों में कौन लोग रहते थे?
उत्तर
मद्रास जैसे शहरों के सुसज्जित ‘गोरे” इलाकों में अंग्रेज रहा करते थे। आइए विचार करें |

प्रश्न 5.
विशहरीकरण का क्या मतलब है?
उत्तर
विशहरीकरण का अर्थ है-जब देश के कुछ शहरों की तीव्र वृद्धि हो रही होती है और ठीक उसी समय पहले से विकसित कुछ शहर पिछड़ रहे हों।

प्रश्न 6.
अंग्रेजों ने दिल्ली में ही विशाल दरबार क्यों लगाया जबकि दिल्ली राजधानी नहीं थी।
उत्तर
अंग्रेजों का दिल्ली में विशाल दरबार लगाने का कारण

  1. अंग्रेज़ों को दिल्ली का सांकेतिक महत्त्व अच्छी तरह पता था।
  2. अंग्रेज़ मुगल बादशाह के महत्त्व को कम करना चाहते थे।
  3. अंग्रेज कलकत्ता के स्थान पर दिल्ली को भारत की राजधानी बनाना चाहते थे।

प्रश्न 7.
पुरानी दिल्ली शहर ब्रिटिश शासन के तहत किस तरह बदलता गया?
उत्तर
पुराने शहर दिल्ली में बदलाव

  1. लालकिले के आसपास का सारा इलाका साफ कर दिया गया। बाग, मैदान और मसजिदें नष्ट कर दी गयीं।
  2. शहर का एक तिहाई हिस्सा ढहा दिया गया।
  3. 1870 के दशक में रेलवे की स्थापना तथा शहर के विस्तार के लिए शाहजहाँनाबाद की पश्चिमी दीवारों को तोड़ दिया गया।
  4. नहरों को पाटकर (मिट्टी भरकर) समतल कर दिया गया।

प्रश्न 8.
विभाजन से दिल्ली के जीवन पर क्या असर पड़ा?
उत्तर
विभाजन का दिल्ली के जीवन पर प्रभाव

  1. दिल्ली शरणार्थियों का शहर बन गया लाजपत नगर और तिलक नगर जैसी बस्तियाँ उसी समय बसी।
  2. दिल्ली की जनसंख्या तेजी से बढ़ी। दिल्ली की जनसंख्या में 5 लाख की वृद्धि हो गयी।
  3. दिल्ली के दो तिहाई मुसलमान पलायन कर गए जिससे 44000 मकान खाली हो गए।
  4. पाकिस्तान जाने वाले ज्यादातर मुसलमान कारीगर, छोटे-मोटे व्यापारी और मजदूर थे। दिल्ली आए नए लोग ग्रामीण भू-स्वामी, वकील, शिक्षक, व्यापारी और छोटे दुकानदार थे। विभाजन ने उनकी जिंदगी और उनके व्यवसाय बदल दिए।

आइए करके देखें

प्रश्न 9.
अपने शहर या आसपास के किसी शहर के इतिहास का पता लगाएँ। देखें कि वह कब और कैसे फैला तथा समय के साथ उसमें क्या बदलाव आए हैं। आप बाजारों, इमारतों, सांस्कृतिक संस्थानों और बस्तियों का इतिहास दे सकते हैं।
उत्तर
हमारा शहर दिल्ली-

  1. दिल्ली का उल्लेख हिंदू महाकाव्य महाभारत में पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ के रूप में मिलता है।
  2. 12वीं सदी में पृथ्वीराज चौहान द्वितीय ने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया।
  3. 17वीं सदी तक दिल्ली कई बार (7 बार) बसी तथा उजड़ी है।
  4. 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद दिल्ली पर अंग्रेजों की नियंत्रण हो गया। |
  5. 1911 में दिल्ली ब्रिटिश भारत की राजधानी बन गयी।
  6. दिल्ली में समय के साथ वास्तुकला के कई उदाहरण देखने को मिले; जैसे-कुतुबमीनार, लाल किला, हुमायूँ का मकबरा इत्यादि।
  7. जंतर-मंतर भारत की वैज्ञानिक विरासत का अनोखा उदाहरण है इसका निर्माण सवाई राजा मानसिंह ने करवाया था।
  8. 20वीं सदी में एडवर्ड लुटयंस ने आज के राष्ट्रपति भवन का डिजायन तैयार किया।
  9. संसद भवन का डिजायन हर्बर्ट बेकर ने तैयार किया।
  10. 1931 में कनॉट प्लेस नई दिल्ली का सबसे बड़ा वाणिज्यिक केंद्र बना।

प्रश्न 10.
अपने शहर, कस्बे या गाँव के कम से कम दस व्यवसायों की सूची बनाएँ। पता लगाएँ कि ये व्यवसाय कब से चले आ रहे हैं। इस सूची से इस इलाके में आए बदलावों के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर
व्यवसायों की सूची|

