MCQ Questions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 10 बड़े भाई साहब with Answers

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बड़े भाई साहब Class 10 MCQs Questions with Answers

निर्देश-निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उन पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही उत्तर-विकल्प चुनकर लिखिए।

1) मेरे भाई साहब मुझसे पाँच साल बड़े, लेकिन केवल तीन दरजे आगे। उन्होंने भी पढ़ना शुरू किया था, जब मैंने शुरू किया लेकिन तालीम जैसे महत्त्व के मामले में वह जल्दबाज़ी से काम लेना पसंद न करते थे। इस भवन की बुनियाद खूब मज़बूत डालना चाहते थे, जिस पर आलीशान महल बन सके। एक साल का काम दो साल में करते थे। कभी-कभी तीन साल भी लग जाते थे। बुनियाद ही पुख्ता न हो, तो मकान कैसे पायेदार बने।
1. गद्यांश के लेखक का नाम है
(क) सीताराम सेकसरिया
(ख) प्रेमचंद
(ग) हबीब तनवर
(घ) लीलाधर मंडलोई।
उत्तर:
(ख) प्रेमचंद।

2. लेखक के भाई साहब उनसे कितने साल बड़े थे
(क) तीन साल
(ख) चार साल
(ग) पाँच साल
(घ) दो साल।
उत्तर:
(ग) पाँच साल।

3. बड़े भाई साहब लेखक से कितने दरजे आगे थे
(क) तीन दरजे
(ख) चार दरजे
(ग) दो दरजे
(घ) एक दरजे।
उत्तर:
(क) तीन दरजे।

4. बड़े भाई साहब किस मामले में जल्दबाज़ी से काम लेना पसंद नहीं करते थे-
(क) भोजन करने में
(ख) खेलने-कूदने में
(ग) शिक्षा के मामले में
(घ) कोई निर्णय करने में।
उत्तर:
(ग) शिक्षा के मामले में।

5. बड़े भाई साहब का शिक्षा के मामले में काम करने का क्या तरीका था-
(क) वे कल का काम आज ही कर लेते थे।
(ख) वे आज का काम कल पर टालते रहते थे
(ग) एक साल का काम एक महीने में कर डालते थे
(घ) एक साल का काम दो-तीन साल में करते थे।
उत्तर:
(घ) एक साल का काम दो-तीन साल में करते थे।

2) मैं छोटा था, वह बड़े थे। मेरी उम्र नौ साल की थी, वह चौदह साल के थे। उन्हें मेरी तम्बीह और निगरानी का पूरा और जन्मसिद्ध अधिकार था और मेरी शालीनता इसी में थी कि उनके हुक्म को कानून समझू।

वह स्वभाव से बड़े अध्ययनशील थे। हरदम किताब खोले बैठे रहते और शायद दिमाग को आराम देने के लिए कभी कॉपी पर, किताब के हाशियों पर चिड़ियों, कुत्तों, बिल्लियों की तस्वीरें बनाया करते थे। कभी-कभी एक ही नाम या शब्द या वाक्य दस-बीस बार लिख डालते। कभी एक शेर को बार-बार सुंदर अक्षरों में नकल करते। कभी ऐसी शब्द-रचना करते, जिसमें न कोई अर्थ होता, न कोई सामंजस्य। मसलन एक बार उनकी कॉपी पर मैंने यह इबारत देखी-स्पेशल, अमीना, भाइयों-भाइयों, दरअसल, भाई-भाई। राधेश्याम, श्रीयुत राधेश्याम, एक घंटे तक-इसके बाद एक आदमी का चेहरा बना हआ था। मैंने बहत चेष्टा की कि इस पहेली का कोई अर्थ निकालूँ। लेकिन असफल रहा। और उनसे पूछने का साहस न हुआ। वह नौवीं जमात में थे, मैं पाँचवीं में। उनकी रचनाओं को समझना मेरे लिए छोटा मुँह बड़ी बात थी।

1. बड़े भाई साहब का जन्मसिद्ध अधिकार क्या था
(क) छोटे भाई को प्यार करना
(ख) छोटे भाई को उपदेश देना
(ग) मौज-मस्ती करना
(घ) छोटे भाई को डाँटना-डपटना और निगरानी करना।
उत्तर:
(घ) छोटे भाई को डाँटना-डपटना और निगरानी करना।

2. लेखक की शालीनता किस बात में थी
(क) खेलने-कूदने में
(ख) मेहनत से पढ़ाई करने में
(ग) बड़े भाई के आदेश को कानून मानने में उसी उम्र में
(घ) बड़े भाई का आदेश न मानने में।
उत्तर:
(ग) बड़े भाई के आदेश को कानून मानने में।

