Question 1.
क्षीण वपु का क्या अर्थ है?
(a) एक पक्षी का नाम
(b) दुर्वल शारीर
(c) एक औषधि का नाम
(d) एक वाद्य यंत्र का नाम
Answer
Answer: (b) दुर्वल शारीर
वीण बनु का अर्थ है दुर्बल शरीर।
Question 2.
“प्रगल्म’ का अर्थ है
(a) मूर्ख
(b) विद्वान
(c) वाचाल
(d) सइधर
Answer
Answer: (c) वाचाल
‘प्रगल्भ’ का अर्थ ‘वाचाल है।
Question 3.
‘ईषत्’ का क्या अर्थ है?
(a) ईश्वर
(b) औचित्य
(c) पूर्व दिशा
(d) आंशिक रूप से
Answer
Answer: (d) आंशिक रूप से
ईषत् का अर्थ आंशिक रूप से है।
Question 4.
वह आँखें मूंदकर अपने रोम-रोम से उस स्नेह का अनुभव करने लगा यहाँ किसका उल्लेख है
(a) गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर का
(b) कुत्ते का
(c) हजारी प्रसाद द्विवेदी का
(d) किसी आगंतुक का
Answer
Answer: (b) कुत्ते का
Question 5.
गुरुदेव ने शांति निकेतन छोड़ कहीं और रहने का मन क्यों बनाया।
(a) वह जगह अच्छी नहीं थी
(b) वहाँ उनका मन नहीं लगता था
(c) स्वास्थ्य के कमजोर होने के कारण वे भीड़-भाड़ से दूर रहना चाहते थे
(d) इस स्थान को सरकार द्वारा खाली करने का नोटिस दिया जा चुका था
Answer
Answer: (c) स्वास्थ्य के कमजोर होने के कारण वे भीड़-भाड़ से दूर रहना चाहते थे
Question 6.
‘एक कुत्ता और एक मैना’ पाठ किस विधा में लिखा गया है
(a) संस्मरण
(b) निबंध विधा
(c) कहानी
(d) डायरी
Answer
Answer: (b) निबंध विधा
Question 7.
गुरुदेव ने किस पक्षी को लक्ष्य करके कविता लिखी
(a) गौरेया
(b) तोता
(c) मैना
(d) सारस
Answer
Answer: (c) मैना
मैना को लक्ष्य करके लिखी थी।
Question 8.
हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित इस निबंध में किस-किस पशु-पक्षी का उल्लेख हुआ है।
(a) कुत्ते का
(b) नैना का
(c) कीए का
(d) उपर्युक्त तीनों का
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त तीनों का
क, ख और ग तीनों सत्य हैं।
Question 9.
गुरुदेव शांति निकेतन से किस स्थान पर रहने के लिए गए?
(a) हरि निकेतन
(b) आनंद भवन
(c) श्री निकेतन
(d) ऋषिकेश
Answer
Answer: (c) श्री निकेतन
Question 10.
रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय का क्या नाम है?
(a) शाति निकेतन
(b) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय
(c) दिल्ली विश्वविद्यालय
(d) इलाहाबाद विश्वविद्यालय
Answer
Answer: (a) शाति निकेतन
Question 11.
इस निबंध में ‘गुरुदेव’ का संबोधन किसके लिए किया गया है?
(a) हजारी प्रसाद द्विवेदी के लिए
(b) विनोबा भावे के लिए
(c) अरविंद घोष के लिए
(d) रवींद्रनाथ टैगोर के लिए
Answer
Answer: (d) रवींद्रनाथ टैगोर के लिए
Question 12.
निम्नलिखित में से कौन सी रचना हजारी प्रसाद द्विवेदी जी की नहीं है?
(a) वाणभट्ट की आरम-कथा
(b) पुनर्नवा
(c) कादम्बरी
(d) कल्पलता
Answer
Answer: (c) कादम्बरी
कादंबरी बाणभट्ट की रचना है यह संस्कृत में लिखी है।
Question 13.
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने निम्नलिखित में से किस विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य नहीं किया?
(a) दिल्ली विश्वविद्यालय
(b) शांति निकेतन
(c) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय
(d) पंजाब विश्वविद्यालय
Answer
Answer: (a) दिल्ली विश्वविद्यालय
Question 14.
हजारी प्रसाद का जन्म कब और कहाँ हुआ?
(a) 1917 में दूबे का छपरा गाँव में
(b) 1907 में जिला बलिया के दूबे का उपरा गाँव में
(c) इलाहाबाद में सन् 1917 में
(d) वाराणसी के लमही गाँव में सन् 1907 में
Answer
Answer: (b) 1907 में जिला बलिया के दूबे का उपरा गाँव में
गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न
‘दर्शन’ को मैं जो यहाँ विशेषरूप से दर्शनीय बनाकर लिख रहा हूँ. उसका कारण यह है कि गुरुदेव के पास जब कभी मैं जाता था तो प्रायः वे यह कहकर मुस्करा देते थे कि ‘दर्शनार्थी हैं क्या?’ शुरू-शुरू में मैं उनसे ऐसी बंगला में बात करता था, जो वस्तुतः हिन्दी-मुहावरों का अनुवाद हुआ करती थी। किसी बाहर के अतिथि को जब मैं उनके पास ले जाता था तो कहा करता था, ‘एक भद्र लोक आपनार दर्शनेर जन्य ऐसे छेना’ यह बात हिन्दी में जितनी प्रचलित है, उतनी बंगला में नहीं। इसलिए गुरुदेव जरा मुस्करा देते थे। बाद में मुझे मालूम हुआ कि मेरी यह भाषा बहुत अधिक पुस्तकीय है और गुरुदेव ने उस ‘दर्शन’ शब्द को पकड़ लिया था।
Question 1.
