MCQ Questions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 6 प्रेमचंद के फटे जूते with Answers

Question 1.
हरिशंकर परसाई का जन्म कब और कहाँ हुआ?
(a) 1922 में म.प्र. के होशंगाबाद में
(b) 1922 में इलाहाबाद में
(c) 1932 में पटना में
(d) 1922 में वाराणसी में

Answer

Answer: (a) 1922 में म.प्र. के होशंगाबाद में।


Question 2.
निम्नलिखित में से कौन-सी रचना हरिशंकर परसाई जी की नहीं है?
(a) हॅसते हैं रोते हैं
(b) रानी नागफनी की कहानी
(c) गोदान
(d) भूत के पाँव पीछे

Answer

Answer: (c) गोदान
गोदान मुंशी प्रेमचंद की रचना है।


Question 3.
हरिशंकर परसाई जी का निधन कब हुआ?
(a) 1991 में
(b) 1995 में
(c) 1999 में
(d) 1998 में

Answer

Answer: (b) 1995 में
सन् 1995 में हरिशंकर परसाई जी का निधन हुआ।


Question 4.
‘प्रेमचंद के फटे जूते’ पाठ में लेखक ने प्रेमचंद का कैसा चित्रण किया है?
(a) बनावटी
(b) अतिशयोक्तिपूर्ण चित्रण
(c) व्यंग्य चित्रण
(d) यथार्थ चित्रण

Answer

Answer: (d) यथार्थ चित्रण
इस पाठ में प्रेमचंद जी का यथार्थ चित्रण है।


Question 5.
प्रेमचंद का यह फोटो किसके साथ खिंचा था?
(a) लेखक के
(b) प्रेमचंद के मित्र के
(c) उनकी पत्नी के
(d) जयशंकर प्रसाद के

Answer

Answer: (c) उनकी पत्नी के
प्रेमचंद ने यह फोटो अपनी पत्नी के साथ खिंचवाया था।


Question 6.
लेखक ने इस पाठ में भक्ति काल के किस कवि का वर्णन किया है।
(a) सूरदास
(b) कुंभन दास
(c) रैदास
(d) कबीरदास

Answer

Answer: (b) कुंभन दास
कुभनदास जी का वर्णन किया है।


Question 7.
‘नेम’ शब्द का तत्सम शब्द क्या है?
(a) नाम
(b) नया
(c) नियम
(d) नियामत

Answer

Answer: (c) नियम
‘नेम’ का तत्सम ‘नियम’ है।


Question 8.
‘उपहास’ शब्द में उपसर्ग बताइए?
(a) उत्
(b) उप
(c) हास्य
(d) हास

Answer

Answer: (b) उप
उपहास में ‘उप’ उपसर्ग है।


Question 9.
हरिशंकर परसाई मूलतः ……………… हैं। सही विकल्प से रिक्त स्थान से पूर्ति कीजिए।
(a) उपन्यासकार
(b) निबन्धकार
(c) व्यंग्यकार
(थ) कहानीकार

Answer

Answer: (c) व्यंग्यकार
हरिशकर परसाई एक व्यंग्यकार हैं।


Question 10.
प्रेमचन्द कैसे साहित्यकार हैं?
(a) आदर्शवादी
(b) यथार्थवादी
(c) प्रयोगवादी
(d) प्रगतिवादी

Answer

Answer: (b) यथार्थवादी
प्रेमचंद यथार्थवादी साहित्यकार थे।


Question 11.
लेखक यह क्यों सोचता है कि उस आदमी की अलग-अलग पोशाकें नहीं होंगी
(a) प्रेमचंद को किसी तरह का शौक नहीं था
(b) वह फटे पुराने वस्त्र पहनने में अपनी शान समझते थे
(c) वह एक साहित्यकार घे
(d) उनकी कथनी और करनी एक समान धी

Answer

Answer: (d) उनकी कथनी और करनी एक समान धी


Question 12.
‘प्रेमचंद के फटे जूते गय की किस विधा की रचना
(a) डायरी विधा
(b) निबंध
(c) व्यंग्य विधा
(d) संस्मरण

Answer

Answer: (c) व्यंग्य विधा


गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

मुझे लगता है. तुम किसी सख्त चीज को ठोकर मारते रहे हो। कोई चीज़ जो परम-पर-परम सदियों से जम गयी है, उसे शायद तुमने ठोकर मार-मारकर अपना जूता फाह लिया। कोई टीला जो रास्ते पर खड़ा हो गया था, उस पर तुमने अपना जूता आजमाया। तुम उसे बचाकर, उनके बगल से भी तो निकल सकते थे। टीलों से समझौता भी तो हो जाता है। सभी नदियाँ पहाड़ थोड़े ही फोड़ती हैं, कोई रास्ता बदलकर, घूमकर भी तो चली जाती हैं।