3. बड़े भाई साहब का स्वभाव कैसा था
(क) वे बहुत अध्ययनशील थे
(ख) खाने-पीने के शौकीन थे
(ग) बहुत चंचल थे
(घ) खेलने-कूदने के शौकीन थे।
उत्तर:
(क) वे बहुत अध्ययनशील थे।

4. बड़े भाई साहब दिमाग को आराम देने के लिए क्या करते थे
(क) सो जाते थे
(ख) संगीत सुनते थे
(ग) किताब पर कुत्ते-बिल्लियों के चित्र बनाने जैसी निरर्थक हरकतें करते थे
(घ) नदी के किनारे पर जाकर बैठ जाते थे।
उत्तर:
(ग) किताब पर कुत्ते-बिल्लियों के चित्र बनाने जैसी निरर्थक हरकतें करते थे।

5. कौन-सा कार्य लेखक के लिए ‘छोटा मुँह बड़ी बात थी’
(क) बड़े भाई साहब की रचनाओं को समझना
(ख) बड़े भाई साहब से कुछ पूछना
(ग) बड़े भाई साहब को निरर्थक कार्यों से रोकना थे
(घ) बड़े भाई साहब से तर्क-वितर्क करना।
उत्तर:
(क) बड़े भाई साहब की रचनाओं को समझना।

3) मेरा जी पढ़ने में बिलकुल न लगता था। एक घंटा भी किताब लेकर बैठना पहाड़ था। मौका पाते ही होस्टल से निकलकर मैदान में आ जाता और कभी कंकरियाँ उछालता, कभी कागज़ की तितलियाँ उड़ाता और कहीं कोई साथी मिल गया, तो पूछना ही क्या। कभी चारदीवारी पर चढ़कर नीचे कूद रहे हैं। कभी फाटक पर सवार, उसे आगे-पीछे चलाते हुए मोटरकार का आनंद उठा रहे हैं, लेकिन कमरे में आते ही भाई साहब का वह रुद्र-रूप देखकर प्राण सूख जाते। उनका पहला सवाल यह होता-‘कहाँ थे? हमेशा यही सवाल, इसी ध्वनि में हमेशा पूछा जाता था और इसका जवाब मेरे पास केवल मौन था। न जाने मेरे मुँह से यह बात क्यों
न निकलती कि ज़रा बाहर खेल रहा था। मेरा मौन कह देता था कि मुझे अपना अपराध स्वीकार है और भाई साहब के लिए उसके सिवा और कोई इलाज न था कि स्नेह और रोष से मिले हुए शब्दों में मेरा सत्कार करें।

1. लेखक का मन किसमें नहीं लगता था’
(क) खेलने-कूदने में
(ख) खाने-पीने में
(ग) पढ़ने में
(घ) भजन करने में।
उत्तर:
(ग) पढ़ने में।

2. लेखक मौका पाते ही क्या करता था
(क) स्कूल से घर भाग जाता था
(ख) होस्टल से निकलकर मैदान में आ जाता था
(ग) पेड़ से फल तोड़कर खा लेता था
(घ) उपर्युक्त में से कुछ नहीं।
उत्तर:
(ख) होस्टल से निकलकर मैदान में आ जाता था।

3. लेखक के प्राण कब सूख जाते थे
(क). जब वह कक्षा में जाता था
(ख) जब वह कमरे में आकर भाई साहब का रुद्र-रूप देखता था
(ग) जब अध्यापक उससे पाठ सुनते थे
(घ) जब उसे कोई खेलने के लिए कहता था।
उत्तर:
(ख) जब वह कमरे में आकर भाई साहब का रुद्र-रूप देखता था।

4. ‘प्राण सूख जाना’ का अर्थ है
(क) बहुत भयभीत हो जाना
(ख) सो जाना
(ग) प्यास लगना
(घ) भूख लगना।
उत्तर:
(क) बहुत भयभीत हो जाना।

5. छोटे भाई (लेखक) का मौन कह देता था कि
(क) उसे अपना अपराध स्वीकार नहीं
(ख) वह बड़े भाई साहब से नाराज़ है
(ग) उसे अपना अपराध स्वीकार है
(घ) उपर्युक्त में से कुछ नहीं।
उत्तर:
(ग) उसे अपना अपराध स्वीकार है।