गुरुदेव रवींद्रनाथ जी वर्शनार्थी है क्या?’ यह कहकर क्यों मुस्कराते थे?
(a) दर्शनार्थी उनको भाषा का शब्द नहीं था।
(b) लेखक इस कथन को हिन्दी मुहावरों को अनुवाद करके टैगोर जी से निवेदन करता
(c) ऐसा कहकर टैगोर जी लेखक पर व्यंग्य करते थे।
(d) टैगोर जी को दर्शनार्थी शब्द अच्छा लगता
Answer
Answer: (b) लेखक इस कथन को हिन्दी मुहावरों को अनुवाद करके टैगोर जी से निवेदन करता
Question 2.
लेखक किस तरह की भाषा का प्रयोग करते थे?
(a) पुस्तकीय भाषा
(b) बोलचाल की भाषा
(c) संस्कृत निष्ठ भाषा
(d) बोलचाल की बंगला भाषा
Answer
Answer: (a) पुस्तकीय भाषा
Question 3.
गुरुदेव ने किस शब्द को पकड़ लिया
(a) पुस्तकीय शब्द को
(b) दर्शनार्थी शब्द को
(c) दर्शनेर शब्द को
(d) ‘दर्शन’ शब्द को
Answer
Answer: (d) ‘दर्शन’ शब्द को
Question 4.
‘भन्नलोक’ का क्या अर्थ है।
(a) परलोक
(b) सुंदर लोक
(c) सज्जन पुरुष
(d) दर्शनार्थी व्यक्ति
Answer
Answer: (c) सज्जन पुरुष
Question 5.
“प्रचलित’ शब्द से उपसर्ग व प्रत्यय अलग कीजिए।
(a) प्र + चल + इत
(b) प्रच + लित
(c) प्र + चलित
(d) प्रचल + इत
Answer
Answer: (a) प्र + चल + इत
सही कयन के सामने (✓) और गलत कथन के सामने (✗) का चिह्न लगाइए।
(क) स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण गुरुदेव श्री निकेतन के पुराने मकान में रहने के लिए गए।
Answer
Answer: (✓)
(ख) श्री निकेतन में भीड़-भाड़ अधिक होती थी।
Answer
Answer: (✗)
श्री निकेतन में भीड़-भाड़ अधिक नहीं थी।
(ग) कुत्ते को लक्ष्य करके गुरुदेव ने आरोग्य में एक कविता लिखी थी।
Answer
Answer: (✓)
(घ) मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील होते हैं।
Answer
Answer: (✗)
मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते।
सामने दिए गए वाक्यांशों की सहायता से वाक्यों को पूरा कीजिए
Column I | Column II |
(क) बाद में मुझे मालूम हुआ | और उनके पैरों के पास खड़े होकर पूँछ हिलाने लगा। |
(ख) ठीक उसी समय उनका कुत्ता धीरे धीरे ऊपर आया | सेमर के पेड़ के नीचे बगीचे में। |
(ग) हम लोग कुत्ते के | कि मेरी यह भाषा बहुत अधिक पुस्तकीय है। |
(घ) पहले दिन देखा था | आनंद को देख रहे था |
Answer
Answer:
Column I | Column II |
(क) बाद में मुझे मालूम हुआ | कि मेरी यह भाषा बहुत अधिक पुस्तकीय है। |
(ख) ठीक उसी समय उनका कुत्ता धीरे धीरे ऊपर आया | और उनके पैरों के पास खड़े होकर पूँछ हिलाने लगा। |
(ग) हम लोग कुत्ते के | आनंद को देख रहे था |
(घ) पहले दिन देखा था | सेमर के पेड़ के नीचे बगीचे में। |
वाक्यांशों का मिलान करके वाक्य पूरा कीजिए
Answer
Answer:
(क) जब में कविता पढ़ता हूँ, तब मेरे सामने बी निकेतन के तितल्ले वाली यह घटना सामने आ जाती है।
(ख) किसी ने उसे राह नहीं दिखाई थी, न उसे बताया गया था कि उसके स्नेहदाता यहाँ से दो मील दूर हैं।
(ग) इतनी-सी स्वीकृति पाकर ही उसके अंग-अंग में आनंद का प्रवाह वह उठता था।
(घ) इस वाक्यहीन प्राणीलोक में सिर्फ यही एक जीव अच्छा-बुरा सबको भेदकर सम्पूर्ण-मंडल को देख सकता है।
(ङ) गुरुदेव की बात पर मैंने ध्यान से देखा तो मालूम हुआ कि सचमुच ही उसके मुख पर करुण भाव है।
(च) जब में इस कविता को पढ़ता हूँ तो उस मैना की करुण मूर्ति अत्यंत साफ होकर मेरे सामने आ जाती है।