कंचा Class 7 MCQs Questions with Answers
Question 1.
इस कहानी के लेखक का नाम बताएँ-
(a) पी० रामास्वामी
(b) पी० गोपालस्वामी
(c) टी० सुब्रह्मण्यम
(d) टी० पद्मनाभन्
Answer
Answer: (d) टी० पद्मनाभन्
Question 2.
काँच के बड़े-बड़े ज़ार कहाँ रखे थे?
(a) दुकान में
(b) मेज़ पर 188
(c) अलमारी में
(d) काउंटर पर
Answer
Answer: (c) अलमारी में
Question 3.
रामन मल्लिका किसकी हँसी उड़ा रहे थे।
(a) जॉर्ज की
(b) अप्पू की
(c) कंचों की
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (b) अप्पू की
Question 4.
अप्पू के विद्यालय के रास्ते में किसके पेड़ों की घनी छाँव थी?
(a) पीपल के
(b) नीम के
(c) आम के
(d) शीशम के
Answer
Answer: (b) नीम के
Question 5.
अप्पू का ध्यान किसकी कहानी पर केंद्रित था?
(a) सियार और कौआ की
(b) लोमड़ी और कौए की
(c) लोमड़ी और सारस की
(d) सियार और ऊँट की
Answer
Answer: (a) सियार और कौआ की
Question 6.
अप्पू को कंचा आकार में किस प्रकार का लग रहा था?
(a) बाल की तरह
(b) आँवले की तरह
(c) अंगूर की तरह
(d) नींबू की तरह
Answer
Answer: (b) आँवले की तरह
(1)
कौए ने गाने के लिए मुँह खोला तो रोटी का टुकड़ा ज़मीन पर गिर पड़ा। सियार उसे उठाकर नौ दो ग्यारह हो गया।
वह ज़ोर से हँसा।
बुधु कौआ।
वह चलते-चलते दुकान के सामने पहुँचा। वहाँ अलमारी में काँच के बड़े-बड़े ज़ार कतार में रखे थे। उनमें चॉकलेट, पिपरमेंट और बिस्कुट थे। उसकी नज़र उनमें से किसी पर नहीं पड़ी। क्यों देखे? उसके पिता जी उसे ये चीजें बराबर ला देते हैं।
फिर भी एक नए ज़ार ने उसका ध्यान आकृष्ट किया। वह कंधे से लटकते बस्ते का फीता एक तरफ़ हटाकर, उस ज़ार के सामने खड़ा टुकर-टुकर ताकता रहा।
Question 1.
किसने मुँह खोला?
(a) सियार ने
(b) कौए ने
(c) अप्पू ने
(d) मल्लिका ने
Answer
Answer: (b) कौए ने
Question 2.
ज़ोर से कौन हँस पड़ा
(a) कौए
(b) सियार
(c) अप्पू
(d) जॉर्ज
Answer
Answer: (c) अप्पू
Question 3.
दुकान के पास कौन पहुँचा?
(a) रामन
(b) अप्पू
(c) सियार
(d) जॉर्ज
Answer
Answer: (b) अप्पू
Question 4.
काँच के बड़े-बड़े जार कहाँ रखे थे?
(a) दुकान में
(b) मेज़ पर
(c) अलमारी में
(d) काउंटर पर
Answer
Answer: (c) अलमारी में
Question 5.
लड़के की नज़र किस ज़ार पर थी?
(a) चॉकलेटवाली ज़ार पर
(b) बिस्कुटवाले ज़ार पर
(c) कंचे की जार पर
(d) खिलौनेवाली ज़ार पर
Answer
Answer: (c) कंचे की जार पर
(2)
सब अपनी-अपनी जगह पर हैं। रामन अगली बेंच पर है। वह रोज़ समय पर आता है। तीसरी बेंच के आखिर में मल्लिका के बाद अम्मु बैठी है।
जॉर्ज दिखाई नहीं पड़ता।
लड़कों के बीच जॉर्ज ही सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। कितना भी बड़ा लड़का उसके साथ खेले, जॉर्ज से मात खाएगा। हारने पर यों ही विदा नहीं हो सकता। हारे हुए को अपनी बंद मुट्ठी ज़मीन पर रखनी होगी। तब जॉर्ज बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था।
Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और उसके लेखक के नामवाला विकल्प छाँटकर लिखिए।
(a) अप्पू और कंचे टी० सुब्रह्मण्यम
(b) अप्पू और कंचा-पी० स्वामी
(c) कंचा-टी पद्मनाभन
(d) कंचा-पी गोपाल स्वामी
Answer
Answer: (c) कंचा-टी पद्मनाभन
Question 2.