  1. खेती करना
  2. मोची का काम
  3. बढ़ई का काम
  4. पशुपालन
  5. मिट्टी के बर्तन बनाना
  6. लोहार का काम
  7. कपड़ा बुनना
  8. गन्ना पेरना तथा खांड व गुड़ बनाना
  9. मछली पकड़ना
  10. अध्यापन कार्य
    समय के साथ बदलाव-सभी व्यवसाय काफी पुराने हैं समय के साथ-साथ इनके स्तरों में बदलाव आया है इनकी कार्य शैली में बदलाव आया है।

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NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 7 Weavers, Iron Smelters and Factory Owners (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 7 Weavers, Iron Smelters and Factory Owners (Hindi Medium)

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प्रश्न-अभ्यास

( पाठ्यपुस्तक से)

फिर से याद करें

प्रश्न 1.
यूरोप में किस तरह के कपड़ों की भारी माँग थी?
उत्तर
यूरोप में कपड़ों की माँग

  1. मस्लिन (मलमल)
  2. कैलिको (सूती कपड़ा)
  3. शिंट्ज़ (छींट)
  4. जामदानी (बारीक मलमल)

प्रश्न 2.
जामदानी क्या है?
उत्तर
जामदानी

  1. जामदानी एक तरह का बारीक मलमल होता है, जिस पर करघे में सजावटी चिह्न बुने होते हैं।
  2. इसका रंग प्रायः सलेटी और सफेद होता है। आमतौर पर सूती और सोने के धागों का प्रयोग किया जाता है।
  3. बंगाल में ढाका और संयुक्त प्रांत (वर्तमान उत्तर प्रदेश) में लखनऊ जामदानी बुनाई के सबसे महत्त्वपूर्ण केंद्र थे।

प्रश्न 3.
बंडाना क्या है?
उत्तर
बंडाना

  1. बंडानी शब्द का प्रयोग गले या सिर पर पहनने वाले चटक रंग के छापेदार गुलूबंद के लिए किया जाता है।
  2. यह शब्द हिंदी के बाँधना’ शब्द से निकला है। इस श्रेणी में चटक रंगों वाले ऐसी बहुत सारी किस्म के कपड़े आते थे, जिन्हें बाँधने और रंगसाजी की विधियों से ही बनाया जाता था।
  3. बंडाना शैली के कपड़े अधिकांशत: राजस्थान और गुजरात में बनाए जाते थे।

प्रश्न 4.
अगरिया कौन होते हैं?
उत्तर
अगरिया-अगरिया लोहा बनाने वाले लोगों का एक समुदाय था, जो मध्ये भारत के गाँवों में रहते थे तथा लोहा गलाने की कला में निपुण थे।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थान भरें :
(क) अंग्रेज़ी का शिट्ज़ शब्द हिंदी के ………………. शब्द से निकला है।
उत्तर
छींट,

(ख) टीपू की तलवार …………….. स्टील से बनी थी।
उत्तर
वुट्ज,

(ग) भारत का कपड़ा निर्यात …………………. सदी में गिरने लगा।
उत्तर
उन्नीसवीं।

आइए विचार करें।

प्रश्न 6.
विभिन्न कपड़ों के नामों से उनके इतिहासों के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर
कपड़ों के नामों का इतिहास

  1. अंग्रेजी की शिट्ज़ शब्द हिंदी के छींट’ शब्द से निकला है। हमारे यहाँ छींट रंगीन फूल-पत्तियों वाले
    छोटे छापे के कपड़ों को कहा जाता है।
  2. बंडा! शब्द का प्रयोग गले या सिर पर बाँधने वाले चटक रंग के छापेदार गुलूबंद के लिए किया जाता है। यह शब्द हिंदी के बाँधना’ शब्द से निकला है।
  3. ‘मस्लिन’ (मलमल) शब्द का प्रयोग इराक के मोसूल शहर के आधार पर है। यूरोप के व्यापारियों ने इराक के मोसूल शहर में अरब व्यापारियों के पास बारीक बुनाई का कपड़ा देखा तो उसे ‘मस्लिन’ कहने लगे।

प्रश्न 7.
इंग्लैंड के ऊन और रेशम उत्पादकों ने अठारहवीं सदी की शुरुआत में भारत से आयात होने वाले कपड़े का विरोध क्यों किया था?
उत्तर
भारत से आयात होने वाले कपड़े का विरोध

  1. इंग्लैंड में नए-नए कपड़ा कारखाने खुल रहे थे। अंग्रेज़ कपड़ा उत्पादक अपने देश में केवल अपना ही कपड़ा बेचना चाहते थे।
  2. इंग्लैंड के ऊन व रेशम निर्माता भारतीय कपड़े की लोकप्रियता से परेशान थे।
  3. अब सफेद मलमल या बिना माँड़ वाले कोरे भारतीय कपड़े पर इंग्लैंड में ही भारतीय डिजाइन छाप जाने लगे।

