MCQ Questions for Class 6 Hindi Chapter 11 जो देखकर भी नहीं देखते with Answers

जो देखकर भी नहीं देखते Class 6 MCQs Questions with Answers

Question 1.
‘जो देखकर भी नहीं देखते’ पाठ के लेखक कौन हैं?
(a) प्रेमचंद
(b) सुंदरा स्वामी
(c) जया विवेक
(d) हेलेन केलर

Answer

Answer: (d) हेलेन केलर


Question 2.
हेलेन केलर प्रकृति की चीजों को किस प्रकार पहचानती हैं ?
(a) देखकर
(b) सूंघकर
(c) छूकर
(d) दूसरों से उसका वर्णन सुनकर

Answer

Answer: (c) छूकर


Question 3.
लेखिका को किसमें आनंद मिलता है?
(a) लोगों से बात करने में
(b) प्रकृति को निहारने में
(c) फूलों की पंखुड़ियों को छूने और उसकी घुमावदार बनावट को महसूस करने में

Answer

Answer: (c) फूलों की पंखुड़ियों को छूने और उसकी घुमावदार बनावट को महसूस करने में


Question 4.
लेखिका किसके स्वर पर मंत्रमुग्ध हो जाती है?
(a) कोयल के
(b) मैना के
(c) मोर के
(d) चिड़िया के

Answer

Answer: (d) चिड़िया के


Question 5.
इनमें किस पेड़ की छाल चिकनी होती है?
(a) चीड़
(b) भोज-पत्र
(c) पीपल
(d) बरगद

Answer

Answer: (b) भोज-पत्र


(1)

क्या यह संभव है कि भला कोई जंगल में घंटाभर घूमे और फिर भी कोई विशेष चीज़ न देखे? मुझे जिसे कुछ भी दिखाई नहीं देता-सैकड़ों रोचक चीज़ मिलती हैं, जिन्हें मैं छूकर पहचान लेती हूँ। मैं भोज-पत्र के पेड़ की चिकनी छाल और चीड़ की खुरदरी छाल को स्पर्श से पहचान लेती हूँ। वसंत के दौरान मैं टहनियों में नई कलियाँ खोजती हूँ। मुझे फूलों की पंखुड़ियों की मखमली सतह छूने और उनकी घुमावदार बनावट महसूस करने में अपार आनंद मिलता है। इस दौरान मुझे प्रकृति के जादू का कुछ अहसास होता है। कभी, जब मैं खुशनसीब होती हूँ, तो टहनी पर हाथ रखते ही किसी चिड़िया के मधुर स्वर कानों में गूंजने लगते हैं। अपनी अंगुलियों के बीच झरने के पानी को बहते हुए महसूस कर मैं आनंदित हो उठती हूँ।

Question 1.
लेखिका चीज़ों को कैसे पहचान लेती है।
(a) देखकर
(b) सुनकर
(c) छूकर
(d) सूंघकर

Answer

Answer: (c) छूकर


Question 2.
भोज-पत्र की छाल कैसी होती है?
(a) खुरदरी
(b) सख्त
(c) टेढ़ी-मेढ़ी
(d) चिकनी

Answer

Answer: (d) चिकनी


Question 3.
लेखिका किस मौसम में नई कलियाँ खोजती है?
(a) वर्षा में
(b) गरमी में
(c) वसंत में
(d) सरदी में

Answer

Answer: (c) वसंत में


(2)

कभी-कभी मेरा दिल इन सब चीज़ों को देखने के लिए मचल उठता है। अगर मुझे इन चीजों को सिर्फ छूने भर से इतनी खुशी मिलती है, तो उनकी सुंदरता देखकर तो मेरा मन मुग्ध ही हो जाएगा परंतु, जिन लोगों की आँखें हैं, सचमुच बहुत कम देखते हैं। इस दुनिया के अलग-अलग सुंदर रंग उनकी संवेदना को नहीं छूते। मनुष्य अपनी क्षमताओं की कभी कदर नहीं करता। वह हमेशा उस चीज़ की आस लगाए रहता है जो उसके पास नहीं है।