4) “इस तरह अंग्रेज़ी पढ़ोगे, तो जिंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हर्फ़ न आएगा। अंग्रेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नहीं है कि जो चाहे, पढ़ ले, नहीं ऐरा-गैरा नत्थू-खैरा सभी अंग्रेज़ी के विद्वान हो जाते। यहाँ रात-दिन आँखें फोड़नी पड़ती हैं और खून जलाना पड़ता है, तब कहीं यह विद्या आती है। और आती क्या है, : हाँ कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े विद्वान भी शुद्ध अंग्रेज़ी नहीं लिख सकते, बोलना तो दूर रहा। और मैं कहता हूँ, तुम कितने घोंघा हो कि मुझे देखकर भी सबक नहीं लेते। मैं कितनी मिहनत करता हूँ, यह तुम अपनी आँखों से देखते हो, अगर नहीं देखते, तो यह तुम्हारी आँखों का कसूर है, तुम्हारी बुद्धि का कसूर है। : इतने मेले-तमाशे होते हैं, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है? रोज़ ही क्रिकेट और हॉकी मैच होते हैं। मैं पास नहीं फटकता। हमेशा पढ़ता रहता हूँ। उस पर भी एक-एक दरजे में दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता हूँ, फिर भी तुम कैसे आशा करते हो कि तुम यों खेल-कूद में वक्त गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही : तीन साल लगते हैं, तुम उम्र-भर इसी दरजे में पड़े सड़ते रहोंगे? अगर तुम्हें इस तरह उम्र गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मज़े से गुल्ली-डंडा खेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के रुपये क्यों बरबाद करते हो?”
1. किसके अनुसार, अंग्रेजी सीखना आसान नहीं है
(क) बड़े भाई साहब के
(ख) छोटे भाई के
(ग) अध्यापक के
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) बड़े भाई साहब के।

2. गद्यांश के अनुसार किसे अंग्रेज़ी का एक अक्षर नहीं आएगा
(क) बड़े भाई साहब को
(ख) छोटे भाई (लेखक) को
(ग) लेखक के मित्र को
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) छोटे भाई (लेखक) को।

3. अपनी मेहनत के बारे में बड़े भाई साहब ने क्या बताया
(क) वे कभी मेले-तमाशे देखने नहीं जाते।
(ख) कभी हॉकी या क्रिकेट का मैच नहीं देखते
(ग) हमेशा पढ़ते रहते हैं
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

4. गद्यांश में दिए गए ‘घोंघा’ शब्द का क्या अर्थ है-
(क) बुद्धिमान
(ख) मूर्ख
(ग) एक समुद्री जीव
(घ) परिश्रमी।
उत्तर:
(ख) मूर्ख।

5. बड़े भाई साहब को किस कारण लगता है कि छोटा भाई दादा की गाढ़ी कमाई बरबाद कर रहा है-
(क) बड़े भाई को सम्मान न देने के कारण
(ख) खाने-पीने में अधिक खर्च करने के कारण
(ग) खेल-कूद में समय बरबाद करने के कारण
(घ) अध्यापकों का आदर न करने के कारण।
उत्तर:
(ग) खेल-कूद में समय बरबाद करने के कारण।

(5) मगर टाइम-टेबिल बना लेना एक बात है, उस पर अमल करना दूसरी बात। पहले ही दिन उसकी अवहेलना शुरू हो जाती। मैदान की वह सुखद हरियाली, हवा के हलके हलके झोंके, फुटबाल की वह उछल-कूद, कबड्डी के वह दाँव-घात, वॉलीबाल की वह तेज़ी और फुरती, मुझे अज्ञात और अनिवार्य रूप से खींच ले जाती और वहाँ जाते ही मैं सब कुछ भूल जाता। वह जानलेवा टाइम-टेबिल, वह आँखफोड़ पुस्तकें, किसी की याद न रहती और भाई साहब को नसीहत और फ़जीहत का अवसर मिल जाता। मैं उनके साये से भागता, उनकी आँखों से दूर रहने की चेष्टा करता, कमरे में इस तरह दबे पाँव आता कि उन्हें खबर न हो। उनकी नज़र मेरी ओर उठी और मेरे प्राण निकले। हमेशा सिर पर एक नंगी तलवार-सी लटकती मालूम होती। फिर भी जैसे मौत और विपत्ति के बीच भी आदमी मोह और माया के बंधन में जकड़ा रहता है, मैं फटकार और घुड़कियाँ खाकर भी खेल-कूद का तिरस्कार न कर सकता था।
1. टाइम-टेबिल बनाने के पहले ही दिन से क्या शुरू हो जाता था
(क) टाइम-टेबिल पर अमल का काम
(ख) टाइम-टेबिल की अवहेलना का काम
(ग) मौज-मस्ती करने का काम
(घ) मित्रों के साथ खेलने-कूदने का काम।
उत्तर:
(ख) टाइम-टेबिल की अवहेलना का काम।

