अभ्यासः
पाठ का सम्पूर्ण सरलार्थ-
चन्दामामा कहाँ से आते हो?
चन्दामामा कहाँ जाओगे?
बहुत दूर तक फैला हुआ नीला आकाश है
कहीं भी अवकाश दिखाई नहीं देता है।
चन्दामामा कैसे जाओगे?
चन्दामामा कहाँ से आते हो?
हे! मेरे घर क्यों नहीं आते हो?
मामा! स्नेह क्यों नहीं बिखेरते हो?
चन्दामामा! कब जाओगे?
चन्दामामा! कहाँ से आते हो?
तुम्हारी फैली हुई सफेद चाँदनी
तारों से सुशोभित सफेद वस्त्र।
हे चन्दामामा! क्या मुझे दोगे?
चन्दामामा! कहाँ से आते हो?
जल्दी आओ, मुझे गीत सुनाओ।
प्यारे मामा! मेरा प्यार बढ़ाओ।
क्या नहीं आओगे चन्दामामा?
कहाँ से आते हो चन्दामामा?
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न-अभ्यास
प्रश्नः 1.
बालगीतं साभिनयं सस्वरं गायत।
प्रश्नः 2.
पद्यांशान् योजयत
(क) मातुल! किरसि – सितपरिधानम्
(ख) तारकखचितं – श्रावय गीतिम्
(ग) त्वरितमेहि मां – चन्द्रिकावितानम्
(घ) अतिशयविस्तृत – कथं न स्नेहम्
(ङ) धवलं तव – नीलाकाशः
उत्तर:
(क) कथं न स्नेहम्
(ख) सितपरिधानम्
(ग) श्रावय गीतिम्
(घ) नीलाकाशः
(ङ) चन्द्रिकावितानम्
प्रश्नः 3.
पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत
(क) प्रिय मातुल! …………. प्रीतिम्।
(ख) कथं प्रयास्यसि ………….।
(ग) ……………. क्वचिदवकाशः।
(घ) ……………… दास्यसि मातुलचन्द्र!।
(ङ) कथमायासि न …………. गेहम् ।
उत्तर:
(क) वर्धय मे
(ख) मातुलचन्द्र
(ग) नैव दृश्यते
(घ) मह्यम्
(ङ) भी! मम
प्रश्नः 4.
प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत
(क) अस्मिन् पाठे कः मातुलः?
(ख) नीलाकाशः कीदृशः अस्ति?
(ग) मातुलचन्द्रः किं न किरसि?
(घ) किं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति?
(ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं कथम् अस्ति?
उत्तर:
(क) अस्मिन् पाठे चन्द्रः मातुलः अस्ति।
(ख) नीलाकाशः अतिविस्तृतः अस्ति।
(ग) मातुलचन्द्रः स्नेहम् न किरसि।
(घ) गीतं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति।
(ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं तारकखचितम् अस्ति।
प्रश्नः 5.
उदाहरणानुसारं निम्नलिखितपदानि सम्बोधने परिवर्तयत-
यथा-
चन्द्रः – चन्द्र!
(क) शिष्यः – ……….
(ख) गोपालः – ……….
उत्तर:
(क) शिष्य!
(ख) गोपाल!
यथा- बालिका – बालिके!
(क) प्रियंवदा – ……….
(ख) लता – ……….
उत्तर:
(क) प्रियंवदे!
(ख) लते!
यथा- फलम्- फल!
(क) मित्रम् – ……….
(ख) पुस्तकम् – ……….
उत्तर:
(क) मित्र!
(ख) पुस्तक!
यथा- रविः – रवे!
(क) मुनिः- ……….
(ख) कविः – ……….
उत्तर:
(क) मुने!
(ख) कवे!
यथा- साधुः – साधो!
(क) भानुः – ……….
(ख) पशुः – ……….
उत्तर:
(क) भानो!
(ख) पशो!
यथा- नदी – नदि!
(क) देवी – ……….
(ख) मानिनि – ……….
उत्तर:
क) देवि!
(ख) मानिनि!
प्रश्नः 6.
मञ्जूषातः उपयुक्तानाम् अव्ययपदानां प्रयोगेण रिक्तस्थानानि पूरयत-
कुतः कदा कुत्र कथम् किम्।
(क) जगन्नाथपुरी ……… अस्ति?
(ख) त्वं ……………. गमिष्यसि?
(ग) गङ्गानदी …………. वहति?
(घ) तव स्वास्थ्यं……….. अस्ति?
(ङ) वर्षाकाले मयूराः ……………… कर्वन्ति?
उत्तर:
(क) कुत्र
(ख) कदा
(ग) कुतः
(घ) कथम्
(ङ) किम्
प्रश्नः 7.
तत्समशब्दान् लिखत-
मामा, मोर, तारा, कोयल, कबूतर
उत्तर:
मामा – मातुल
मोर – मयूर
तारा – तारक
कोयल – कोकिल
कबूतर – कपोत
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