उस दिन आखिरी बेंच पर किसे बैठना पड़ा?
(a) अप्पू को
(b) जॉर्ज को
(c) रामन को
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (a) अप्पू को
Question 3.
अप्पू कक्षा में किसे ढूँढ़ रहा था?
(a) कंचे
(b) बस्ता
(c) जॉर्ज
(d) इनमें से कुछ नहीं
Answer
Answer: (c) जॉर्ज
Question 4.
कंचे देखकर अप्पू को जॉर्ज की याद क्यों आई?
(a) क्योंकि वह उसके साथ खेलना चाहता था
(b) क्योंकि जॉर्ज कंचों का अच्छा खिलाड़ी था
(c) क्योंकि जॉर्ज अप्पू का घनिष्ठ मित्र था
(d) क्योंकि जॉर्ज ने अप्पू को बुलाया था।
Answer
Answer: (b) क्योंकि जॉर्ज कंचों का अच्छा खिलाड़ी था
Question 5.
जॉर्ज जीतने के बाद हारे हुए बच्चे को क्या करता था?
(a) वह हारे हुए बच्चों को सज़ा देता था
(b) वह हारे हुए बच्चों पर जुर्माना देता था
(c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था
(d) हारनेवाले बच्चों को दुबारा मौका नहीं देता था।
Answer
Answer: (c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था
(3)
कर्मठ मास्टर जी उस लड़के का चेहरा देखकर समझ गए कि उसके मन में और कुछ है। शायद उसने पाठ पर ध्यान दिया भी हो। अगर दिया है तो उसका जवाब उसके मन से बाहर ले आना है। इसी में उनकी सफलता है।
“हाँ, हाँ, बता। डरना मत।”
मास्टर जी ने देखा, अप्पू की ज़बान पर जवाब था।
“हाँ, हाँ…।”
वह काँपते हुए बोला-“कंचा।”
“कंचा…!”
वे सकपका गए।
कक्षा में भूचाल आ गया
Question 1.
मास्टर जी ने लड़के के बारे में क्या अनुमान लगा लिया?
(a) मन लगाकर पढ़ाई न करने का
(b) उसके गरीबी का
(c) मन अन्यत्र होने का
(d) उसकी बौद्धिक क्षमता का
Answer
Answer: (c) मन अन्यत्र होने का
Question 2.
मास्टर जी अपनी सफलता किसमें मान रहे थे?
(a) गृह कार्य पूरा कराने में
(b) कक्षा का अच्छी तरह संचालन करने पर
(c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में
(d) प्रश्न का उत्तर याद कराने में
Answer
Answer: (c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में
Question 3.
मास्टर जी द्वारा पूछे गए प्रश्न का अप्पू सही जवाब न दे सका। क्यों?
(a) क्योंकि जवाब कठिन था
(b) क्योंकि वह प्रश्न न समझ सका
(c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था
Question 4.
कक्षा में भूचाल क्यों आ गया?
(a) बाहर भूचाल आने के कारण
(b) मास्टर जी को काफ़ी गुस्सा आ गया
(c) अप्पू द्वारा उदंडता करने के कारण
(d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर
Answer
Answer: (d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर
Question 5.
‘कर्मठ’ विशेषण का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
(a) अप्पू के लिए
(b) जॉर्ज के लिए
(c) मास्टर जी के लिए
(d) पूरी कक्षा के लिए
Answer
Answer: (c) मास्टर जी के लिए
(4)
एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी?
उसने पोटली खोलकर देखने का निश्चय किया। बस्ता नीचे रखकर वह धीरे से पोटली खोलने लगा। पोटली खुली और सारे कंचे बिखर गए। वे सड़क के बीचोंबीच पहुंच रहे हैं।
क्षणभर सकपकाने के बाद वह उन्हें चुनने लगा। हथेली भर गई। वह चुने हुए कंचे कहाँ रखे?
Question 1.
अप्पू को क्या शक हुआ?
(a) कंचे कम तो नहीं हैं
(b) क्या कंचे के खेल में जॉर्ज से जीत पाएँगे
(c) क्या सभी कंचों में लकीर है
(d) क्या कंचे को देखकर माँ नाराज़ होगी।
Answer
Answer: (c) क्या सभी कंचों में लकीर है
Question 2.
पोटली खोलने का निश्चय किसने किया?
