हिमालय की बेटियाँ Class 7 MCQs Questions with Answers
Question 1.
गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
(b) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
(c) फूले कदंब-नागार्जुन
(d) कठपुतली-भवानी प्रसाद मिश्र
Answer
Answer: (b) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
Question 2.
लेखक ने किन्हें दूर से देखा था?
(a) हिमालय पर्वत को
(b) हिमालय की चोटियों को
(c) हिमालय से निकलने वाली नदियों को
(d) हिमालय के समतल मैदानों को
Answer
Answer: (c) हिमालय से निकलने वाली नदियों को
Question 3.
नदियों की बाल लीला कहाँ देखी जा सकती है?
(a) घाटियों में
(b) नंगी पहाड़ियों पर
(c) उपत्यकाओं में
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Question 4.
निम्नलिखित में से किस नदी का नाम पाठ में नहीं आया है?
(a) रांची
(b) सतलुज
(c) गोदावरी
(d) कोसी
Answer
Answer: (c) गोदावरी
Question 5.
बेतवा नदी को किसकी प्रेयसी के रूप चित्रित किया गया है? ।
(a) यक्ष की
(b) कालिदास की
(c) मेघदूत की
(d) हिमालय की
Answer
Answer: (c) मेघदूत की
Question 6.
लेखक को नदियाँ कहाँ अठखेलियाँ करती हुई दिखाई पड़ती हैं?
(a) हिमालय के मैदानी इलाकों में
(b) हिमालय की गोद में
(c) सागर की गोद में
(d) घाटियों की गोद में
Answer
Answer: (b) हिमालय की गोद में
Question 7.
लेखक ने नदियों और हिमालय का क्या रिश्ता कहा है?
(a) पिता-पुत्र का
(b) पिता-पुत्रियों का
(c) माँ-बेटे का
(d) भाई-बहन का
Answer
Answer: (b) पिता-पुत्रियों का
Question 8.
लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
(a) गोदावरी
(b) सतलुज
(c) गंगा
(d) यमुना
Answer
Answer: (b) सतलुज
(1)
अभी तक मैंने उन्हें दूर से देखा था। बड़ी गंभीर, शांत, अपने आप में खोई हुई लगती थीं। संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं। उनके प्रति मेरे दिल में आदर और श्रद्धा के भाव थे। माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता।
परंतु इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं। मैं हैरान था कि यही दुबली-पतली गंगा, यही यमुना, यही सतलुज समतल मैदानों में उतरकर विशाल कैसे हो जाती हैं!
Question 1.
इनमें से गद्यांश के पाठ और लेखक के नाम हैं
(a) कठपुतली-भवानी प्रसाद मिश्र
(b) फूले कदंब-नागार्जुन
(c) दादी माँ-शिव प्रसाद सिंह
(d) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
Answer
Answer: (d) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
Question 2.
लेखक ने नदियों को कैसे देखा था?
(a) पहाड़ से
(b) छूकर
(c) नजदीक से
(d) दूर से
Answer
Answer: (d) दूर से
Question 3.
लेखक को नदियाँ कैसी लगती थीं?
(a) शांत
(b) उग्र
(c) गंभीर
(d) निश्चल
Answer
Answer: (a) शांत
Question 4.
समतल मैदान में पहुँचकर नदियाँ कैसी हो जाती हैं?
(a) सँकरी
(b) छोटी
(c) विशाल
(d) दुबली
Answer
Answer: (c) विशाल
Question 5.