2. लेखक कहाँ जाते ही सब कुछ भूल जाता था
(क) घर पर
(ख) विद्यालय में
(ग) खेल के मैदान में
(घ) छात्रावास में।
उत्तर:
(ग) खेल के मैदान में।

3. लेखक की किस आदत से बड़े भाई साहब को नसीहत और फ़जीहत का अवसर मिल जाता था
(क) खेलने-कूदने की आदत से
(ख) खाने-पीने की आदत से।
(ग) लड़ने-झगड़ने की आदत से
(घ) अधिक सोने की आदत से।
उत्तर:
(क) खेलने-कूदने की आदत से।

4. लेखक बड़े भाई के डर से क्या कार्य करता था
(क) उनके साये से दूर भागता था
(ख) उनकी आँखों से दूर रहने की चेष्टा करता था
(ग) कमरे में दबे पाँव आता था
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

5. “सिर पर नंगी तलवार लटकना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) मृत्यु होना
(ख) युद्ध होना
(ग) खतरे का अत्यधिक समीप होना
(घ) तलवार से प्रहार करना।
उत्तर:
(ग) खतरे का अत्यधिक समीप होना।

6) मैं यह लताड़ सुनकर आँसू बहाने लगता। जवाब ही क्या था। अपराध तो मैंने : किया, लताड़ कौन सहे? भाई साहब उपदेश की कला में निपुण थे। ऐसी-ऐसी लगती बातें कहते, ऐसे-ऐसे सूक्ति-बाण चलाते कि मेरे जिगर के टुकड़े-टुकड़े हो जाते और हिम्मत टूट जाती। इस तरह जान तोड़कर मेहनत करने की शक्ति मैं अपने में न पाता था और उस निराशा में ज़रा देर के लिए मैं सोचने लगता-‘क्यों न घर चला जाऊँ। जो काम मेरे बूते के बाहर है, उसमें हाथ डालकर क्यों अपनी जिंदगी खराब करूँ।’ मुझे अपना मूर्ख रहना मंजूर था, लेकिन उतनी मेहनत से मुझे तो चक्कर आ जाता था, लेकिन घंटे-दो-घंटे के बाद निराशा के बादल फट जाते और मैं इरादा करता कि आगे से खूब जी लगाकर पढूँगा। चटपट एक टाइमटेबिल बना डालता। बिना पहले से नक्शा बनाए कोई स्कीम तैयार किए काम कैसे शुरू करूँ। टाइम-टेबिल में खेलकूद की मद बिलकुल उड़ जाती।
1. लेखक किसकी लताड़ सुनकर आँसू बहाने लगता
(क) बड़े भाई साहब की
(ख) दादा की
(ग) अध्यापक की
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) बड़े भाई साहब की।

2. लेखक द्वारा आँसू बहाने का क्या कारण था
(क) बड़े भाई का उपदेश देना
(ख) बड़े भाई की डाँट सुनना
(ग) अध्यापक द्वारा दंडित करना
(घ) कक्षा में अनुत्तीर्ण होना।
उत्तर:
(ख) बड़े भाई की डाँट सुनना।

3. भाई साहब की डाँट सुनने के बाद निराश हुआ छोटा भाई क्या सोचने लगता था
(क) पढ़ाई मन लगाकर करूँगा
(ख) घर वापस चला जाऊँ
(ग) पुनः खेल खेलने चला जाऊँ
(घ) पढ़ाई करना छोड़ दूँ।
उत्तर:
(ख) घर वापस चला जाऊँ।

4. भाई साहब हर समय छोटे भाई को क्या उपदेश देते थे
(क) पढ़ाई करने का
(ख) समय व्यर्थ न करने का
(ग) खेलकूद न करने का
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

5. निराशा के बादल हटने पर छोटा भाई क्या निश्चय करता था
(क) अपने बूते से बाहर का काम नहीं करना
(ख) अपना मूर्ख बना रहना मंजूर कर लेना
(ग) आगे से खूब मन लगाकर पढ़ाई करना
(घ) अपने दादा के पास चले जाना।
उत्तर:
(ग) आगे से खूब मन लगाकर पढ़ाई करना।

