क्या सामने वाला आपसे बोल रहा है झूठ? ऐसे लगाएं पता
क्या सामने वाला आपसे बोल रहा है झूठ? ऐसे लगाएं पता
शारीरिक संकेत:
– आँख से संपर्क में कमी: झूठ बोलने वाले लोग अक्सर आँख से संपर्क कम करते हैं क्योंकि उन्हें पकड़े जाने का डर होता है।
शारीरिक संकेत:
– आँख से संपर्क में कमी: झूठ बोलने वाले लोग अक्सर आँख से संपर्क कम करते हैं क्योंकि उन्हें पकड़े जाने का डर होता है।
– शरीर की भाषा में बदलाव: झूठ बोलते समय लोग बेचैनी महसूस कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पसीना आना, कांपना या हकलाना हो सकता है।
– शरीर की भाषा में बदलाव: झूठ बोलते समय लोग बेचैनी महसूस कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पसीना आना, कांपना या हकलाना हो सकता है।
– चेहरे के भावों में बदलाव: झूठ बोलते समय लोग अजीब या असंगत चेहरे के भाव बना सकते हैं।
– चेहरे के भावों में बदलाव: झूठ बोलते समय लोग अजीब या असंगत चेहरे के भाव बना सकते हैं।
– शरीर की बाधाएं:
झूठ बोलने वाले लोग खुद को आपसे दूर करने के लिए अपनी बाहों को क्रॉस करने या अपने शरीर को ढंकने जैसी बाधाओं का उपयोग कर सकते हैं।
– शरीर की बाधाएं:
झूठ बोलने वाले लोग खुद को आपसे दूर करने के लिए अपनी बाहों को क्रॉस करने या अपने शरीर को ढंकने जैसी बाधाओं का उपयोग कर सकते हैं।
वाक् संकेत:
– कहानी में विसंगतियाँ: झूठ बोलने वाले लोग अपनी कहानी के विवरणों को भूल सकते हैं या उन्हें बदल सकते हैं।
वाक् संकेत:
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कहानी में विसंगतियाँ:
झूठ बोलने वाले लोग अपनी कहानी के विवरणों को भूल सकते हैं या उन्हें बदल सकते हैं।
– अतिरिक्त विवरण:
झूठ बोलने वाले लोग आपको विश्वास दिलाने की कोशिश में अनावश्यक विवरण जोड़ सकते हैं।
– अतिरिक्त विवरण:
झूठ बोलने वाले लोग आपको विश्वास दिलाने की कोशिश में अनावश्यक विवरण जोड़ सकते हैं।
– प्रश्नों से बचना:
झूठ बोलने वाले लोग पूछताछ से बच सकते हैं या आपके सवालों का जवाब देने में संकोच कर सकते हैं।
– प्रश्नों से बचना:
झूठ बोलने वाले लोग पूछताछ से बच सकते हैं या आपके सवालों का जवाब देने में संकोच कर सकते हैं।
– आरोप लगाना: झूठ बोलने वाले लोग खुद को दोष से बचाने के लिए आप पर आरोप लगा सकते हैं।
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आरोप लगाना:
झूठ बोलने वाले लोग खुद को दोष से बचाने के लिए आप पर आरोप लगा सकते हैं।
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