प्रश्न 8.
ब्रिटेन में कपास उद्योग के विकास से भारत के कपड़ा उत्पादकों पर किस तरह के प्रभाव पड़े?
उत्तर
भारत के कपड़ा उत्पादकों पर प्रभाव|

  1. अब भारतीय कपड़े को यूरोप और अमरीका के बाजारों में ब्रिटिश उद्योगों में बने कपड़ों से प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती थी।
  2. भारत से इंग्लैंड को कपड़े का निर्यात कठिन हो गया, क्योंकि ब्रिटिश सरकार ने भारत से आने वाले कपड़े पर भारी सीमा शुल्क लगा दिए थे।
  3. ब्रिटिश और यूरोपीय कंपनियों ने भारतीय माल खरीदना बंद कर दिया और उसके एजेंटों ने तयशुदा आपूर्ति के लिए बुनकरों को पेशगी देना बंद कर दिया।
  4. इंग्लैंड में बने सूती कपड़े ने उन्नसवीं सदी की शुरुआत तक भारतीय कपड़े को अफ्रीका, अमरीका और यूरोप के परंपरागत बाजारों से बाहर कर दिया। इनकी वजह से हज़ारों बुनकर, लाखों सूत कातने वाली ग्रामीण महिलाएँ बेरोजगार हो गईं।

प्रश्न 9.
उन्नीसवीं सदी में भारतीय लौह प्रगलन उद्योग का पतन क्यों हुआ?
उत्तर
उन्नीसवीं सदी में भारतीय लौह प्रगलन उद्योग का पतन

  1. औपनिवेशिक सरकार के नए वन कानूनों ने वनों को आरक्षित घोषित कर दिया। वनों में लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगने के कारण लौह प्रगलकों के लिए कोयला बनाने के लिए लकड़ी मिलना बंद हो गयी।
  2. उन्नीसवीं सदी के अंत तक ब्रिटेन से लोहे और इस्पात का आयात होने लगा, जिसके कारण स्थानीय प्रगालकों द्वारा बनाए जा रहे लोहे की माँग कम होने लगी।
  3. कुछ क्षेत्रों में सरकार ने जंगलों में प्रवेश की अनुमति दे दी, लेकिन प्रगालकों को अपनी प्रत्येक भट्टी के लिए वन विभाग को बहुत भारी टैक्स देने पड़ते थे, जिससे उनकी आय में कमी आ गयी!

प्रश्न 10.
भारतीय वस्त्रोद्योग को अपने शुरुआती सालों में किने समस्याओं से जूझना पड़ा?
उत्तर
भारतीय वस्त्रोद्योग की शुरुआती समस्याएँ

  1. इस उद्योग को ब्रिटेन से आए सस्ते कपड़ों का मुकाबला करना पड़ा।
  2. अधिकतर देशों में सरकारें आयातित वस्तुओं पर सीमा शुल्क लगा कर अपने उद्योगों को प्रतिस्पर्धा से बची रही थी, परंतु भारत में औपनिवेशिक सरकार ने भारतीय स्थानीय उद्योगों को ऐसी सुरक्षा नहीं दी।
  3. 1880 तक भारत के सूती कपड़ा पहनने वाले लगभग दो तिहाई लोग ब्रिटेन में बना कपड़ा पहनने लगे थे, जिससे हज़ारों बुनकर तथा लाखों सूत कातने वाली ग्रामीण महिलाएँ बेरोजगार हो गयीं।

प्रश्न 11.
पहले महायुद्ध के दौरान अपना स्टील उत्पादन बढ़ाने में टिस्को को किस बात से मदद मिली?
उत्तर
टिस्को को अपना स्टील उत्पादन बढ़ाने में मदद-
(i) सन् 1914 में पहला विश्व युद्ध शुरू हुआ। ब्रिटेन में उत्पादित इस्पात की खपत यूरोप में युद्ध की माँगों को पूरा करने के लिए होने लगी।
(ii) भारत आने वाले ब्रिटिश स्टील की मात्रा में भारी गिरावट आई और भारतीय रेलवे भी पटरियों की आपूर्ति के लिए टिस्को पर आश्रित हो गया।
(iii) औपनिवेशिक सरकार ने युद्ध लंबा खींचने की स्थिति में टिस्को को युद्ध के लिए गोलों के खोल और रेलगाड़ियों के पहिए बनाने का काम सौंप दिया।
(iv) औपनिवेशिक सरकार 1919 तक टिस्को में बनने वाले 90 प्रतिशत इस्पात को खरीद लेती थी और कुछ समय बाद टिस्को समूचे ब्रिटिश साम्राज्य में इस्पात का सबसे बड़ा कारखाना बन गया है।
NCERT Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 7 (Hindi Medium) 1

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