7) रावण भूमंडल का स्वामी था। ऐसे राजाओं को चक्रवर्ती कहते हैं। आजकल अंग्रेज़ों के राज्य का विस्तार बहुत बढ़ा हुआ है, पर इन्हें चक्रवर्ती नहीं कह सकते। संसार में अनेक राष्ट्र अंग्रेज़ों का आधिपत्य स्वीकार नहीं करते, बिलकुल स्वाधीन हैं। रावण चक्रवर्ती राजा था, संसार के सभी महीप उसे कर देते थे। बड़े-बड़े देवता उसकी गुलामी करते थे। आग और पानी के देवता भी उसके दास थे, मगर उसका अंत क्या हुआ? घमंड ने उसका नाम-निशान तक मिटा दिया, कोई उसे एक चुल्लू पानी देने वाला भी न बचा। आदमी और जो कुकर्म चाहे करे, पर अभिमान न करे, इतराये नहीं। अभिमान किया और दीन-दुनिया दोनों से गया।
1. रावण कौन था?
(क) अयोध्या का राजा
(ख) देवताओं का दास
(ग) भूमंडल का स्वामी
(घ) अंग्रेज़ों का मददगार।
उत्तर:
(ग) भूमंडल का स्वामी।

2. रावण चक्रवर्ती सम्राट क्यों था?
(क) क्योंकि संसार के सभी राजा उसे कर देते थे
(ख) क्योंकि बड़े-बड़े देवता उसकी गुलामी करते थे
(ग) क्योंकि आग और पानी के देवता भी उसके दास थे
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

3. किसने रावण का नामो-निशान मिटा दिया-
(क) धन-दौलत ने
(ख) लालच ने
(ग) घमंड ने
(घ) श्रीराम ने।
उत्तर:
(ग) घमंड ने।

4. ‘नामो-निशान मिटाना’ का अर्थ है
(क) कहीं का न रहना
(ख) नाम लिखकर मिटाना
(ग) सब कुछ नष्ट करना
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) सब कुछ नष्ट करना।

5. कौन, किसे रावण का उदाहरण देकर समझा रहा है
(क) राम, रावण को
(ख) भाई साहब, लेखक को
(ग) लेखक, पाठक को
(घ) पाठक, श्रोता को।
उत्तर:
(ख) भाई साहब, लेखक को।

8) अब भाई साहब बहुत कुछ नरम पड़ गए थे। कई बार मुझे डाँटने का अवसर पाकर भी उन्होंने धीरज से काम लिया। शायद अब वह खुद समझने लगे थे कि मुझे डाँटने का अधिकार उन्हें नहीं रहा, या रहा भी, तो बहुत कम। मेरी स्वच्छंदता भी बढ़ी। मैं उनकी सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाने लगा। मुझे कुछ ऐसी धारणा हुई कि मैं पास ही हो जाऊँगा, पढूँ या न पढूँ, मेरी तकदीर बलवान है, इसलिए भाई साहब के डर से जो थोड़ा-बहुत पढ़ लिया करता था, वह भी बंद हुआ। मुझे कनकौए उड़ाने का नया शौक पैदा हो गया था और अब सारा समय पतंगबाज़ी की भेंट होता था, फिर भी मैं भाई साहब का अदब करता था और उनकी नज़र बचाकर कनकौए उड़ाता था। मांझा देना, कन्ने बाँधना, पतंग टूर्नामेंट की तैयारियाँ आदि समस्याएँ सब गुप्त रूप से हल की जाती थीं। मैं भाई साहब को यह संदेह न करने देना चाहता था कि उनका सम्मान और लिहाज़ मेरी नज़रों में कम हो गया है।
1. बड़े भाई साहब का स्वभाव कैसा हो गया था
(क) बहुत उग्र
(ख) बहुत चंचल
(ग) कुछ नरम
(घ) धीर-गंभीर।
उत्तर:
(ग) कुछ नरम।

2. लेखक बड़े भाई साहब की किस बात का अनुचित लाभ उठाने लगा
(क) उनके अत्यधिक स्नेह का
(ख) उनकी सहिष्णुता का
(ग) उनके उपेक्षापूर्ण व्यवहार का
(घ) उनके क्रोधी स्वभाव का।
उत्तर:
(ख) उनकी सहिष्णुता का।

3. लेखक को कौन-सा नया शौक पैदा हो गया था
(क) पढ़ने-लिखने का
(ख) संगीत सुनने का
(ग) फुटबॉल खेलने का
(घ) कनकौए उड़ाने का।
उत्तर:
(घ) कनकौए उड़ाने का।

4. लेखक द्वारा कौन-सी समस्याएँ गुप्त रूप से हल की जाती थीं
(क) मांझा देना
(ख) कन्ने बाँधना
(ग) पतंग टूर्नामेंट की तैयारी करना
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