‘संभ्रांत’ शब्द का समानार्थक शब्द है-
(a) अशिष्ट
(b) चरित्रहीन
(c) शिष्ट, कुलीन
(d) विपन्न
Answer
Answer: (c) शिष्ट, कुलीन
(2)
इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं। मैं हैरान था कि यही दुबली-पतली गंगा, यही यमुना, यही सतलुज समतल मैदानों में उतरकर विशाल कैसे हो जाती हैं ! इनका उछलना और कूदना, खिलखिलाकर लगातार हँसते जाना, इनकी यह भाव-भंगी, इनका यह उल्लास कहाँ गायब हो जाता है मैदान में जाकर? किसी लड़की को जब मैं देखता हूँ, किसी कली पर जब मेरा ध्यान अटक जाता है, तब भी इतना कौतूहल और विस्मय नहीं होता, जितना कि इन बेटियों की बाललीला देखकर!
Question 1.
‘मैं’ शब्द किसके लिए आया है?
(a) हिमालय के लिए
(b) नदियों के लिए
(c) पहाड़ के लिए
(d) लेखक के लिए
Answer
Answer: (d) लेखक के लिए
Question 2.
‘हिमालय के कंधे पर चढ़ना’ का अर्थ है-
(a) हिमालय की चढ़ाई चढ़ने की कोशिश
(b) हिमालय की ऊँचाई पर चढ़ना
(c) हिमालय के बीचोबीच जाना
(d) हिमालय के किनारे पर जाना हिमालय की बेटियाँ
Answer
Answer: (b) हिमालय की ऊँचाई पर चढ़ना
Question 3.
हिमालय की चढ़ाई पर चढ़कर जब लेखक ने नदियों की देखा तो कैसी लगी?
(a) सकरी
(b) लंबी-चौड़ी
(c) फैलाव लिए हुए
(d) दुबली-पतली
Answer
Answer: (d) दुबली-पतली
Question 4.
लेखक ने नदियों को हिमालय की बेटियों की संज्ञा क्यों दी?
(a) क्योंकि नदी शब्द स्त्रीलिंग है
(b) लेखक नदियों को हिमालय की बेटियाँ मानता है
(c) हिमालय से निकलने के कारण हिमालय उसे नदियों का पिता लगता है
(d) वे बाल लीलाएँ कर रही थीं
Answer
Answer: (c) हिमालय से निकलने के कारण हिमालय उसे नदियों का पिता लगता है
(3)
कहाँ ये भागी जा रही हैं ? वह कौन लक्ष्य है जिसने इन्हें बेचैन कर रखा है ? अपने महान पिता का विराट प्रेम पाकर भी अगर इनका हृदय अतृप्त ही है तो वह कौन होगा जो इनकी प्यास मिटा सकेगा! बरफ़ जली नंगी पहाड़ियाँ, छोटे-छोटे पौधों से भरी घाटियाँ, बंधुर अधित्यकाएँ, सरसब्ज़ उपत्यकाएँ-ऐसा है इनका लीला निकेतन! खेलते-खेलते जब ये ज़रा दूर निकल जाती हैं तो देवदार, चीड, सरो, चिनार, सफ़ेदा, कैल के जंगलों में पहुँचकर शायद इन्हें बीती बातें याद करने का मौका मिल जाता होगा। कौन जाने, बुड्ढा हिमालय अपनी इन नटखट बेटियों के लिए कितना सिर धुनता होगा! बड़ी-बड़ी चोटियों से जाकर पूछिए तो उत्तर में विराट मौन के सिवाय उनके पास और रखा ही क्या है ?
Question 1.
कौन भागी जा रही हैं?
(a) हिमालय
(b) समुद्र
(c) नदियाँ
(d) लेखक
Answer
Answer: (c) नदियाँ
Question 2.
नदियों के भागने का कारण है
(a) प्रसन्न होना
(b) उदास होना
(c) बेचैन होना
(d) संतुष्ट होना
Answer
Answer: (c) बेचैन होना
Question 3.
नदियों का पिता है-
(a) समुद्र
(b) हिमालय
(c) मैदान
(d) बूढ़ा पहाड़ी
Answer
Answer: (b) हिमालय
Question 4.
हिमालय की बेटियाँ कैसी हैं ?
(a) चंचल
(b) नटखट
(c) गंभीर
(d) क्रूर
Answer
Answer: (b) नटखट
Question 5.