Question 1.
‘कोई चीज जो परम-पर-परम सदियों से जम गई है, उससे शायद तुमने ठोकर मार-मारकर अपना जूता फाड़ लिया।’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
(a) प्रेमचंद जी ने अपने साहित्य के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का बीड़ा उठाया है
(b) प्रेमचंद जी जूते की ठोकर से पुरानी जमी हुई। चीजों को उखाड़ना चाहते थे
(c) प्रेमचंद जी को रूढ़ियों से टकराने में आनंद आता था
(d) इनमें से काई नहीं

Answer

Answer: (a) प्रेमचंद जी ने अपने साहित्य के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का बीड़ा उठाया है


Question 2.
‘टीलों से समझौता भी हो जाता है। यहाँ टीलों का क्या अर्थ है?
(a) टीलों का अर्थ बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं
(b) टोला पठार की तरह ऊँची भूमि को कहते हैं
(c) यहाँ टोलों का अर्थ उन रूढ़ियों से है जिनके कारण हमारा समाज आज भी अंधकारग्रस्त है
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) यहाँ टोलों का अर्थ उन रूढ़ियों से है जिनके कारण हमारा समाज आज भी अंधकारग्रस्त है


Question 3.
सख्त चीज से ठोकर मारने का क्या आशय है?
(a) पत्थरों को ठोकर मारना
(b) मजबूत आदमी से टकराना
(c) अनुशासनप्रिय व्यक्ति से टकराना
(d) शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करना

Answer

Answer: (d) शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करना


Question 4.
यहाँ नदी की क्या विशेषता बताई गई है?
(a) नदी सबको स्वष्छ जल देती है
(b) नदी शीतलता प्रदान करती है
(c) नदी के मार्ग में यदि कोई अवरोध हो तो वह रास्ता बदल लेती है
(d) नदी हमारे खेतों को हरा-भरा बनाती है

Answer

Answer: (c) नदी के मार्ग में यदि कोई अवरोध हो तो वह रास्ता बदल लेती है


Question 5.
इस गद्यांश को जिस पाठ से लिया गया है, उसके लेखक का नाम बताइए।
(a) हरिशंकर परसाई
(b) मुंशी प्रेमचंद
(c) डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी
(d) जाविर हुसैन

Answer

Answer: (a) हरिशंकर परसाई


मंजूषा से शब्द/वाक्यांश बुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) यह मुसकान नहीं इसमें ………….

Answer

Answer: उपहास है, व्यंग्य है।


(ख) फोटो ही खिंचना था, …………. या न खिंचाते।

Answer

Answer: तो ठीक जूते पहन लेते


(ग) लोग तो माँगे कोट से ……………..।

Answer

Answer: वर दिखाई करते हैं


(घ) तुम्हारी अँगुली दिखती है …………..।

Answer

Answer: पर पाँव सुरक्षित हैं


(ड) तुम्हारी यह व्यंग्य मुसकान …………..।

Answer

Answer: मेरे हौसले पस्त कर देती है


(च) चक्कर लगाने से जूता फटता नहीं है, …………….

Answer

Answer: घिस जाता है


(छ) तुम किसी सख्त चीज को ……………..

Answer

Answer: ठोकर मारते रहे हो


(ज) कोई टीला जो रास्ते में खड़ा हो गया था, ………….

Answer

Answer: उस पर तुमने अपना जूता आजमाया।


सही कयन के सामने (✓) और गलत कयन के सामने (✗) का चिह्न लगाइए।

(क) मुंशी प्रेमचंद यथार्थवादी व्यक्ति थे।

Answer

Answer: (✓)


(ख) मुंशी प्रेमचंद वैभवशाली व्यक्ति थे।

Answer

Answer: (✗)
वे वैभवशाली नहीं ये निर्धन व्यक्ति थे


(ग) वे परिस्थितियों से समझौता कर लेते थे।

Answer

Answer: (✗)
उन्होंने कभी परिस्थतियों से समझौता नहीं किया


(घ) प्रेमचंद का जीवन अभावों में गुजरा।

Answer

Answer: (✓)


(ङ) प्रेमचंद के फटे जूते व्यंग्य के रचनाकार शरद जोशी

Answer

Answer: (✗)
प्रेमचंद के फटे जूते’ व्यंग्य के रचनाकार ‘हरिशंकर परसाई’ जी हैं


(च) प्रेमचंद जनता के लेखक थे।

Answer

Answer: (✓)


(छ) कुंभन दास का जूता आगरा आने-जाने में घिस गया था।

Answer

Answer: (✗)
कुंभनदास का जूता फतेहपुर सीकरी आने-जाने में घिस गया था


(ज) पूस की रात में नीलगाय होरी का खेत चर गई

Answer

Answer: (✗)
पूस की रात में नीलगाय हलकू का खेत घर गई थीं।


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