PG Courses : मास्टर डिग्री की पढ़ाई का पैटर्न बदला
PG Courses : मास्टर डिग्री की पढ़ाई का पैटर्न बदला
– मल्टी-डिस्कप्लिनरी स्टडीज: अब छात्र किसी भी विषय में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, भले ही उन्होंने स्नातक स्तर पर उस विषय का अध्ययन न किया हो।
– मल्टी-डिस्कप्लिनरी स्टडीज:अब छात्र किसी भी विषय में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, भले ही उन्होंने स्नातक स्तर पर उस विषय का अध्ययन न किया हो।
– विभिन्न प्रकार के पीजी प्रोग्राम: विश्वविद्यालयों को अब एमए, एमएससी, एम.फिल., और पीएचडी जैसे विभिन्न प्रकार के पीजी प्रोग्राम शुरू करने की अनुमति है।
– विभिन्न प्रकार के पीजी प्रोग्राम: विश्वविद्यालयों को अब एमए, एमएससी, एम.फिल., और पीएचडी जैसे विभिन्न प्रकार के पीजी प्रोग्राम शुरू करने की अनुमति है।
– क्रेडिट सिस्टम: अब पीजी कोर्सेस क्रेडिट सिस्टम पर आधारित होंगे, जिससे छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार विषयों को चुनने और अपनी गति से अध्ययन करने की अधिक स्वतंत्रता मिलेगी।
– क्रेडिट सिस्टम: अब पीजी कोर्सेस क्रेडिट सिस्टम पर आधारित होंगे, जिससे छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार विषयों को चुनने और अपनी गति से अध्ययन करने की अधिक स्वतंत्रता मिलेगी।
– ऑनलाइन शिक्षा: ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे छात्रों को दूरस्थ स्थानों से भी शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा होगी।
– ऑनलाइन शिक्षा: ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे छात्रों को दूरस्थ स्थानों से भी शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा होगी।
– अनुसंधान और नवाचार: अनुसंधान और नवाचार पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, ताकि छात्रों को अपनी रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल विकसित करने में मदद मिल सके।
– अनुसंधान और नवाचार: अनुसंधान और नवाचार पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, ताकि छात्रों को अपनी रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल विकसित करने में मदद मिल सके।
– इंटर्नशिप और प्लेसमेंट: छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर प्रदान किए जाएंगे ताकि वे अपनी शिक्षा को व्यावहारिक अनुभव के साथ जोड़ सकें।
– इंटर्नशिप और प्लेसमेंट: छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर प्रदान किए जाएंगे ताकि वे अपनी शिक्षा को व्यावहारिक अनुभव के साथ जोड़ सकें।