‘अतृप्त’ शब्द का अभिप्राय है-
(a) उदंड
(b) अशांत
(c) असंतुष्ट
(d) भूखा
Answer
Answer: (c) असंतुष्ट
(4)
काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है। किंतु माता बनने से पहले यदि हम इन्हें बेटियों के रूप में देख लें तो क्या हर्ज है ? और थोड़ा आगे चलिए…इन्हीं में अगर हम प्रेयसी की भावना करें तो कैसे रहेगा? ममता का एक और भी धागा है, जिसे हम इनके साथ जोड़ सकते हैं। बहन का स्थान कितने कवियों ने इन नदियों को दिया है। एक दिन मेरी भी ऐसी भावना हुई थी। थोलिङ् (तिब्बत) की बात है। मन उचट गया था, तबीयत ढीली थी। सतलज के किनारे जाकर बैठ गया। दोपहर का समय था। पैर लटका दिए पानी में। थोड़ी ही देर में उस प्रगतिशील जल ने असर डाला। तन और मन ताज़ा हो गया।
Question 1.
काका कालेकर ने नदियों को किस नाम से पुकरा है?
(a) लोकलुभावनी
(b) लोकमाता
(c) लोक कल्याणी
(d) लोककथा
Answer
Answer: (b) लोकमाता
Question 2.
कवियों ने नदियों को किसका स्थान दिया है?
(a) प्रेयसी का
(b) बेटी का
(c) बहन का
(d) माता का
Answer
Answer: (c) बहन का
Question 3.
लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
(a) सतलुज
(b) गंगा
(c) यमुना
(d) गोदावरी
Answer
Answer: (a) सतलुज
Question 4.
उपरोक्त गद्यांश में कहाँ का वर्णन है?
(a) तिब्बत का
(b) नेपाल का
(c) हिमालय का
(d) हिमाचल का
Answer
Answer: (a) तिब्बत का
Question 5.
किस काम से लेखक का मन ताज़ा हो गया?
(a) आराम करने से
(b) सतलुज के किनारे बैठने से
(c) प्राकृतिक दृश्य देखने से
(d) हिमालय पर चढ़ने से
Answer
Answer: (b) सतलुज के किनारे बैठने से
(5)
अभी तक मैंने उन्हें दूर से देखा था। बड़ी गंभीर, शांत, अपने आप में खोई हुई लगती थीं। संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं। उनके प्रति मेरे दिल में आदर और श्रद्धा के भाव थे। माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता।
Question 1.
लेखक ने किन्हें दूर से देखा था?
Answer
Answer: लेखक ने हिमालय से निकलने वाली नदियों को देखा था।
Question 2.
दूर से देखने पर नदियाँ लेखक को कैसी प्रतीत होती थीं?
Answer
Answer: दूर से देखने पर लेखक को नदियाँ गंभीर, शांत और अपने आप में खोई हुई किसी शिष्ट महिला की भाँति प्रतीत होती थीं।
Question 3.
लेखक द्वारा धारा में नहाने की तुलना किससे की गई है?
Answer
Answer: लेखक द्वारा धारा में नहाने की तुलना माँ, दादी, मौसी की गोद में खेलने से की गई है।
Question 4.
लेखक के मन में नदियों के प्रति कैसे भाव थे?
Answer
Answer: लेखक के मन में नदियों के प्रति श्रद्धा और आदर के भाव थे।
Question 5.
नदियों में लेखक को स्नान करना कैसा लगता था?