5. लेखक बड़े भाई साहब की नज़र बचाकर कनकौए उड़ाता था, क्योंकि
(क) वह बड़े भाई साहब से डरता था
(ख) उनका बहुत अदब करता था
(ग) उनकी कोई परवाह नहीं करता था
(घ) उन्हें नाराज़ नहीं करना चाहता था।
उत्तर:
(ख) उनका बहुत अदब करता था।

9) मैं तुमसे पाँच साल बड़ा हूँ और हमेशा रहूँगा। मुझे दुनिया का और जिंदगी का जो तजुरबा है, तुम उसकी बराबरी नहीं कर सकते, चाहे तुम एम०ए० और डी० फिल् और डी० लिट् ही क्यों न हो जाओ। समझ किताबें पढ़ने से नहीं आती, दुनिया देखने से आती है। हमारी अम्माँ ने कोई दरजा नहीं पास किया और दादा भी शायद पाँचवीं-छठी जमात के आगे नहीं गए, लेकिन हम दोनों चाहे सारी दुनिया की विद्या पढ़ लें, अम्माँ और दादा को हमें समझाने और सुधारने का अधिकार हमेशा रहेगा। केवल इसलिए नहीं कि वे हमारे जन्मदाता हैं, बल्कि इसलिए कि उन्हें दुनिया का हमसे ज्यादा तजुरबा है और रहेगा। अमेरिका में किस तरह की राज-व्यवस्था है और आठवें हेनरी ने कितने ब्याह किए और आकाश में कितने नक्षत्र हैं, यह बातें चाहे उन्हें न मालूम हों, लेकिन हज़ारों ऐसी बातें हैं, जिनका ज्ञान उन्हें हमसे और तुमसे ज्यादा है।
1. ‘कोई दरजा नहीं पास किया’ का अर्थ है
(क) किसी प्रकार का बड़ा काम करना
(ख) किसी प्रकार की कोई पुस्तक पढ़ना
(ग) किसी प्रकार की परीक्षा देना
(घ) किसी कक्षा की परीक्षा पास न करना।
उत्तर:
(घ) किसी कक्षा की परीक्षा पास न करना।

2. बड़े भाई साहब को छोटे भाई के मुकाबले किसका अनुभव अधिक था
(क) किताबें पढ़ने का
(ख) दुनिया और जिंदगी का
(ग) परीक्षा में अच्छे अंकों से पास होने का
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(ख) दुनिया और ज़िंदगी का।

3. बड़े भाई साहब के अनुसार दुनिया की समझ किसके द्वारा आती है
(क) किताबें पढ़ने से
(ख) उच्च शिक्षा प्राप्त करने से
(ग) अनुभव से
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) अनुभव से।

4. बड़े भाई साहब के कथन अनुसार दादा और अम्माँ को हमें समझाने और सुधारने का अधिकार किस कारण रहेगा
(क) क्योंकि वे हमारे जन्मदाता हैं
(ख) क्योंकि उन्हें दुनिया की समझ हमसे ज्यादा है
(ग) क्योंकि उनके पास अनुभव हैं
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

5. “हजारों ऐसी बातें हैं, जिनका ज्ञान उन्हें हमसे और तुमसे ज्यादा है।” पंक्ति में उन्हें शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है
(क) बड़े भाई साहब के लिए
(ख) अंग्रेज़ी शिक्षकों के लिए
(ग) अम्माँ-दादा के लिए
(घ) अमेरिकी विद्वानों के लिए।
उत्तर:
(ग) अम्माँ-दादा के लिए।

10) दैव न करे, आज मैं बीमार हो जाऊँ, तो तुम्हारे हाथ-पाँव फूल जाएँगे। दादा को तार देने के सिवा तुम्हें और कुछ न सूझेगा, लेकिन तुम्हारी जगह दादा हों, तो किसी को तार न दें, न घबराएँ, न बदहवास हों। पहले खुद मरज़ पहचानकर इलाज करेंगे, उसमें सफल न हुए, तो किसी डॉक्टर को बुलाएँगे। बीमारी तो खैर बड़ी चीज़ है। हम-तुम तो इतना भी नहीं जानते कि महीने भर का खर्च महीना-भर कैसे चले। जो कुछ दादा भेजते हैं, उसे हम बीस-बाईस तक खर्च कर डालते हैं और फिर पैसे-पैसे को मुहताज हो जाते हैं। नाश्ता बंद हो जाता है, धोबी और नाई से मुँह चुराने लगते हैं, लेकिन जितना आज हम और तुम खर्च कर रहे हैं, उसके आधे में दादा ने अपनी उम्र का बड़ा भाग इज़्ज़त और नेकनामी के साथ निभाया है और कुटुंब का पालन किया है जिसमें सब मिलकर नौ आदमी थे। अपने हेडमास्टर साहब ही को देखो। एम०ए० हैं कि नहीं और यहाँ के एम०ए० नहीं, ऑक्सफोर्ड के। एक हज़ार रुपये पाते हैं। लेकिन उनके घर का इंतज़ाम कौन करता है? उनकी बूढ़ी माँ। हेडमास्टर साहब की डिग्री यहाँ बेकार हो गई। पहले खुद घर का इंतज़ाम करते थे। खर्च पूरा न पड़ता था। कर्जदार रहते थे। जब से उनकी माताजी ने प्रबंध अपने हाथ में ले लिया है, जैसे घर में लक्ष्मी आ गई है। तो भाईजान, यह गरूर दिल से निकाल डालो कि तुम मेरे समीप आ गए हो और अब स्वतंत्र हो। मेरे देखते तुम बेराह न चलने पाओगे।
1. ‘दैव न करे, आज मैं बीमार हो जाऊँ।’-कथन में ‘मैं’ कौन है-
(क) लेखक
(ख) बड़े भाई साहब
(ग) लेखक के पिता
(घ) लेखक के शिक्षक।
उत्तर:
(ख) बड़े भाई साहब।