(a) माँ ने
(b) मास्टर जी ने
(c) जॉर्ज ने
(d) अप्पू ने
Answer
Answer: (d) अप्पू ने
Question 3.
वह पोटली खोलने की कोशिश क्यों कर रहा था?
(a) कंचे गिनना चाहता था
(b) वह कंचे देखना चाहता था
(c) कंचे से खेलना चाहता था
(d) कंचे किसी को देना चाहता था।
Answer
Answer: (b) वह कंचे देखना चाहता था
Question 4.
पोटली खुलने के बाद क्या हुआ?
(a) कंचे इधर-उधर बिखर गए
(b) कंचे बच्चों ने लूटली
(c) कंचे गड्डे में गिए गए
(d) इनमें कोई नहीं
Answer
Answer: (a) कंचे इधर-उधर बिखर गए
Question 5.
कंचे कहाँ तक फैल गए थे?
(a) पूरे कक्षा में
(b) गड्ढे में
(c) पूरे घर में
(d) सड़क के बीचोंबीच
Answer
Answer: (d) सड़क के बीचोंबीच
(5)
पूरे ज़ार में कंचे हैं। हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे। कितने खूबसूरत हैं! अब तक ये कहाँ थे? शायद दुकान के अंदर। अब दुकानदार ने दिखाने के लिए बाहर रखा होगा।
उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा होने लगा। वह आसमान-सा बड़ा हो गया तो वह भी उसके भीतर आ गया। वहाँ और कोई लड़का तो नहीं था। फिर भी उसे वही पसंद था। छोटी बहन के हमेशा के लिए चले जाने के बाद वह अकेले ही खेलता था।
Question 1.
ज़ार में कैसे कंचे थे?
Answer
Answer: ज़ार में आँवले के आकार के हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे थे। कंचे इतने खूबसूरत थे कि अप्पू उन्हें देखते ही उनकी ओर आकर्षित हो गया।
Question 2.
‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय क्या है?
Answer
Answer: ‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय है अप्पू कल्पना की दुनिया में खो गया।
Question 3.
वह अकेला क्यों खेलता था?
Answer
Answer: उसकी छोटी बहन की मृत्यु हो गई थी, इसलिए वह अकेला खेलता था।
Question 4.
अप्पू किस दुनिया में खो गया?
Answer
Answer: अप्पू ने जब कंचों से भरे ज़ार को देखा तो उसी दुनिया में खो गया। उसे लगने लगा कि देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया इतना बड़ा कि वह भी ज़ार के अंदर आ गया और कोई खेलनेवाला भी उसके साथ नहीं था लेकिन फिर भी वह खुश था।
(6)
अरे हाँ! जॉर्ज को बुखार है न! उसे रामन ने यह सूचना दी थी। उसने मल्लिका को सब बताया था। जॉर्ज का घर रामन के घर के रास्ते में पड़ता है।
अप्पू कक्षा की तरफ़ ध्यान नहीं दे रहा है।
मास्टर जी!
उसने हड़बड़ी में पुस्तक खोलकर सामने रख ली। रेलगाड़ी का सबक था। रेलगाड़ी…रेलगाड़ी। पृष्ठ सैंतीस। घर पर उसने यह पाठ पढ़ लिया है।
मास्टर जी बीच-बीच में बेंत से मेज़ ठोकते हुए ऊँची आवाज़ में कह रहे थे-“बच्चो! तुममें से कई ने रेलगाड़ी देखी होगी। उसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं क्योंकि उसका यंत्र भाप की शक्ति से ही चलता है। भाप का मतलब पानी से निकलती भाप से है। तुम लोगों के घरों के चूल्हे में भी…।”
Question 1.
जॉर्ज कौन है? वह स्कूल क्यों नहीं आया?
Answer
Answer: जॉर्ज अप्पू की कक्षा में पढ़ने वाला छात्र है, वह लड़कों के बीच सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। उसे आज बुखार है इसलिए वह स्कूल नहीं आया।
Question 2.
मास्टर जी कौन-सा पाठ पढ़ा रहे थे?
Answer
Answer: मास्टर जी ‘रेलगाड़ी’ का पाठ पढ़ा रहे थे।
Question 3.
मास्टर जी किस मुद्रा में बच्चों को समझा रहे थे?
Answer
Answer: मास्टर जी के हाथ में बेंत थी। उस बेंत से वे मेज़ को ठोककर ऊँची आवाज़ में ज़ोर-ज़ोर से पढ़ा रहे थे। वे कह रहे थे बच्चो! तुममे से कइयों ने रेलगाड़ी देखी होगी। इसे भाप गाड़ी भी कहते हैं।
Question 4.
मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में क्या जानकारी दे रहे थे?
Answer
Answer: मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे कि इसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं, क्योंकि इसका इंजन भाप की शक्ति से चलता है। भाप पानी से निकलती है। यह घरों के चूल्हों पर भी निकलती है।
(7)
रोकने की पूरी कोशिश करने पर भी वह अपना दुख रोक नहीं सका। सुबकता रहा।
रोते-रोते उसका दुख बढ़ता ही गया। सब उसकी तरफ़ देख-देखकर उसकी हँसी उड़ा रहे हैं। रामन, मल्लिका…सब ।
बेंच पर खड़े-खड़े उसने सोचा, दिखा दूंगा सबको। जॉर्ज को आने दो। जॉर्ज जब आए…जॉर्ज के आने पर वह कंचे खरीदेगा। इनमें से किसी को वह खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देख ये ललचाएँगे। इतना खूबसूरत कंचा है।
हरी लकीरवाले सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे।
तब…
शक हुआ। कंचा मिलें कैसे? क्या माँगने पर दुकानदार देगा? जॉर्ज को साथ लेकर पूछे तो, नहीं दे तो?
“किसी को शक हो तो पूछ लो।”
मास्टर जी ने उस घंटे का सबक समाप्त किया?
Question 1.
अप्पू क्यों सुबक रहा था?
Answer
Answer: अप्पू इसलिए सुबक रहा था क्योंकि कक्षा में पाठ पर ध्यान न देने के कारण मास्टर जी ने उसे डाँटकर बेंच पर खड़ा कर दिया था, इसलिए अप्पू सुबक रहा था।
Question 2.
कौन रो रहा था और उसका दुख क्यों बढ़ता जा रहा था?
Answer
Answer: अप्पू रो रहा था। उसका सहपाठी उसकी ओर देखते हुए मुंसकरा रहे थे और उसकी हँसी उड़ा रहे थे, इसलिए अप्पू का दुख बढ़ता जा रहा था।
Question 3.
बेंच पर खड़ा-खड़ा किसने, क्या सोचा?
Answer
Answer: बेंच पर खड़ा-खड़ा अप्पू सोच रहा था कि जॉर्ज के आने के बाद वह कंचा खरीदेगा। इनमें वह किसी को खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देखकर ये सभी ललचाएँगे। यह इतना खूबसूरत कंचा है।
Question 4.
अप्पू के अनुसार कंचे किस प्रकार के थे?
Answer
Answer: अप्पू के अनुसार, कंचों को देख सभी ललचेंगे, क्योंकि वह जो कंचे खरीदने वाला था, वे बहुत खूबसूरत थे। आँवले जैसे थे। वे हरी लकीरवाले सफ़ेद कंचे थे।
Question 5.
मास्टर जी ने बच्चों से क्या पूछा?
Answer
Answer: ‘इतना खूबसूरत कंचा है’ में ‘इतना’ शब्द प्रविशेषण है।
(8)
उसका जी चाहता था-काश! पूरा ज़ार उसे मिल जाता। ज़ार मिलता तो उसके छूने से ही कंचे को छूने का अहसास होता। एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी?
उसने पोटली खोलकर देखने का निश्चय किया। बस्ता नीचे रखकर वह धीरे से पोटली खोलने लगा। पोटली खुली और सारे कंचे बिखर गए। वे सड़क के बीचोंबीच पहुँच रहे हैं।
Question 1.
उसका जी क्या चाहता था?
Answer
Answer: अप्पू का जी चाह रहा था कि उसे कंचों का पूरा ज़ार मिल जाता तो कितना अच्छा होता। वह ज़ार को छूना चाहता था।
Question 2.
पोटली खुलने पर क्या हुआ?
Answer
Answer: पोटली खुलने पर सारे कंचे बिखर गए और सड़क के बीचोंबीच फैल गए।
Question 3.
पोटली खोलकर देखने की कोशिश कौन कर रहा था?
Answer
Answer: पोटली खोलकर देखने की कोशिश अप्पू कर रहा था।
Question 4.
अप्पू बार-बार कंचे को क्यों देख रहा था?
Answer
Answer: अप्पू बार-बार कंचे को इसलिए देख रहा था क्योंकि कंचे देखने की चाहत को वह छिपा नहीं पा रहा था।
Question 5.
कंचे कहाँ तक फैल गए?
Answer
Answer: कंचा सड़क के बीचोंबीच तक फैल गया था।