Question 1.
लेखिका को किस काम में खुशी मिलती है?
(a) चीज़ों को देखकर
(b) प्राकृतिक चीज़ों को छूने में
(c) लोगों से बातें करके
(d) अन्य कार्यों में

Answer

Answer: (a) चीज़ों को देखकर


Question 2.
आँखों वाले लोग बहुत कम क्यों देखते हैं?
(a) क्योंकि वे देखकर भी नहीं देखते।
(b) उन्हें दिखाई नहीं देता।
(c) वे अपने को सर्वज्ञ समझते हैं।
(d) ये अंतर्यामी नहीं हैं।

Answer

Answer: (a) क्योंकि वे देखकर भी नहीं देखते।


Question 3.
विभिन्न प्राकृतिक चीज़ों को छूने से लेखिका को कैसा महसूस होता है?
(a) प्रसन्नता
(b) दुख
(c) निराशा
(d) हताशा

Answer

Answer: (a) प्रसन्नता


(3)

कभी-कभी मैं अपने मित्रों की परीक्षा लेती हूँ, यह परखने के लिए कि वह क्या देखते हैं। हाल ही में मेरी एक प्रिय मित्र जंगल की सैर करने के बाद वापस लौटीं। मैंने उनसे पूछा, “आपने क्या-क्या देखा”
“कुछ खास तो नहीं,” उनका जवाब था। मुझे बहुत अचरज नहीं हुआ क्योंकि मैं अब इस तरह के उत्तरों की आदी हो चुकी हूँ। मेरा विश्वास है कि जिन लोगों की आँखें होती हैं, वे बहुत कम देखते हैं।

Question 1.
लेखिका अपने मित्रों की परीक्षा क्यों लेती है?

Answer

Answer: लेखिका यह जानने के लिए अपने मित्रों की परीक्षा लेती है कि उसके मित्र किसी विशेष स्थान पर जाकर क्या देखते हैं ?


Question 2.
मित्रों के किस जवाब में उसे क्यों आश्चर्य नहीं होता?

Answer

Answer: जब मित्रों से पूछने पर जवाब मिलता है कि उन्होंने ऐसी चीज़ नहीं देखी जो विशेष हो। लेखिका को प्रायः इसी प्रकार के उत्तर सुनने को मिलते हैं, वह ऐसे उत्तर सुनने की आदी हो चुकी है। इसलिए उसे ऐसे उत्तरों से कोई आश्चर्य नहीं होता।


Question 3.
लेखिका की सहेली कहाँ से सैर करके लौटी थी?

Answer

Answer: लेखिका की सहेली पहाड़ी क्षेत्रों से लौटी थी।


(4)

क्या संभव है कि भला कोई जंगल में घंटाभर घूमे और फिर भी कोई विशेष चीज़ न देखे? मुझे-जिसे कुछ भी दिखाई नहीं देता-सैकड़ों रोचक चीज़े मिलती हैं, जिन्हें मैं छूकर पहचान लेती हूँ। मैं भोज-पत्र के पेड़ की चिकनी छाल और चीड़ की खुरदरी छाल को स्पर्श से पहचान लेती हूँ। वसंत के दौरान मैं टहनियों में नई कलियाँ खोजती हूँ। मुझे फूलों की पंखुड़ियों की मखमली सतह छूने और उनकी घुमावदार बनावट महसूस करने में अपार आनंद मिलता है। इस दौरान मुझे प्रकृति के जादू का कुछ अहसास होता है।

Question 1.
पाठ और लेखिका का नाम लिखिए।

Answer

Answer: पाठ का नाम-जो देखकर भी नहीं देखते, लेखिका-हेलेन केलर।


Question 2.
लेखिका किसे स्पर्श से पहचान लेती है?

Answer

Answer: लेखिका भोजपत्र के चिकनी छाल और चीड़ की खुरदरी छाल को स्पर्श से पहचान लेती है।


Question 3.
लेखिका को किस काम में आनंद मिलता है?

Answer

Answer: लेखिका को फूलों की पंखुड़ियों की मखमली सतह को छूने तथा उनकी घुमावदार बनावट को महसूस करने में अपार आनंद मिलता है।


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