2. दादा द्वारा भेजे गए पैसे कितने दिन में खर्च हो जाते हैं
(क) दस दिन में
(ख) पंद्रह दिन में
(ग) बीस-बाईस दिन में
(घ) तीस दिन में।
उत्तर:
(ग) बीस-बाईस दिन में।

3. हेडमास्टर साहब को कितना वेतन मिलता है
(क) एक हज़ार रुपये
(ख) दो हज़ार रुपये
(ग) तीन हज़ार रुपये
(घ) पाँच सौ रुपये।
उत्तर:
(क) एक हज़ार रुपये।

4. हेडमास्टर साहब के घर का इंतज़ाम कौन करता है
(क) उनके पिता
(ख) उनकी बूढ़ी माँ
(ग) वे स्वयं
(घ) उनका नौकर।
उत्तर:
(ख) उनकी बूढी माँ।

5. ‘हाथ-पाँव फूलना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) स्वस्थ हो जाना
(ख) मोटा हो जाना
(ग) घबरा जाना
(घ) बीमार हो जाना।
उत्तर:
(ग) घबरा जाना।

Question 1.
बड़े भाई वर्तमान शिक्षा प्रणाली के विरुद्ध क्यों हैं ?
(a) खेल कूद पर पर जोर देती है
(b) किताबी कीड़ा बनाती है और वास्तविकता से दूर है
(c) बहुत लाभदायक नहीं है
(d) सभी

Answer

Answer: (b) किताबी कीड़ा बनाती है और वास्तविकता से दूर है


Question 2.
बड़े भाई में क्या गुण थे ?
(a) गंभीर प्रवित्ति के थे
(b) छोटे भाई के हितैषी थे
(c) वाक् कला में निपुण थे
(d) सभी

Answer

Answer: (d) सभी


Question 3.
बड़े भाई छोटे भाई से हर समय सब से पहले क्या सवाल पूछते थे ?
(a) अब तुम कहाँ थे
(b) क्या कर रहे थे
(c) कहाँ जा रहे हो हो
(d) पढ़ाई कर ली

Answer

Answer: (a) अब तुम कहाँ थे


Question 4.
बड़े भाई साहिब के अनुसार कैसी बुद्धि व्यर्थ है ?
(a) जो आत्म गौरव को मार डाले
(b) पढ़ाई न करने दे
(c) जो खेल कूद में लगी रहे
(d) सभी

Answer

Answer: (a) जो आत्म गौरव को मार डाले


Question 5.
लेखक को भाई साहिब की बातें अच्छी क्यों नहीं लगती थी ?
(a) क्योकि लेखक अव्वल दर्जे में पास हुआ था
(b) भाई साहिब फेल हो गए थे
(c) भाई साहिब उपदेश देते थे
(d) सभी

Answer

Answer: (d) सभी


Question 6.
लेखक के दिल के टुकडे किस बात पर हो जाते थे ?
(a) पतंग कटने से
(b) खेल में हार जाने से
(c) फेल होने होने से
(d) भाई साहिब के उपदेश सुनने से

Answer

Answer: (d) भाई साहिब के उपदेश सुनने से


Question 7.
भाई सहिब किस कला मे निपुण थे ?
(a) खेलो मे
(b) पढने मे
(c) कन्चे खेलने मे
(d) पतङ्ग उडाने की कला मे