Answer
Answer: लेखक को नदियों में स्नान करना उन्हें माँ, मौसी, दादी या मामी की गोद जैसा ममत्व प्रतीत होता था।
(6)
कहाँ ये भागी जा रही हैं? वह कौन लक्ष्य है जिसने इन्हें बेचैन कर रखा है? अपने महान पिता का विराट प्रेम पाकर भी अगर इनका हृदय अतृप्त ही है तो वह कौन होगा जो इनकी प्यास मिटा सकेगा! बरफ़ जली नंगी पहाड़ियाँ, छोटे-छोटे पौधों से भरी घाटियाँ, बंधुर अधित्यकाएँ, सरसब्ज उपत्यकाएँ-ऐसा है इनका लीला निकेतन! खेलते-खेलते जब ये ज़रा दूर निकल जाती हैं तो देवदार, चीड़, सरो, चिनार, सफ़ेदा, कैल के जंगलों में पहुँचकर शायद इन्हें बीती बातें याद करने का मौका मिल जाता होगा।
Question 1.
नदियों के भागने का कारण क्या है?
Answer
Answer: नदियों का भागने का कारण इनकी बेचैनी है।
Question 2.
नदियों की बाललीला कहाँ देखी जा सकती है?
Answer
Answer: नदियों की बाललीला घाटियों में और नंगी पहाड़ियों पर देखी जा सकती है।
Question 3.
तेज़ बेग से बहती नदियों को देखकर लेखक के मन में क्या विचार उठा?
Answer
Answer: तेज़ बेग से बहती नदियों को देखकर लेखक के मन में विचार उठता है कि नदियाँ किस लक्ष्य को पाने के लिए इतनी तेज़ी से बह रही हैं। अपने पिता हिमालय के विशाल प्रेम को पाकर भी न जाने हृदय में किसके प्रेम को पाने की मंशा है।
Question 4.
इन्हें कब बीती बातें याद करने का मौका मिलता होगा?
Answer
Answer: ये नदियाँ बहती हुई जब दूर निकल जाती हैं तब देवदार, चीड़, सरो, चिनार, सफ़ेदा, कैल के जंगलों में पहुँचकर इन्हें बीती बातों को याद करने का मौका मिल जाता होगा।
Question 5.
हिमालय का चित्रण किस रूप में किया गया है? वह क्या करता होगा?
Answer
Answer: हिमालय का चित्रण बूढे पिता के रूप में किया गया है। वह अपने बेटियों के लिए सिर धुनता है।
(7)
काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है। किंतु माता बनने से पहले यदि हम इन्हें बेटियों के रूप में देख लें तो क्या हर्ज है? और थोड़ा आगे चलिए…इन्हीं में अगर हम प्रेयसी की भावना करें तो कैसा रहेगा? ममता का एक और भी धागा है, जिसे हम इनके साथ जोड़ सकते हैं। बहन का स्थान कितने कवियों ने इन नदियों को दिया है। एक दिन मेरी भी ऐसी भावना हुई थी। थोलिङ् (तिब्बत) की बात है। मन उचट गया था, तबीयत ढीली थी। सतलज के किनारे जाकर बैठ गया। दोपहर का समय था। पैर लटका दिए पानी में। थोड़ी ही देर में उस प्रगतिशील जल ने असर डाला। तन और मन ताज़ा हो गया।
Question 1.
काका कालेलकर ने नदियों को किस नाम से पुकारा है?
Answer
Answer: काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता के नाम से पुकारा है।
Question 2.
लोग नदियों को किन-किन रूपों में देखते हैं ?
Answer
Answer: लेखक नदियों को बेटी, बहन और प्रेयसी के रूपों में देखते हैं।
Question 3.
एक दिन लेखक की कैसी भावना हुई ?
Answer
Answer: एक दिन लेखक की भावना उचट हो गई। उनका तबियत खराब हो गया।
Question 4.
लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
Answer
Answer: लेखक सतलुज नदी के किनारे बैठा था।
Question 5.
लेखक नदियों के साथ कौन-सा धागा जोड़ना चाहता है? वह धागा कौन-सा है तथा क्यों?
Answer
Answer: लेखक नदियों के साथ बहन मानकर ममता का एक और धागा जोड़ना चाहता है क्योंकि नदियाँ मनुष्य की शारीरिक और मानसिक परेशानी दूर करती हैं।