Answer

Answer: (d) पतङ्ग उडाने की कला मे


Question 8.
अवसर मिलते ही लेखक कौन से काम करता था ?
(a) चार दीवारी पर चढता उतरता था
(b) कागज की तितलिय| उडात| था
(c) कङ्कर् उछालता था
(d) सभी

Answer

Answer: (d) सभी


Question 9.
भाई साहिब किस मामले में जल्दबाजी नहीं करते थे ?
(a) खेल कूद मे
(b) लडने मे
(c) शिक्षा के मामले मे
(d) निर्णय लेने के बारे में

Answer

Answer: (c) शिक्षा के मामले मे


Question 10.
लेखक के भाई साहिब उस से कितने साल बड़े थे ?
(a) ३ साल
(b) ५ साल
(c) ६ साल
(d) आठ साल

Answer

Answer: (b) ५ साल


Question 11.
प्रेम जी ने लगभग कितनी कहानियां लिखी ?
(a) 200
(b) 300
(c) 400
(d) लगभग 100

Answer

Answer: (c) 400


Question 12.
प्रेम जी ने किस वर्ग को विस्तारपूर्वक वर्णित किया है ?
(a) शोषक एवं शोषित
(b) फ़िल्मी वर्ग को
(c) आम जनता को
(d) सभी

Answer

Answer: (a) शोषक एवं शोषित


Question 13.
प्रेम जी का शरीर जर्जर क्यो हो गया ?
(a) निरन्तर विकट परिस्तिथियो का सामना करने के कारण
(b) पानी के कारण
(c) आर्थिक तन्गी के कारण
(d) सभी

Answer

Answer: (a) निरन्तर विकट परिस्तिथियो का सामना करने के कारण


Question 14.
वे मुम्बई मे पटकथा लेखक के रूप मे ज्यादा देर तक कार्य क्यो नही कर पाये ?
(a) फ़िल्म निर्माताओ के निर्देश के अनुसार लिखने के कारण
(b) घर से दूर होने कारण
(c) रुचि न होने के कारण
(d) समय न होने के कारण

Answer

Answer: (a) फ़िल्म निर्माताओ के निर्देश के अनुसार लिखने के कारण


Question 15.
प्रेम चन्द जी जीवन भर किस से जूझते रहे ?
(a) स्वयं से
(b) लोगो से
(c) फ़िल्म्कारो से
(d) आर्थिक तङ्गी से

Answer

Answer: (d) आर्थिक तङ्गी से


Question 16.
शाहेरूम की क्या दशा हुई?
(a) अहंकार के कारण उसे भीख माँगना पड़ा
(b) उसने पढ़ना बंद कर दिया
(c) वह परीक्षा में फेल हो गया
(d)इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) अहंकार के कारण उसे भीख माँगना पड़ा


Question 17.
लेखक को कौन-सा काम बहुत कठिन और असंभव जान पड़ता था?
(a) दिन-रात खेलना-कूदना
(b) दिन-रात पढ़ाई करना
(c) खाना बनाना
(d)उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (b) दिन-रात पढ़ाई करना


Question 18.
लेखक और उसके बड़े भाई कहाँ रहते थे?
(a) घर पर
(b) छात्रावास में
(c) गाँव में
(d)इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (b) छात्रावास में


Question 19.
बड़े भाई साहब ने छोटे भाई पर रौब जमाने के लिए किस बात की दुहाई दी?
(a) अपने पढ़ाई की
(b) अपने अनुभवों व आयु की
(c) चित्र बनाने के कला की
(d)इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (b) अपने अनुभवों व आयु की


Question 20.
जब कभी लेखक कहीं से आते थे तो बड़े भाई साहब उनसे क्या पूछते?
(a) कहाँ थे
(b) क्यों गए थे
(c) कितनी दूर गए थे
(d)उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) कहाँ थे


Question 21.
लेखक की हिम्मत कब टूट जाती?
(a) जब भाई साहब खेलने को कहते
(b) जब भाई साहब पढ़ने को कहते
(c) जब भाई साहब उन्हें डाँटते
(d)उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (c) जब भाई साहब उन्हें डाँटते


Question 22.
लेखक के लिए क्या लेकर बैठना पहाड़ के समान था?
(a) पढ़ने से बचने के कारण
(b) दिमाग को आराम देने के लिए
(c) खेल-कूद में लगाव के कारण
(d)उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (b) दिमाग को आराम देने के लिए


Question 23.
बड़े भाई स्वभाव से क्या थे?
(a) खेलने-कूदने वाले
(b) आरामदायक जीवन जीने वाले
(c) अध्ययनशील
(d)जल्दबाज़ी करने वाले

Answer

Answer: (c) अध्ययनशील

 

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